नई दिल्लीः अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली द्वारा किए गए अध्ययन में यह निष्कर्ष निकला है कि मात्र आधे घंटे योग करने से शरीर को काफी लाभ होता है. यदि कोई व्यक्ति कठिन योगासन नहीं कर सकता है तो सामान्य योगासन भी बेहतर परिणाम दे सकता है. एम्स ने कमर दर्द और तमाम प्रकार के बीमारियों के बारे में बताया कि योग करने से सारी बीमारियों की समस्या खत्म हो जाती है, पर योग के परिणाम जानने के लिए कुल 108 मरीजों पर अध्ययन किया.
इस अध्ययन में मरीजों को दो वर्ग में विभाजित किया गया था. एक वर्ग में शामिल 58 मरीजों को योग कराया गया. दूसरे वर्ग के 50 मरीजों को दवाओं के साथ सामान्य व्यायाम कराया गया. करीब आठ सप्ताह तक किए गए इस अध्ययन में पाया गया कि योग करने वाले मरीजों के कमर दर्द से काफी सुधार हुआ. साथ ही दिमाग में दर्द सहने की शक्ति में भी वृद्धि पाई गई और योग करने वाले मरीजों को दवाओं की जरूरत कम हो गई. उन्हें सप्ताह में सिर्फ एक या दो दिन दर्द निवारक दवा की जरूरत होती थी. वहीं, दूसरे वर्ग के लोगों की दवाएं कम नहीं हुई. उन्हें सप्ताह में पांच दिन दवा लेनी पड़ रही थी.
चांसलर डॉ. एच आर नागेंद्र ने कहा कि नियमित रूप से योग करने वालों में ज्यादा लाभ दिखा है. शरीर का वजन, ब्लड प्रेशर और हृदय गति भी कम होकर सामान्य रहने लगी और कमर दर्द में योग करने से तमाम प्रकार की बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है. नियमित रूप से योग करें. डॉ. बी. एन. गंगाधर ने बताया कि योग के महत्व को दुनिया समझती है और भारत के हर नागरिक को योग से जोड़ा जाए. प्राचीन योग को न सिर्फ दुनिया में एक नया मुकाम हासिल हुआ है बल्कि चिकित्सीय जगत भी अब वैज्ञानिक अध्ययनों के आधार पर यह स्वीकार कर रहा है कि योग चिकित्सा के जरिए कई गंभीर बीमारियों से लोगों को बचाया जा सकता है. साथ ही जो इन बीमारियों की चपेट में है उन्हें भी एलोपैथी के साथ योग के मिश्रित उपचार से बेहतर जीवन लौटाया जा सकता है.
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