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दिल्ली: अनधिकृत कॉलोनियों में जमीन मिलने पर डाली जाएगी सीवर लाइन, फंसा पेंच

लोगों की दिक्कतों को देखते हुए दिल्ली के गांवों और अनधिकृत कॉलोनियों में सीवर लाइन डालने का काम भले ही मंजूर कर लिया गया हो, लेकिन इस कार्य में चुनौतियां हैं और सबसे बड़ी चुनौती जमीनों का अधिग्रहण है.

planning to lay sewer lines approved in more than 150 colonies and villages of delhi
दिल्ली सीवर लाइन
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Published : Nov 15, 2020, 8:05 PM IST

Updated : Nov 16, 2020, 5:30 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली के गांवों और अनधिकृत कॉलोनियों में सीवर लाइन डालने की स्थिति आसमान से गिरे खजूर पर अटके वाली जैसी हो गई है, क्योंकि वर्षों की मांग के बाद दिल्ली जल बोर्ड ने यहां सीवर लाइन डालना स्वीकार तो किया है, लेकिन इसके लिए संभावित समय 2031 बताया है वो भी तब जब वहां एसपीएस के लिए जमीन मिल जाएगी.

स्पेशल रिपोर्ट.

जमीन पर फंसा पेंच

दिल्ली में लगातार विकास हो रहा है, इसके बाद भी कई गांव और अनाधिकृत कॉलोनियों में अभी तक सीवर लाइन नहीं है. इस संबंध में वर्षों से पत्राचार हो रहा है, लेकिन अब जाकर दिल्ली जल बोर्ड ने बताया कि 150 से ज्यादा कॉलोनियों और गांवों में लाइन बिछाने की योजना को मंजूरी दे दी गई है, लेकिन इसके पूरा होने का संभावित समय साल 2031 तक रखा गया है. ये भी तब होगा जब एसपीएस के लिए जल बोर्ड को जमीन मिल जाएगी. इससे लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.

planning to lay sewer lines approved in more than 150 colonies and villages of delhi
RTI सूची.
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RTI सूची.

पिछले पांच साल में 221 करोड़ से ज्यादा रहा बजट

आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार पिछले पांच साल में दिल्ली जल बोर्ड ने अनधिकृत कॉलोनी में सीवर लाइन बिछाने के लिए 219.31 करोड़ का बजट रखा. इसमें साल 2016-17 में सबसे ज्यादा 80 करोड़ से ज्यादा का बजट रखा गया था.

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RTI सूची.

पांच साल में 126.38 करोड़ रुपये ही खर्च हो पाए

खर्च की बात करें तो पिछले पांच साल में 126.38 करोड़ ही खर्च हो पाए. इसमें सबसे ज्यादा खर्च भी साल 2016-17 में ही हुआ. जबकि गांव के लिए यह बजट 1.70 करोड़ था. यहां सबसे ज्यादा बजट वर्ष 2019-20 में 1.30 करोड़ का था. गांवों में पांच साल में कुल 1.41 करोड़ खर्च हो पाए. खास बात ये है कि साल 2016-17 और 2017-18 में गांव में सीवर बिछाने के लिए कोई बजट ही नहीं रखा गया.

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नई दिल्लीः दिल्ली के गांवों और अनधिकृत कॉलोनियों में सीवर लाइन डालने की स्थिति आसमान से गिरे खजूर पर अटके वाली जैसी हो गई है, क्योंकि वर्षों की मांग के बाद दिल्ली जल बोर्ड ने यहां सीवर लाइन डालना स्वीकार तो किया है, लेकिन इसके लिए संभावित समय 2031 बताया है वो भी तब जब वहां एसपीएस के लिए जमीन मिल जाएगी.

स्पेशल रिपोर्ट.

जमीन पर फंसा पेंच

दिल्ली में लगातार विकास हो रहा है, इसके बाद भी कई गांव और अनाधिकृत कॉलोनियों में अभी तक सीवर लाइन नहीं है. इस संबंध में वर्षों से पत्राचार हो रहा है, लेकिन अब जाकर दिल्ली जल बोर्ड ने बताया कि 150 से ज्यादा कॉलोनियों और गांवों में लाइन बिछाने की योजना को मंजूरी दे दी गई है, लेकिन इसके पूरा होने का संभावित समय साल 2031 तक रखा गया है. ये भी तब होगा जब एसपीएस के लिए जल बोर्ड को जमीन मिल जाएगी. इससे लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.

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पिछले पांच साल में 221 करोड़ से ज्यादा रहा बजट

आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार पिछले पांच साल में दिल्ली जल बोर्ड ने अनधिकृत कॉलोनी में सीवर लाइन बिछाने के लिए 219.31 करोड़ का बजट रखा. इसमें साल 2016-17 में सबसे ज्यादा 80 करोड़ से ज्यादा का बजट रखा गया था.

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पांच साल में 126.38 करोड़ रुपये ही खर्च हो पाए

खर्च की बात करें तो पिछले पांच साल में 126.38 करोड़ ही खर्च हो पाए. इसमें सबसे ज्यादा खर्च भी साल 2016-17 में ही हुआ. जबकि गांव के लिए यह बजट 1.70 करोड़ था. यहां सबसे ज्यादा बजट वर्ष 2019-20 में 1.30 करोड़ का था. गांवों में पांच साल में कुल 1.41 करोड़ खर्च हो पाए. खास बात ये है कि साल 2016-17 और 2017-18 में गांव में सीवर बिछाने के लिए कोई बजट ही नहीं रखा गया.

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Last Updated : Nov 16, 2020, 5:30 PM IST
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