नई दिल्ली: बर्ड फ्लू के मद्देनजर बाहर के राज्यों से आने वाले मुर्गों की जांच के लिए राजस्व विभाग ने 15 शिक्षकों की रात के समय बॉर्डर पर डयूटी लगाई गई. दिल्ली के गवर्मेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन(GSTA) ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शिक्षकों को इस डयूटी से हटाने की मांग की है.
जीएसटीए ने की कड़ी निंदा
दिल्ली राजस्व विभाग के इस फैसले से दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों में भारी नाराजगी है. जीएसटीए ने इस फैसले को शिक्षकों के सम्मान पर आघात बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है. उनका कहना है कि दिल्ली के राजस्व विभाग ने शायद शिक्षकों को बिना काम वाला समझ लिया है, तभी कोई भी काम होता है तो वो शिक्षकों की डयूटी लगा देता है.
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शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र
जीएसटीए के महासचिव अजय वीर बताते हैं कि विभाग के इस फैसले के खिलाफ उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को पत्र लिखा है. उनका कहना है कि महामारी के दौरान जब समाज को जरूरत थी, तब शिक्षकों ने अपने जान की परवाह किए बिना फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर काम किया, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि सरकार शिक्षकों के सम्मान पर आघात करे. इसलिए उन्होंने मांग की है कि शिक्षकों को इस डयूटी से मुक्त किया जाए.