नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच की पुलिस ने बंगाल टाइगर की खाल की तस्करी करने के मामले में पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले अमीर लोगों को खाल बेचने की कोशिश में थे. इन आरोपियों की कई लोगों से 20-20 लाख रुपये प्रति खाल बेचने की डील चल रही थी. इनके कब्जे से बाघ की दो खाल और 4 मोबाइल बरामद किए गए हैं. इस गिरोह को दबोचने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम 4 महीनों से काम कर रही थी. इन आरोपियों की पहचान रंगपुरी पहाड़ी, वसंत कुंज निवासी आमिर खान, गुरुग्राम निवासी दीपक कुमार, महिपालपुर निवासी मोहित और शिवम सिसोदिया एवं वसंत कुंज निवासी राहुल रावत के रूप मे हुई है.
क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि, क्राइम ब्रांच की टीम को एक जानकारी मिली थी कि दिल्ली-एनसीआर में बंगाल टाइगर की खाल की तस्करी में एक गिरोह सक्रिय है. इसपर डीसीपी अमित गोयल, एसीपी रमेश लांबा व इंस्पेक्टर संजय गुप्ता के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई देवी दयाल, राकेश शर्मा, एएसआइ रतन सिंह, धर्मेंद्र, हेड कॉन्स्टेबल संदीप, चंदर प्रकाश, अजय, बृजेश तिवारी और कॉन्स्टेबल सुखदेव व अमित को शामिल किया गया. इसके बाद टीम ने जानकारी जुटानी शुरू कर दी. जांच के दौरान पता चला कि गिरोह के सदस्य बाघ की खाल के कुछ संभावित खरीदारों के साथ सौदा करने के लिए छतरपुर मेट्रो स्टेशन आएंगे. सूचना को और विकसित किया गया और स्थानीय जांच के बाद टीम ने एक जाल बिछाकर आरोपी आमिर खान को धर दबोचा, जिसके पास से बंगाल टाइगर की एक खाल बरामद की गई.
इसके बाद मौके पर वाइल्डलाइफ टीम को बुलाया गया और बरामद खाल की जांच करने के बाद उसके असली खाल होने की पुष्टि की गई. पूछताछ के दौरान आमिर ने खुलासा किया कि उसके दो अन्य साथी राहुल और मोहित भी साथ थे, लेकिन वे भागने में सफल हो गए थे. सभी तीन आरोपी दीपक से मिलने आए थे जिसे कोई संभावित खरीदार मुहैया कराना था. इस संबंध में अपराध शाखा में एक मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. बाद में आरोपी दीपक को सेक्टर 11 गुरुग्राम, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया. आगे की जांच के दौरान एक अन्य आरोपी शिवम को भी गिरफ्तार किया. उसने बताया कि कुछ और बाघ की खाल बरामद की जा सकती है, जिसके बाद आरोपियों की निशानदेही पर दिल्ली के कुतुब विहार गोयला डेरी के पास जंगल क्षेत्र से एक और बाघ की खाल बरामद की गई.
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी शिवम, बाघ की खाल का मुख्य स्रोत था उसके पास 4 बाघ की खाल थी. उसने आरोपी मोहित से संपर्क कर कुछ खरीददार मांगे और नमूने के तौर पर उसे बाघ की खाल सौंप दी. आरोपी मोहित ने आगे आरोपी राहुल से संपर्क किया, जिसके बाद राहुल ने आमिर से संपर्क किया और उससे खरीददार की बात की. फिर आमिर ने दीपक से संपर्क कर खाल के लिए खरीददार की बात की. फिलहाल इस मामले में पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है.
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