नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर है, जिसको लेकर सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली में निर्माण कार्य पर रोक लगाया गया है जिसके बाद निर्माण कार्य स्थलों पर काम करने वाले मजदूरों पर इसका कितना असर पड़ा है, इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने मजदूरों से बातचीत की.
बता दें दीपावली के बाद से राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति बनी हुई है और एयूआई 500 तक पहुंच गया है. ईटीवी भारत से बात करते हुए मजदूरों ने बताया कि उन्हें काम नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण उनको जीवन यापन करने में काफी परेशानी हो रही है. लोगों ने कहा कि हम अपना खर्चा जैसे तैसे चला रहे हैं, उधार लेकर रोज के राशन का इंतजाम कर पा रहे हैं. उन्होंने बताया कि हम दूसरे राज्यों से दिल्ली में मजदूरी करने आए हैं लेकिन यहां पर कभी कोरोना, तो कभी प्रदूषण के कारण काम बंद कर दिया जाता है, जिसका असर हमारी जीविका पर पड़ता है. सरकार हमारे बारे में नहीं सोचती है. जब काम बंद होता है तो हमें काफी परेशानी होती है. दिल्ली सरकार के द्वारा मजदूरों को काम बंद करने के बाद 5000 रुपए देने की घोषणा की थी. इस सवाल पर मजदूरों ने बताया कि हमें सरकार की तरफ से एक भी पैसा नहीं मिला है.
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बता दे राजधानी दिल्ली में हर साल प्रदूषण की गंभीर स्थिति होती है, जिसको लेकर सरकार के द्वारा प्रदूषण को कम करने के कई कदम उठाए जाते हैं. लेकिन उसके बावजूद भी लगातार राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसके कारण जहां दिल्ली वासियों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ रहा है, वहीं मजदूरों के सामने भी आर्थिक संकट उत्पन्न हो रहा है.
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