नई दिल्ली: कर्जदारों के कर्ज से छुटकारा पाने के लिए एक दुकानदार ने अपनी ही दुकान में पेशेवर चोरों के साथ मिलकर फर्जी चोरी करा ली. दुकानदार ने पुलिस को बताया कि दुकान से चोर ने साढ़े आठ लाख रुपए की चोरी हुई है. सूचना मिलते ही सराय रोहिल्ला थाना पुलिस ने मामले के गंभीरता को देखते हुए दुकान और आसपास लगे 350 सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले और सुराग मिलने पर वारदात में शामिल तीन आरोपियों को भी 48 घंटे में पकड़ लिया.
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि दुकानदार के बेटे और उसके पिता ने ही उनसे चोरी की वारदात को अंजाम दिलवाया है. डीसीपी मनोज कुमार मीना ने बताया कि दुकान मालिक मेघराज (61) की उम्र और उनका खराब स्वास्थ्य के कारण पुलिस ने उनके खिलाफ फर्जी चोरी के तथ्यों को छुपाने की बाबत नोटिस जारी किया है. पुलिस ने दुकान में फर्जी चोरी के मामले के खिलाफ आईपीसी की धारा 182/411/120- बी और 34 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया है.
उत्तरी जिले के डीसीपी मनोज कुमार मीना ने बताया कि सोमवार दोपहर सराय रोहिल्ला थाना पुलिस को सूचना मिली की फुटवियर मार्केट इंद्रलोक में एक दुकान में अज्ञात शख्स ने करीब 8.5 लाख रुपए की चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. दुकानदार नवीन ने बताया कि एक शख्स उनकी दुकान में आया जो दुकान में 8.5 लाख रुपए से भरे बैग को चुराकर ले गया. पीड़ित की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और आरोपियों की तलाश के लिए दुकान और आसपास लगे करीब 350 सीसीटीवी खंगाले.
इसमें एक आरोपी दुकान में रखा रुपयों से भरा बैग ले जाते हुए दिखाई दे रहा है. पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तीनों आरोपियों की पहचान की है. इनकी पहचान आकाश उर्फ मिंटो (28), जयपाल (32), शोभित उर्फ सत्यम (22) के तौर पर हुई. पुलिस को पड़ताल में पता चला कि तीनों ही आरोपी पेशेवर चोर हैं और शास्त्री नगर इलाके में रहते हैं. सभी पर सराय रोहिल्ला थाने में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं.
आरोपियों की पड़ताल करने के बाद पुलिस टीम ने तीनों आरोपियों को बुधवार की सुबह के समय उनके घर से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि चोरी की इस वारदात में दुकानदार मेघराज और उसके बेटे नवीन ने ही उनसे अंजाम दिलवाया है. इसके लिए उन्हें नवीन ने 4500 रुपए भी दिए. आरोपियों के पास से पुलिस ने पत्थरों से भरा एक बैग भी बरामद किया.
आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस टीम ने दुकानदार के बेटे नवीन को भी गिरफ्तार कर लिया. नवीन ने पुलिस को बताया कि वह कर्जदारों के कर्ज में बुरी तरह से डूबा हुआ है. लाखों रुपए का उस पर कर्ज है. कर्जदार लगातार उससे अपना पैसा मांग रहे थे. इससे छुटकारा पाने के लिए उसने अपने पिता के साथ मिलकर दुकान में चोरी की वारदात को पेशेवर चोरों के साथ मिलकर अंजाम दिया और पुलिस को दुकान में फर्जी चोरी की शिकायत की.