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किराड़ी: जलभराव से परेशान शारदा एन्क्लेव के निवासी, डेंगू-मलेरिया का डर

किराड़ी विधानसभा के शारदा एनक्लेव में गलियों की खस्ता हालत से लोग बेहद परेशान है. शारदा एनक्लेव में हाल ऐसा है कि यहां गलियां पानी में डूबी रहती है. लोगों को गंदे पानी से गुजर कर जाना पड़ रहा है. जलभराव से लोगों को डेंगू-मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बिमारियां होने का डर सता रहा है.

kirari water logging
किराड़ी जलभराव
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Published : Jun 28, 2020, 12:05 PM IST

नई दिल्ली: किराड़ी विधानसभा के शारदा एनक्लेव में गलियों की खस्ता हालत से लोग बेहद परेशान हैं. मानसून के आने से लोगों की परेशानी और ज्यादा बढ़ गई है. शारदा एनक्लेव में हाल ऐसा है कि यहां गलियां पानी में डूबी रहती हैं.

निवासियों को सता रहा डेंगू-मलेरिया का डर

लोगों को गंदे पानी से गुजर कर जाना पड़ रहा है. जलभराव से लोगों को डेंगू-मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बिमारियां होने का डर सता रहा है, लेकिन शिकायतों के बावजूद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

जलभराव की समस्या से परेशान निवासी

स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां जलभराव की समस्या की वजह है गलियों से पानी की निकासी ना होना. पानी की निकासी ना होने से गलियों में पानी भरा रहता है. निवासियों ने ठेकेदार पर आरोप लगाया कि कॉलोनी का ठेकेदार मनमाने ढंग से काम करता है.

उसने मनमाने ढंग से गलियों में मलबा डलवा दिया. जिससे पानी की निकासी के रास्ते बंद हो गए. पानी की निकासी ना होने से गलियों में पानी जमा होने लगा और महीनों से यहां जलभराव की समस्या बनी हुई है.

यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि इलाके की गलियों की हालत को लेकर विधायक से कई बार शिकायत की गई. लेकिन विधायक ऋतुराज का इस ओर कोई ध्यान नहीं जा रहा है. सबसे सिर्फ आश्वासन दिया जाता है. कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. निवासियों का जीना दुश्वार हो चुका है. यहां पानी की निकासी ना होने की वजह से हम सभी लोग इसी गंदे पानी में रहने को मजबूर है.

पनप सकते हैं डेंगू-मलेरिया के मच्छर

वहीं मानसून में जगह-जगह जमा पानी में डेंगू-मलेरिया के मच्छर पैदा होने का खतरा बना रहता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में डेंगू-मलेरिया से बचने के लिए एमसीडी और पार्षद से दवा के छिड़काव के लिए भी कहा गया, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की.

पार्षद से भी इसकी शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन पार्षद अपने ऑफिस में मिलती नहीं हैं. ऑफिस के चक्कर काट-काट कर थक गए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. परेशान लोगों ने खुद ही पार्षद ऑफिस से दवा लाकर जहां-जहां पानी जमा है वहां दवा डालना शुरू कर दिया, लेकिन लोगों को इलाके में डेंगू- चिकनगुनियां जैसी बीमारियों के फैलने का डर सता रहा है.

प्रशासन से मदद की गुहार

आज शारदा एनक्लेव की स्थिति इतनी गंभीर है कि घरों के अंदर पानी घुसने लगा है. अगर यहां पानी की निकासी के सही इंतजाम किए गए होते तो हालत ये नहीं होती. यहां लोगों को डर सता रहा है कि अगर बरसात हुई तो इलाके का क्या हाल हो जाएगा.

एमसीडी का पूरा ध्यान शारदा एनक्लेव की गंदगी को खत्म करने पर होना चाहिए. सभी लोग सोच कर घबरा रहे हैं कि अब बरसात के मौसम में स्थिति और भयानक रूप ले सकती है. क्योंकि अभी बिना बरसात के जलभराव है. जब बरसात होगी तो क्या हाल होगा सोचिए.

