नई दिल्ली: पिछले नए साल की पूर्व संध्या पर एक दिल दहला देने वाली घटना में, 20 वर्षीय अंजलि सिंह का देहांत हो गया था. उत्तर पश्चिम दिल्ली में एक कार ने उन्हें टक्कर मार दी और कई किलोमीटर तक घसीटा. उसी कंझावला केस को एक साल पूरे होने पर मृतका अंजलि की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना कर उसे श्रद्धांजलि अर्पित की गई. पुण्यतिथि के मौके पर परिवार सहित डॉ. भूपेंद्र चौरसिया भी इस श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए. इस दौरान डॉ. भूपेंद्र चौरसिया ने दिल्ली सरकार द्वारा किए गए वादों को लेकर नाराजगी जाहिर की है.
डॉ. भूपेंद्र चौरसिया ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि सरकार ने मृतका अंजलि की मां की बीमारी का खर्चा, सरकारी नौकरी और भाई-बहनों की शिक्षा का खर्च उठाने का वादा किया था. दिल्ली सरकार द्वारा किए गए वादे आज भी पूरे नहीं हुए हैं. डॉ. चौरसिया ने कहा कि अगर सरकार इन वादों को पूरा नहीं करती, तो हम परिवार के साथ इन मांगों को लेकर धरने पर बैठेंगे और परिवार के हक की लड़ाई यूं ही जारी रहेगी. इसके अलावा मृतका अंजलि की मां ने न्याय की गुहार लगाते हुए दोषियों को फांसी देने की मांग भी की.
अंजलि के जाने के बाद परिवार पर मानों पहाड़ टूट पड़ा हो. मृतका अंजलि के घर में उसकी मां है और तीन भाई-बहन हैं, जिनका जीवन किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं. मां पहले से ही कीडनी की बीमारी से जूझ रही है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. जबकि भाई-बहन पढ़ाई कर रहे हैं. मां के इलाज में आने वाला खर्च इतना है कि वो परिवार के बस की बात नहीं है, क्योंकि अंजलि ही काम कर पूरे घर का लालन पालन करती थी और उसके जाने के बाद घर की स्थिति राम भरोसे है.