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Ashok Pradhan Gang का एक शूटर गिरफ्तार, संत की हत्या मामले में था फरार - अशोक प्रधान गैंग

दिल्ली में एक संत की हत्या मामले में फरार चल रहे आरोपी को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से बरामद कार को जब्त कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि वह अशोक प्रधान गैंग से संबंध रखता है.

अशोक प्रधान गैंग का शूटर दिल्ली में गिरफ्तार
अशोक प्रधान गैंग का शूटर दिल्ली में गिरफ्तार
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Published : Feb 21, 2023, 1:51 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने नजफगढ़ के एक संत की हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासा करते हुए फरार अपराधी को गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से एक कार को भी बरामद किया गया है. जानकारी के अनुसार, आरोपी भंडारे में न्योता ना मिलने से नाराज था और उसने एक संत पर फायरिंग कर दी थी. घटना में जिस संत से वह नाराज था उसकी तो जान बच गई, लेकिन दूसरे संत को गोली लग गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि आरोपी अशोक प्रधान गिरोह का शातिर है और उसकी पहचान सिकंदर उर्फ रोहित के रूप में हुई है. इसके अलावा वह दिल्ली के बापरोला नांगलोई का रहने वाला बताया जा रहा है.

क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि, 13 फरवरी 2022 को नजफगढ़ के के राणा एंक्लेव स्थित मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया था. इसमें आसपास के नाथ समाज के सभी संतो को आमंत्रित किया गया था. भंडारा कराने वाले बापरोला निवासी सुशील दास ने कई लोगों को इसमें आमंत्रित नहीं किया. इससे नाराज होकर आरोपी सिकंदर उर्फ रोहित कुछ लोगों के साथ राणाजी एनक्लेव, नजफगढ़ के मंदिर में पहुंचा और आकाश नाथ नामक संत से भंडारे में न बुलाए जाने पर बहस करने लगा. बहस के दौरान प्रदीप उर्फ हब्बू और सिकंदर उर्फ रोहित ने अपनी पिस्तौल निकाल ली, जिसमें प्रदीप उर्फ अब्बू ने संत आकाश नागपाल को निशाना बनाकर फायरिंग की. इस घटना में गोली आकाश के बजाए किसी और संत को लग गई, जिसके बाद आरोपी वहां से भाग निकले. आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए क्राइम ब्रांच जॉइंट सीपी, एस.डी. मिश्रा ने डीसीपी अमित गोयल, एसीपी नरेश कुमार की देखरेख में एक टीम का गठन किया. इसमें क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार, इंस्पेक्टर गुलशन, एसआई सचिन, हेड कॉन्स्टेबल विनोद, हेड कॉन्स्टेबल श्यामसुंदर, दीपक, नरेंद्र, मिंटू, पप्पू , धर्मराज और ओमबीर को शामिल किया गया.

यह भी पढ़ें-Most Wanted Criminal In Delhi: 11 वर्षों से फरार चल रहे वांछित अपराधी को स्पेशल स्टाफ की टीम ने दबोचा

आरोपियों को ट्रैक करने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम ने छानबीन शुरू की. इस बीच हेड कॉन्स्टेबल श्यामसुंदर को एक गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर आरोपी सिकंदर को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही उसकी कार को भी जब्त कर लिया गया. पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बापरोला का रहने वाला है उसने 10वीं तक पढ़ाई सरकारी स्कूल से की है. साल 2016 में वह अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान वह अशोक प्रधान गैंग एक करीबी सहयोगी और शार्प शूटर रोहित उर्फ लांबा के संपर्क में आया. इसके बाद वह अपने दोस्त लांबा के साथ लूटपाट, डकैती जैसी अपराधों को अंजाम देने लगा. ये दोनों एक ही इलाके के निवासी हैं. बाद में आरोपी सिकंदर गैंगस्टर अशोक प्रधान और राजेश दुमोध के संपर्क में आया. आरोपी सट्टेबाजी और लूटपाट के कई मामलों में भी शामिल रह चुका है. फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

यह भी पढ़ें-नोएडाः फिरौती के लिए अपहरण करने वाले 10,000 के इनामी बदमाश को पुलिस ने किया गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने नजफगढ़ के एक संत की हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासा करते हुए फरार अपराधी को गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से एक कार को भी बरामद किया गया है. जानकारी के अनुसार, आरोपी भंडारे में न्योता ना मिलने से नाराज था और उसने एक संत पर फायरिंग कर दी थी. घटना में जिस संत से वह नाराज था उसकी तो जान बच गई, लेकिन दूसरे संत को गोली लग गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि आरोपी अशोक प्रधान गिरोह का शातिर है और उसकी पहचान सिकंदर उर्फ रोहित के रूप में हुई है. इसके अलावा वह दिल्ली के बापरोला नांगलोई का रहने वाला बताया जा रहा है.

क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि, 13 फरवरी 2022 को नजफगढ़ के के राणा एंक्लेव स्थित मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया था. इसमें आसपास के नाथ समाज के सभी संतो को आमंत्रित किया गया था. भंडारा कराने वाले बापरोला निवासी सुशील दास ने कई लोगों को इसमें आमंत्रित नहीं किया. इससे नाराज होकर आरोपी सिकंदर उर्फ रोहित कुछ लोगों के साथ राणाजी एनक्लेव, नजफगढ़ के मंदिर में पहुंचा और आकाश नाथ नामक संत से भंडारे में न बुलाए जाने पर बहस करने लगा. बहस के दौरान प्रदीप उर्फ हब्बू और सिकंदर उर्फ रोहित ने अपनी पिस्तौल निकाल ली, जिसमें प्रदीप उर्फ अब्बू ने संत आकाश नागपाल को निशाना बनाकर फायरिंग की. इस घटना में गोली आकाश के बजाए किसी और संत को लग गई, जिसके बाद आरोपी वहां से भाग निकले. आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए क्राइम ब्रांच जॉइंट सीपी, एस.डी. मिश्रा ने डीसीपी अमित गोयल, एसीपी नरेश कुमार की देखरेख में एक टीम का गठन किया. इसमें क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार, इंस्पेक्टर गुलशन, एसआई सचिन, हेड कॉन्स्टेबल विनोद, हेड कॉन्स्टेबल श्यामसुंदर, दीपक, नरेंद्र, मिंटू, पप्पू , धर्मराज और ओमबीर को शामिल किया गया.

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आरोपियों को ट्रैक करने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम ने छानबीन शुरू की. इस बीच हेड कॉन्स्टेबल श्यामसुंदर को एक गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर आरोपी सिकंदर को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही उसकी कार को भी जब्त कर लिया गया. पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बापरोला का रहने वाला है उसने 10वीं तक पढ़ाई सरकारी स्कूल से की है. साल 2016 में वह अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान वह अशोक प्रधान गैंग एक करीबी सहयोगी और शार्प शूटर रोहित उर्फ लांबा के संपर्क में आया. इसके बाद वह अपने दोस्त लांबा के साथ लूटपाट, डकैती जैसी अपराधों को अंजाम देने लगा. ये दोनों एक ही इलाके के निवासी हैं. बाद में आरोपी सिकंदर गैंगस्टर अशोक प्रधान और राजेश दुमोध के संपर्क में आया. आरोपी सट्टेबाजी और लूटपाट के कई मामलों में भी शामिल रह चुका है. फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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