नई दिल्ली: दक्षिणी जिले की एटीएस टीम ने दिनदहाड़े लूट के एक मामले में पांच लुटेरों को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार किया. आरोपियों की पहचान मेरठ के कलीम अख्तर, शादाब, मोहम्मद ओवेश, मोहम्मद सरफराज, मोहम्मद शिजान के रूप में हुई है. आरोपियों के पास से पुलिस को लूटे गए लाखों के गहने, एक तमंचा व दो कारतूस मिले हैं.
गन प्वाइंट पर लूटे थे गहने: जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि संगम विहार थाना पुलिस को तीन दिसंबर को घर में घुस कर गन प्वाइंट पर लूट की शिकायत मिली थी. शिकायतकर्ता ने बताया कि चार नकाबपोश बदमाश शाम करीब चार बजे उनके घर में जबरन घुसे और लाखों के गहने लूट कर फरार हो गए. उस वक्त पीड़ित के साथ उनकी मां भी घर में मौजूद थी. पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व स्थानीय सूत्रों की मदद से जांच शुरू की. सीसीटीवी फुटेज में चार नकाबपोश बदमाश घर के अंदर घुसते और एक घर के बाहर मौजूद दिखाई दिए. पुलिस ने पूरा सीसीटीवी फुटेज चेक किया जिसमें आरोपी एक कैब से आता दिखा. उनमें से एक आरोपी की पहचान शिकायतकर्ता ने अपने किराएदार के रूप में की. इसके बाद तकनीकी टीम की मदद से उसकी लोकेशन मेरठ में पता चली. उसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर आरोपी कलीम को गिरफ्तार कर लिया. बाद में उसकी निशानदेही पर चार अन्य सहयोगियों को लूटे गए लाखों के गहने, पिस्टल, तमंचे व कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया.
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भतीजे ने रची थी लूट की साजिश: पूछताछ में आरोपी कलीम ने बताया कि वह पीड़ित परिवार के किराएदार नईम का भतीजा है. वह अक्सर अपने चाचा के पास आया करता था, जिससे वह पीड़ित की परिवार की आर्थिक स्थिति से भली-भांति वाकिफ था. उसका अंदाजा था कि घर में 10-12 लाख रुपए नकद हैं. इसके लिए उसने मेरठ से अपने अन्य साथियों के साथ कैब लिया और हथियारबंद होकर लूट को अंजाम दिया. लूट के बाद आरोपी एमबी रोड से एक ऑटो लेकर आनंद विहार गया और वहां से मेरठ के लिए बस लेकर फरार हो गया.
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