नई दिल्ली: चीन के बाद दुनिया के अलग-अलग देशों में फैले कोरोना वायरस से जहां लोग डरे और सहमे हुए हैं, तो वहीं इन दिनों सोशल मीडिया पर घरेलू नुस्खे भी खूब प्रचार किए जा रहे हैं. जिसमें गिलोय, लौंग जैसी चीजों के बारे में बताया जा रहा है. लेकिन आखिर इन घरेलू नुस्खों से क्या वाकई में कोरोना वायरस से बचा जा सकता है. इस बात का फेक्ट जाने के लिए ईटीवी भारत ने दिल्ली AIIMS के डायरेक्टर से बात की.
घरेलू नुक्से कितने हैं कारगर 'सोशल मीडिया के घरेलू नुस्खे में नहीं है सच्चाई'अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया से जब हमने यह सवाल किया कि क्या घरेलू नुख्से से कोरोना वायरस से लड़ा जा सकता है, तो उन्होंने इस बात से साफ इंकार कर दिया और कहा कि जिस तरीके से सोशल मीडिया पर यह बताया जा रहा है कि आप भिन्न-भिन्न चीजों से करोना वायरस से बच सकते हैं तो यह गलत है. उन्होंने बताया कि यह सिर्फ और सिर्फ भ्रमित करने की बात है क्योंकि अभी तक कोई ऐसी रिसर्च सामने नहीं आई है जिसमें इस बात की पुष्टि हो की इन सब चीजों से कोरोना वायरस फैलने से यह बचा रहे हैं.
'कोई नहीं है साइंटिफिक डेटा या पुष्टि'डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताया कि सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे कोरोना वायरस के उपचार के तरीके में कोई भी साइंटिफिक ना तो डाटा अभी तक मिला है और ना ही इस बात की पुष्टि की जा सकती है कि वह लाभकारी है. यह बात अलग है कि गिलोय, लोंग या अन्य घरेलू नुस्खे बीमारी से लड़ने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं. क्योंकि किसी बीमारी से लड़ने के लिए शरीर में क्षमता जरूर होनी चाहिए. इसलिए यह कहना गलत है कि घरेलू नुस्खे कोरोनावायरस को मात दे रहे हैं.
फिलहाल जिस तरीके से सोशल मीडिया पर घरेलू नुस्खे कोरोना वायरस को मात देने के लिए चलाए जा रहे हैं, तो इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसका ना तो कोई साइंटिफिक प्रूफ है और ना ही ऐसी कोई रिसर्च अभी तक सामने आई है. इसलिए जरूरी है कि अगर आप इस वायरस से प्रभावित हैं, तो आप घरेलू नुस्खे ना अपनाकर डॉक्टर की सलाह लें.