नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रही दिल्ली पुलिस अक्सर सुर्खियों में बनी रहती है. अब दिल्ली पुलिस एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. ताजा मामला कंझावला थाना इलाके से सामने आया है, जहां एक शख्स की पुलिस कस्टडी के दौरान मौत हो गई. उसकी पहचान संजय के रूप में हुई है. घटना के बाद परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और इसकी न्यायिक जांच की भी मांग की है.
दरअसल, पूरा मामला सोमवार देर रात का है. मिली जानकारी के अनुसार, संजय अपने परिवार के साथ कंझावला थाना इलाके के रानी खेड़ा में रहता है. संजय और उसकी पत्नी के बीच आपसी कहासुनी में पुलिस को कॉल कर दी गई. इसके बाद पुलिस संजय को पूछताछ के लिए थाने लेकर पहुंची. यहां पुलिसकर्मियों ने पूछताछ के नाम पर देर रात तक थाने में बैठाए रखा.
पत्नी ने आरोप लगाया है कि देर रात करीब 2:30 बजे पुलिसकर्मी उनके घर पहुंचे और संजय को अस्पताल में भर्ती करने के नाम पर कुछ कागजों पर साइन करा लिए. वहीं, रात करीब 3 बजे उन्हें पति के मौत की खबर दी गई. परिजनों का कहना है कि जब वह संजय गांधी अस्पताल की मोर्चरी पहुंचे तो वहां पर संजय को करीब 1:30 लाया गया था. ऐसे में परिजन अब पुलिस की कार्यशैली पर आरोप लगा रहे हैं. परिजनों ने इस मामले में मृतक के पोस्टमार्टम के लिए एक बोर्ड के गठन की मांग की है. साथ ही इसकी न्यायिक जांच की भी मांग की है. फिलहाल परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है.
हालांकि, इसको लेकर पुलिस की तरफ से अभी तक कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन जिस तरह से परिवार वाले आरोप लगा रहे हैं कि शख्स की मौत पुलिस कस्टडी के दौरान हुई है. लिहाजा अब यह जांच का विषय है कि परिवार द्वारा पुलिस के खिलाफ लगाए जा रहे आरोपों में कितनी सच्चाई है. पुलिस पर इस तरह के आरोप लगाना यह कोई पहला मौका नहीं है. बावजूद इसके पुलिस की लापरवाही समय-समय पर देखने को मिल ही जाती है.
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