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नेशनल डॉक्टर्स डे: सफदरजंग अस्पताल में NMO ने लगाया ब्लड डोनेशन कैंप

1 जुलाई को डॉक्टर्स डे के खास मौके पर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन ने ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया. इस कैंप का उद्घाटन इलाके की सांसद मीनाक्षी लेखी ने किया.

blood donation camp organized by nmo at safdarjung hospital
NMO ने सफदरजंग अस्पताल में लगाया ब्लड डोनेशन कैंप
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Published : Jul 2, 2020, 5:06 PM IST

नई दिल्ली: देशभर में 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया गया. इस खास मौके पर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन (NMO) के जरिए ब्लड डोनेशन कैंप लगाया गया. कैंप का उद्घाटन बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने किया. इस कैंप में RDA डॉक्टर, नर्स और अस्पताल स्टाफ ने बढ़कर हिस्सा लिया. डोनेट किए गए इस ब्लड से एक्सीडेंट, आम बीमारी में बुजुर्ग, बच्चे के इलाज के साथ-साथ कोरोना संक्रमित मरीजों को भी इलाज में सहयोग मिलेगा.

NMO ने सफदरजंग अस्पताल में लगाया ब्लड डोनेशन कैंप

डॉक्टर्स को मिला मां का दर्जा


इस कैंप के उद्घाटन पर अस्पताल प्रशासन के अधिकारी, सीनियर डॉक्टर, RDA के सीनियर और जूनियर डॉक्टर के साथ-साथ अस्पताल के सभी कर्मचारी मौजूद दिखे. मीनाक्षी लेखी ने इस कैंप का उद्घाटन कर वहां ब्लड डोनेट कर रहे लोगों से मुलाकात करते हुए सभी डॉक्टर को धन्यवाद देते हुए कहा की आप भी एक मां हो जो हर मरीज को अपने बच्चें की तरह ट्रीट कर उसे संभालते हो. मरीज की देखभाल कर उसे ठीक कर वापस घर भेजते हो. जन्म देने वाली मां तो उस शख्स को एक बार इस दुनिया में लाती है पर आप बार-बार उसे पुनर्जन्म देते हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस अवसर पर ट्वीट कर सभी डॉक्टर्स को एक मां का दर्जा दिया हैं.

डोनेशन कैंप से सबकों मिलती मदद

वही इस ब्लड डोनेशन कैंप के दौरान वहां मौजूद सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्ष(MS) डॉ. बलविंदर ने कहा की इस तरह के कैंप से डोनेट हुए ब्लड से अस्पताल में कई तरह के मरीजों को जैसे एक्सीडेंट होकर आए शख्स को, बच्चें बूढों को और कोरोना संक्रमित लोगों को प्लेटलेट के जरिए ठीक करने में मदद मिलती है. हाम लोग इस तरह का कैंप के लगातार आयोजन करते रहते है, जिससे काफी सहयोग मिलता है. और आज इस ब्लड डोनेशन कैंप में हमारे अस्पताल के RDA डॉक्टर के साथ अस्पताल के हर वर्ग के कर्मचारी इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा भी ले रहे हैं.

क्यों मनाया जाता है ये दिन


हर साल एक जुलाई को भारत को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है. दरअसल, इस दिन महान फिजिशियन और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र राय की पुण्यतिथि है. उनका जन्म 1 जुलाई 1882 में बिहार के पटना जिले में हुआ था. डॉ. राय को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था. 80 वर्ष की आयु में 1962 में अपने जन्मदिन के दिन यानी 1 जुलाई को ही उनकी मृत्यु हो गई थी. उन्हीं के सम्मान में नेशनल डॉक्टर्स दिवस मनाया जाता है. भारत सरकार ने नेशनल डॉक्टर दिवस मनाने की शुरुआत 1991 में की थी. दुनियाभर में डॉक्टर्स डे अलग-अलग तारीख को मनाया जाता है.

नई दिल्ली: देशभर में 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया गया. इस खास मौके पर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन (NMO) के जरिए ब्लड डोनेशन कैंप लगाया गया. कैंप का उद्घाटन बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने किया. इस कैंप में RDA डॉक्टर, नर्स और अस्पताल स्टाफ ने बढ़कर हिस्सा लिया. डोनेट किए गए इस ब्लड से एक्सीडेंट, आम बीमारी में बुजुर्ग, बच्चे के इलाज के साथ-साथ कोरोना संक्रमित मरीजों को भी इलाज में सहयोग मिलेगा.

NMO ने सफदरजंग अस्पताल में लगाया ब्लड डोनेशन कैंप

डॉक्टर्स को मिला मां का दर्जा


इस कैंप के उद्घाटन पर अस्पताल प्रशासन के अधिकारी, सीनियर डॉक्टर, RDA के सीनियर और जूनियर डॉक्टर के साथ-साथ अस्पताल के सभी कर्मचारी मौजूद दिखे. मीनाक्षी लेखी ने इस कैंप का उद्घाटन कर वहां ब्लड डोनेट कर रहे लोगों से मुलाकात करते हुए सभी डॉक्टर को धन्यवाद देते हुए कहा की आप भी एक मां हो जो हर मरीज को अपने बच्चें की तरह ट्रीट कर उसे संभालते हो. मरीज की देखभाल कर उसे ठीक कर वापस घर भेजते हो. जन्म देने वाली मां तो उस शख्स को एक बार इस दुनिया में लाती है पर आप बार-बार उसे पुनर्जन्म देते हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस अवसर पर ट्वीट कर सभी डॉक्टर्स को एक मां का दर्जा दिया हैं.

डोनेशन कैंप से सबकों मिलती मदद

वही इस ब्लड डोनेशन कैंप के दौरान वहां मौजूद सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्ष(MS) डॉ. बलविंदर ने कहा की इस तरह के कैंप से डोनेट हुए ब्लड से अस्पताल में कई तरह के मरीजों को जैसे एक्सीडेंट होकर आए शख्स को, बच्चें बूढों को और कोरोना संक्रमित लोगों को प्लेटलेट के जरिए ठीक करने में मदद मिलती है. हाम लोग इस तरह का कैंप के लगातार आयोजन करते रहते है, जिससे काफी सहयोग मिलता है. और आज इस ब्लड डोनेशन कैंप में हमारे अस्पताल के RDA डॉक्टर के साथ अस्पताल के हर वर्ग के कर्मचारी इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा भी ले रहे हैं.

क्यों मनाया जाता है ये दिन


हर साल एक जुलाई को भारत को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है. दरअसल, इस दिन महान फिजिशियन और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र राय की पुण्यतिथि है. उनका जन्म 1 जुलाई 1882 में बिहार के पटना जिले में हुआ था. डॉ. राय को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था. 80 वर्ष की आयु में 1962 में अपने जन्मदिन के दिन यानी 1 जुलाई को ही उनकी मृत्यु हो गई थी. उन्हीं के सम्मान में नेशनल डॉक्टर्स दिवस मनाया जाता है. भारत सरकार ने नेशनल डॉक्टर दिवस मनाने की शुरुआत 1991 में की थी. दुनियाभर में डॉक्टर्स डे अलग-अलग तारीख को मनाया जाता है.

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