नई दिल्ली : दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में रहने वाले एक रिटायर्ड फौजी के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता(Retired soldier missing under suspicious circumstances) होने का मामला सामने आया है. घटना के बाद से परिवार में दहशत का माहौल है. रिटायर्ड फौजी के लापता होने की इस गुत्थी में पीएफआई की भूमिका सामने आ रही है, जिससे पुलिस महकमे में भी खलबली मची हुई है.
रिटायर्ड फौजी को लापता हुए 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक परिवार वालों का उनसे कोई संपर्क नहीं हो सका है. जानकारी के अनुसार, बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में रहने वाले राजेंद्र प्रसाद करीब 25 साल पहले फौज से रिटायर्ड हुए थे. रिटायर होने के बाद वह दिल्ली के निठारी स्थित एक स्कूल में काम कर रहे थे. सोमवार को स्कूल से छुट्टी होने के बाद जब वह घर नहीं पहुंचे तो परिवार को उनकी चिंता होने लगी. परिजनों ने उनको ढूढना शुरू किया, लेकिन काफी कोशिशों के बाद भी उनसे संपर्क नहीं हो सका. इस बीच अचानक इस प्रकरण में पीएफआई ने भी एंट्री ले ली.
परिजनों के अनुसार, उनके नंबर पर फोन करने पर जवाब में उन्हीं(फौजी) के नंबर से व्हाट्सएप पर 'सर तन से जुदा' का मैसेज और 'पीएफआई' के झंडे की फोटो भेजी गई. इस मैसेज के बाद से ही परिवार में हड़कंप मचा हुआ है. परिजनों ने इस संबंध में थाने में शिकायत दर्ज कराई. रोहिणी जिले के डीसीपी गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि पुलिस लगातार अपने लोकल इनपुट और टेक्निकल सर्विलांस का सहारा लेते हुए उनकी तलाशी में जुटी हुई है.
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अभी तक लापता रिटायर्ड फौजी की कोई खबर नहीं मिली है, परिजन और पुलिस दोनों ही उनकी तलाश में जुटे हुए हैं. पुलिस कई एंगल से इस मामले की जांच में जुटी हुई है. बहरहाल इस गुत्थी ने पुलिस प्रशासन के सामने भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
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