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि कम से कम जगह-जगह जमा पानी में मच्छर ना पनपे इसके लिए दवा का छिड़काव कर दिया जाए. इस सड़े और गंदे पानी से जो बीमारियां पैदा होने वाली है उससे बचाव हो सके. ताकि हमारे बच्चों के सिर से डेंगू- मेलरिया जैसी बिमारियों का खतरा तो दूर हो जाए.

नई दिल्ली: किराड़ी विधानसभा के शारदा एनक्लेव में गलियों की खस्ता हालत से लोग बेहद परेशान हैं. मानसून के आने से लोगों की परेशानी और ज्यादा बढ़ गई है. शारदा एनक्लेव में हाल ऐसा है कि यहां गलियां पानी में डूबी रहती हैं.

निवासियों को सता रहा डेंगू-मलेरिया का डर

लोगों को गंदे पानी से गुजर कर जाना पड़ रहा है. जलभराव से लोगों को डेंगू-मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बिमारियां होने का डर सता रहा है, लेकिन शिकायतों के बावजूद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

जलभराव की समस्या से परेशान निवासी

स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां जलभराव की समस्या की वजह है गलियों से पानी की निकासी ना होना. पानी की निकासी ना होने से गलियों में पानी भरा रहता है. निवासियों ने ठेकेदार पर आरोप लगाया कि कॉलोनी का ठेकेदार मनमाने ढंग से काम करता है.

उसने मनमाने ढंग से गलियों में मलबा डलवा दिया. जिससे पानी की निकासी के रास्ते बंद हो गए. पानी की निकासी ना होने से गलियों में पानी जमा होने लगा और महीनों से यहां जलभराव की समस्या बनी हुई है.

यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि इलाके की गलियों की हालत को लेकर विधायक से कई बार शिकायत की गई. लेकिन विधायक ऋतुराज का इस ओर कोई ध्यान नहीं जा रहा है. सबसे सिर्फ आश्वासन दिया जाता है. कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. निवासियों का जीना दुश्वार हो चुका है. यहां पानी की निकासी ना होने की वजह से हम सभी लोग इसी गंदे पानी में रहने को मजबूर है.

पनप सकते हैं डेंगू-मलेरिया के मच्छर

वहीं मानसून में जगह-जगह जमा पानी में डेंगू-मलेरिया के मच्छर पैदा होने का खतरा बना रहता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में डेंगू-मलेरिया से बचने के लिए एमसीडी और पार्षद से दवा के छिड़काव के लिए भी कहा गया, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की.

पार्षद से भी इसकी शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन पार्षद अपने ऑफिस में मिलती नहीं हैं. ऑफिस के चक्कर काट-काट कर थक गए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. परेशान लोगों ने खुद ही पार्षद ऑफिस से दवा लाकर जहां-जहां पानी जमा है वहां दवा डालना शुरू कर दिया, लेकिन लोगों को इलाके में डेंगू- चिकनगुनियां जैसी बीमारियों के फैलने का डर सता रहा है.

प्रशासन से मदद की गुहार

आज शारदा एनक्लेव की स्थिति इतनी गंभीर है कि घरों के अंदर पानी घुसने लगा है. अगर यहां पानी की निकासी के सही इंतजाम किए गए होते तो हालत ये नहीं होती. यहां लोगों को डर सता रहा है कि अगर बरसात हुई तो इलाके का क्या हाल हो जाएगा.

एमसीडी का पूरा ध्यान शारदा एनक्लेव की गंदगी को खत्म करने पर होना चाहिए. सभी लोग सोच कर घबरा रहे हैं कि अब बरसात के मौसम में स्थिति और भयानक रूप ले सकती है. क्योंकि अभी बिना बरसात के जलभराव है. जब बरसात होगी तो क्या हाल होगा सोचिए.

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि कम से कम जगह-जगह जमा पानी में मच्छर ना पनपे इसके लिए दवा का छिड़काव कर दिया जाए. इस सड़े और गंदे पानी से जो बीमारियां पैदा होने वाली है उससे बचाव हो सके. ताकि हमारे बच्चों के सिर से डेंगू- मेलरिया जैसी बिमारियों का खतरा तो दूर हो जाए.

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