नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक नटवरलाल को ग्रेटर कैलाश थाने की पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने 2.5 से 3 लाख रुपये लेकर दिल्ली मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर दर्जनभर से अधिक लोगों से ठगी की है. पुलिस ने आरोपी के पास से नौ मोबाइल फोन, एक डोंगल, चार वोटर आई कार्ड, दो ड्राइविंग लाइसेंस, मेट्रो का एक फर्जी आईकार्ड, मेट्रो नोटिफिकेशन फॉर्म, आधार कार्ड और तीन मोटरसाइकिल की फर्जी नंबर प्लेट बरामद की है. आरोपी की पहचान दिल्ली निवासी पवन भारद्वाज के रूप में हुई है और वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के जट्टारी का रहने वाला है.
आरोपी अपने पास मौजूद दिल्ली मेट्रो के कई डुप्लीकेट कागजात, स्टांप पैड और आई कार्ड के सहारे लोगों को बरगला लेता था. 12वीं पास आरोपी के पास से पवन भारद्वाज, पवन शिवा और रोहित चौधरी के नाम से वोटर आईडी कार्ड बरामद किए गए. साथ ही आरोपी अपनी गाड़ी का नंबर प्लेट भी यह हर पते के साथ बदलता रहता था. पुलिस ने जब बरामद कागजातों के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि वह कुछ महीने तक एक ही इलाके में रहता था और लोगों को ठगी का शिकार बनाने के बाद फरार हो जाता था. लगातार नाम और पता बदलने के कारण पुलिस के लिए आरोपी को पकड़ना मुश्किल होता जा रहा था.
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इस बीच ग्रेटर कैलाश थाने में एक शिकायतकर्ता ने अपने साथ हुई ठगी की शिकायत दर्ज कराई. अपराध की गंभीरता को देखते हुए एसीपी मनु हिमांशु ने ग्रेटर कैलाश थाने के एसएचओ अजीत कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. इसमें एसआई विनोद भाटी, एसआई वरुण गुलिया, एएसआई मेजर हुसैन, हेड कॉन्स्टेबल सुनील हुड्डा, सुरेंद्र, ललित और संदीप को शामिल किया गया. इस शातिर ठग को पकड़ने के लिए पुलिस को जगह-जगह छापेमारी करते हुए काफी मशक्कत करनी पड़ी. शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने एक दर्जन से ज्यादा ठगी करने की बात को स्वीकार किया है. यह ठग इतना शातिर था कि कई सालों से ठगी करने के बावजूद पुलिस की गिरफ्त से बाहर था. आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरु कर दी गई है.
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