नई दिल्ली: दिलशाद गार्डन डी पॉकेट में प्रशासन की लापरवाही स्थानीय लोगों के जान पर भारी पड़ सकती है. यहां पार्क में बिना सुरक्षा के बिजली के कई खंभे हैं, जिनसे बिजली के तार बाहर निकले हुए हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
खुले में बिजली के तारदिलशाद गार्डन: पार्क में बिजली के खुली तारें दे रही हादसों को दावत - दिलशाद गार्डन डी पॉकेट पार्क
दिल्ली के दिलशाद गार्डन डी पॉकेट में पार्क पर खुली जर्जर बिजली की तारें हादसों को दावत दे रही हैं. इस समस्या के खिलाफ कई बार संबंधित विभाग को शिकायत की गई लेकिन अभी तक हल नहीं निकला.
दिलशाद गार्डन में खुली तारे दे रही हादसों को दावत
नई दिल्ली: दिलशाद गार्डन डी पॉकेट में प्रशासन की लापरवाही स्थानीय लोगों के जान पर भारी पड़ सकती है. यहां पार्क में बिना सुरक्षा के बिजली के कई खंभे हैं, जिनसे बिजली के तार बाहर निकले हुए हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
खुले में बिजली के तार
दिलशाद गार्डन डी पॉकेट में एक सेन्ट्रल पार्क है. इसके साथ ही पार्क में कुछ बिजली के खंभे हैं, जिनसे बिजली की तार बाहर निकल रही है. लेकिन इसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं है.
प्रशासन नहीं देता ध्यान
इसके साथ ही पार्क में पानी की एक मोटर भी लगी है और उसको चलाने के लिए बिजली का एक मीटर भी है. लेकिन लापरवाही की हद तो ये है कि इस मीटर का ढक्कन भी टूटा हुआ है. स्थानीय आरडब्ल्यूए के संरक्षक राजपाल सिंह बाल्यान का कहना है कि इस बाबत कई बार संबंधित विभाग को शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन विभाग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है. ऐसे में आने वाली बरसात में कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
दिलशाद गार्डन डी पॉकेट में एक सेन्ट्रल पार्क है. इसके साथ ही पार्क में कुछ बिजली के खंभे हैं, जिनसे बिजली की तार बाहर निकल रही है. लेकिन इसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं है.
प्रशासन नहीं देता ध्यान
इसके साथ ही पार्क में पानी की एक मोटर भी लगी है और उसको चलाने के लिए बिजली का एक मीटर भी है. लेकिन लापरवाही की हद तो ये है कि इस मीटर का ढक्कन भी टूटा हुआ है. स्थानीय आरडब्ल्यूए के संरक्षक राजपाल सिंह बाल्यान का कहना है कि इस बाबत कई बार संबंधित विभाग को शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन विभाग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है. ऐसे में आने वाली बरसात में कोई बड़ा हादसा हो सकता है.