नई दिल्ली: करीब एक महीने से ज्यादा धरने पर बैठे पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर से हटा दिया और बैरिकेडिंग कर पूरी घेराबंदी कर दी है. अब पहलवानों को वहां धरने पर बैठने की इजाजत नहीं दी जा रही है.
पहलवान भले ही धरने पर नहीं बैठे हैं, लेकिन अंदर-अंदर ही इस आंदोलन को आगे कैसा स्वरूप दिया जाय इस पर पहलवानों सहित खाप पंचायत और किसान नेता चर्चा कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज पहलवानों के सम्मान और समर्थन देने के लिए आम आदमी पार्टी के लाडो सराय के पार्षद राजीव चौधरी एक दिन के भूख हड़ताल पर बैठे हैं. उनका समर्थन करने के लिए दिल्ली के 360 गांवों के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी, 36 गांव के प्रधान के अलावा छतरपुर और सैदुलाजाब के पार्षद एवं आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग आए. सभी ने इस भूख हड़ताल का समर्थन किया औऱ पहलवानो की जायज मांग का समर्थन किया.
सरकार को दो टूक अल्टीमेटम: भूख हड़ताल पर बैठे राजीव चौधरी को समर्थन देने आए लोगों ने सिग्नेचर (हस्ताक्षर अभियान) कर अपना समर्थन दिया औऱ सरकार को दो टूक अल्टीमेटम भी दे दिया. 360 गांव के प्रधान ने कहा कि सरकार 9 जून तक अगर बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार नहीं करती है और खिलाड़ियों के ऊपर लगे मुकदमे को नहीं हटाती है. 10 जून को सभी खाप पंचायत, गांव देहात के लोग एवं अन्य लोग कुश्ती खिलाड़ियों को लेकर फिर से जंतर-मंतर पर धरने के लिए जाएंगे. इस दौरान अगर दिल्ली पुलिस रोकने की कोशिश की, तो पूरे देश में जेल भरो आंदोलन चलाया जायेगा.
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गौरतलब है कि पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने पिछले दिनों जंतर मंतर से हटा दिया था. हालांकि, जिस तरह खाप पंचायत, किसान नेता और राजनीतिक पार्टियां खिलाड़ियों को अपना समर्थन दे रही है. उस हिसाब से लगता है कि ये आंदोलन अभी समाप्त नहीं होने वाला है. दूसरी तरफ किसान नेता राकेश टिकैत अलग-अलग राज्यों में पहुंचकर खाप पंचायतों से समर्थन जुटा रहे हैं.
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