नई दिल्ली: तिमारपुर वार्ड की वजीराबाद गली नंबर 9 के हालात बहुत ही बदतर है. इलाके के लोगों का स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर आरोप है कि इलाके में मुस्लिम बस्ती होने की वजह से जनप्रतिनिधि गली नंबर 9 पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. इस 9 नम्बर गली में करीब 70 से ज्यादा गालियां है और करीब 20000 के आसपास आबादी यहां पर रहती है, जिससे इलाके की जनता को नेताओं की अनदेखी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
'मुस्लिम को वोट बैंक समझते हैं नेता'
यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि सरकार मुसलमानों को अपना वोट बैंक समझती है. इस बार वे बताएंगे कि वोट बैंक का असली मतलब क्या होता है. वोट बैंक जब कांग्रेस सरकार को गिरा सकता है तो आम आदमी पार्टी या दूसरी पार्टियां क्या चीज है. लोगों का कहना है कि यहां पर आए दिन हादसे होते हैं. जिसकी शिकायत जनप्रतिनिधियों से भी की गई, लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि इलाके की समस्याओं पर ध्यान देने की कोशिश ही नहीं करता. यदि जरा सी भी कोशिश की जाती तो आज अन्य गलियों की तरह तिमारपुर वार्ड के वजीराबाद इलाके की गली नंबर 9 भी ठीक होती.
सालों से टूटी हैं गलियां
लोगों का कहना है कि वह पिछले कई सालों से इन गलियों के ऐसे ही हालात हैं. टूटी हुई गलियां होने के चलते लोग गड्ढों में गिरकर चोटिल होते हैं और कई बार गाड़ियों भी कीचड़ में फिसलती है, जिससे एक्सीडेंट भी होते है. लोगों ने बताया कि मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर चलती हैं, जिसकी वजह से उन्हें रास्ता ढंग से दिखाई नहीं देता, महिलाएं ओर बच्चे सभी गिरकर चोटिल होते हैं.
'दिलीप से बढ़िया तो पंकज थे'
इलाके के लोगों का आरोप है कि तिमारपुर विधानसभा के "आप" विधायक दिलीप पांडे से बढ़िया तो तिमारपुर के पूर्व "आप" विधायक पंकज पुष्कर थे, जो लोगों की समस्या सुनते ओर जनता के लिए अपनी ही सरकार से लड़ते थे. लेकिन नए विधायक के क्या कहने वह तो इलाके में दिखाई ही नहीं देते.