नई दिल्ली: साउथ दिल्ली के मालवीय नगर (Malviya Nagar) स्थित बाबा का ढाबा (Baba Ka Dhaba) के मालिक कांता प्रसाद (Kanta Prasad) लगातार तीसरी बार सुर्खियों में हैं. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि गौरव उनके बेटे के समान है और वे गौरव वासन (Gaurav Vasan) को पहले से ज्यादा इज्जत देंगे.
'गौरव वासन को बेटे की तरह देंगे इज्जत'
बाबा कांता प्रसाद (Kanta Prasad) का मानना है कि उनकी बिक्री अब एक हजार रुपये से लेकर 1500 रुपये के बीच में हो रही है. उनके यहां ग्राहक भी अब आ रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि डेढ़ महीना रेस्टोरेंट चलाने के बाद उन्होंने अपने रेस्टोरेंट को बंद कर दिया क्योंकि वहां पर खर्चा ज्यादा आ रहा था और अब वे पहले वाला ढाबा ही चलाएंगे.
ईटीवी भारत (Etv Bharat) संवाददाता ने जब बाबा से पूछा कि आखिर आपने गौरव वासन के खिलाफ FIR क्यों दर्ज कराई थी. वकील और उनके मैनेजर बाबा को थाने ले गए थे तो उन्होंने कहा कि वकील और पुलिस अधिकारियों के बीच अंग्रेजी में बात हुई और भी कुछ नहीं समझ पाए. बाबा का एक रुपया भी गौरव ने बेइमानी नहीं किया है और अगर गौरव अभी बाबा के ढाबे के पास आते हैं तो बाबा कांता प्रसाद उन्हें अपने बेटे की तरह इज्जत देंगे.
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कांता प्रसाद को मिले थे 40 लाख रुपये
बाबा की बेटी का कहना है कि बीते आठ सालों से वह बाबा के ढाबे के बगल में दुकान लगा रही हैं और वे लोग अपना घर परिवार चला रहे हैं. ईटीवी भारत के सवाल पर बाबा कांत प्रसाद ने कहा कि उन्हें ₹40 लाख मिले थे और उनके पास 10 लाख से 12 लाख रुपए हैं. 30 लाख रुपए घर बनवाने और रेस्टोरेंट खोलने में खर्च कर दिया था. बाबा का कहना है कि वे अब ढाबा चलाते रहेंगे.