दौलत बेग ओल्डी पर विमान उतारने वाले कैप्टन सूर्यकांत से ईटीवी भारत की बातचीत
भारत ने 2008 में चीनी आक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए दुनिया के सबसे ऊंचे स्थान दौलत बेग ओल्डी में उतरने का साहस किया था. वायु सेना के तत्कालीन ग्रुप कैप्टन सूर्यकांत चाफेकर ने समुद्र तल से 16,700 फीट की ऊंचाई पर एक हवाई पट्टी का निर्माण कर विमान को उतारने का कौशल दिखाया था. विमान को लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास दौलत बेग ओल्डी में उतारा गया, जो चीन के बहुत करीब है. आज भारत की सीमाओं में चीन की बढ़ती घुसपैठ से दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. इस पर कैप्टन सूर्यकांत चाफेकर से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
सेवानिवृत्त एयर वाइस मार्शल सुर्यकांत चाफेकर
भारत ने 2008 में चीनी आक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए दुनिया के सबसे ऊंचे स्थान दौलत बेग ओल्डी में उतरने का साहस किया था. वायु सेना के तत्कालीन ग्रुप कैप्टन सूर्यकांत चाफेकर ने समुद्र तल से 16,700 फीट की ऊंचाई पर एक हवाई पट्टी का निर्माण कर विमान को उतारने का कौशल दिखाया था. विमान को लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास दौलत बेग ओल्डी में उतारा गया, जो चीन के बहुत करीब है. आज भारत की सीमाओं में चीन की बढ़ती घुसपैठ से दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. इस पर कैप्टन सूर्यकांत चाफेकर से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
Last Updated : Jun 11, 2020, 2:19 PM IST