नई दिल्लीः भारतीय लोक प्रशासन संस्थान ने एम्स के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के सीनियर साइंटिस्ट डॉक्टर विवेक दीक्षित को कोरोना महामारी के ऊपर लिखें आर्टिकल को प्रथम पुरस्कार के लिए चयन किया गया. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की मौजूदगी में उन्हें पुरस्कार के रूप में 10 हजार नकद के अलावा प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया गया. कोरोना महामारी की वजह से ऑनलाइन अवॉर्ड फंक्शन का आयोजन किया गया और पुरस्कार की राशि 10 हजार रुपये बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर दी गई और प्रशस्ति पत्र डाक के जरिए भेजा गया.
निबंध का शीर्षक था 'कोविड एंड पब्लिक हेल्थ सिस्टम'. डॉ. दीक्षित ने भी खूबसूरत आर्टिकल लिखा. इसके लिए प्रथम पुरस्कार के लिए उनका चयन किया गया. अपनी इस उपलब्धि पर डॉ. विवेक दीक्षित ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ऑल इंडिया लेवल का एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भारतीय लोक प्रशासन संस्थान द्वारा किया गया. निबंध का विषय था 'कोविड और सामुदायिक स्वास्थ्य' इस प्रतियोगिता का आयोजन भारतीय लोक प्रशासन संस्थान ने अगस्त के महीने में शुरू किया था.
![aiims scientist dr. vivek dikshit received first award for the innovative idea to fight against corona in rural areas](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/dl-sd-01-aiimsseniorscientistoforthopedicdepartmentdrvivekdikshitreceivedfirstawardfortheinnovativeideatofightagainstcoronainruralareas-vis-dlc10030_02112020030722_0211f_1604266642_805.jpg)
डॉ. विवेक दीक्षित ने भारतीय लोक प्रशासन संस्थान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने उनके निबंध को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार के योग्य माना, इससे उन्हें काफी खुशी हुई. डिजिटल माध्यम से उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे.
कोरोना वॉरियर्स को पुरस्कार समर्पित किया
भारतीय लोक प्रशासन संस्थान के चेयरमैन डॉ. जितेंद्र सिंह मौजूद थे. प्रतियोगिता के परिणाम की घोषणा डायरेक्टर एसएन त्रिपाठी ने की, जो कि वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के अलावा भारतीय लोक प्रशासन संस्थान में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं. डॉ. दीक्षित ने इस सम्मान को सभी कोविड वॉरियर्स को समर्पित किया.