नई दिल्ली: दो महीने के मासूम बच्चे की तस्करी का संगीन मामला सामने आया है, जानकारी के मुताबिक इस बच्चे को 5 बार बेचा गया. बच्ची की मां पश्चिम बंगाल की रहने वाली है. इस पूरी वारदात का खुलासा दिल्ली महिला आयोग ने किया है.
ईटीवी भारत की टीम ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल से बातचीत की. बातचीत में उन्होंने बताया कि दिल्ली महिला आयोग की हेल्पलाइन नंबर 181 पर एक शिकायत मिली थी, जिसमें इस बच्चे के बारे में जानकारी दी गई. शिकायत मिलने के बाद दिल्ली महिला आयोग की टीम शिकायतकर्ता के पास पहुंची और बच्चे के माता-पिता से अलग से जानकारी ली गई.
दिल्ली महिला आयोग की टीम सभी कड़ियों को जोड़ते हुए उन 4 लोगों तक पहुंची, जिन्हें इस बच्चे को बेचा गया था, लेकिन आयोग की टीम उस आखिरी व्यक्ति तक नहीं पहुंच पाई, जिसने बच्चे को सबसे पहली बार बेचा. हालांकि आयोग की टीम को मुख्य आरोपी का पता लग चुका था लेकिन महिला आयोग की टीम को देखकर आरोपी वहां से फरार हो गया. महिला आयोग की टीम ने आरोपी के मौके पर होने की सूचना दिल्ली पुलिस को दी थी. फिर भी उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी.
दिल्ली पुलिस आरोपी को नहीं कर पाई गिरफ्तार
फिलहाल इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. पीड़ित महिला को उसका बच्चा भी नहीं मिल पाया है. इस पर दिल्ली महिला आयोग ने नाराज़गी जताई और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के SHO को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. साथ ही पूछा है कि किन कारणों से इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई.
DCW अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने दिल्ली पुलिस के कामकाज पर सवाल उठाए हैं उन्होंने कहा कि बहुत ही शर्म की बात है कि दिल्ली आज मानव तस्करी का अड्डा बन चुकी है और इसके पीछे दिल्ली पुलिस का सबसे ज्यादा गैरजिम्मेदाराना रवैया देखने को मिल रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि जब महिला आयोग उन तस्करों तक पहुंच सकता है, तो दिल्ली पुलिस क्यों नहीं पहुंच पाई और अब तक कोई भी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो पाई.