नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा के विधायक विजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा में सत्र के दौरान डीएसईयू (दिल्ली कौशल और उद्यमिता विश्वविद्यालय) में फीस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की. विधायक ने सदन में विधानसभा अध्यक्ष के सामने कहा कि डीएसईयू में 2500 से ज्यादा सीटें खाली पड़ी हुई हैं. दिल्ली सरकार ने विश्वविद्यालयों में 400 गुना फीस में बढ़ोतरी की है, जिस वजह से इन सीटों को भर पाना मुश्किल हो रहा है. केजरीवाल सरकार गैर जिम्मेदाराना तरीके से DSEU के रीब्रांडिंग के विज्ञापनों पर भारी खर्च कर रही है, बावजूद इसके सीटों का खाली रहना चिंता का विषय है.
फीस कम करने के लिए दिल्ली सरकार को लिखा पत्र: रोहिणी से भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि छात्र कौशल सीखना चाहते हैं, किंतु सरकार द्वारा अप्रत्याशित तरीके से डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए फीस को 400% तक बढ़ाना बहुत ही दुखदाई है. इस कोर्स की पढ़ाई छात्र पहले 6,000 रुपए फीस देकर करते थे. अब उन्हें इसी काम के लिए 24,000 रुपए तक देने पड़ रहे हैं. वहीं बीटेक और m-tech पाठ्यक्रमों के लिए भी सरकार ने 500% से ज्यादा फीस बढ़ाकर छात्रों पर अतिरिक्त बोझ डाला है.
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केजरीवाल सरकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया: बीटेक एमटेक पाठ्यक्रम के लिए फीस 35,000 रुपए से बढ़ाकर 1,81,500 रुपए कर दी गई है. इस वजह से गरीब छात्रों के भविष्य पर इसका सीधा असर पड़ रहा है. सदन में अपने भाषण के दौरान भाजपा नेता ने कहा दिल्ली सरकार राजधानी में शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कहती है, लेकिन केजरीवाल सरकार का ये गैर जिम्मेदाराना रवैया है, जो फीस बढ़ाकर छात्रों पर अतिरिक्त बोझ डाल रही है. ऐसे में इन सीटों को भरने के लिए सरकार को छात्रों की फीस कम करनी होगी, जिससे समाज के हर वर्ग के छात्रों को उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके. भाजपा नेता का साफ कहना है कि गुणवत्ता कौशल भारत की युवा शक्ति के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं. सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है.
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