नई दिल्ली: मुख्यमंत्री केजरीवाल द्वारा उत्तरी-पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हंसराज हंस पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में मंगलवार को पंचकुइया मार्ग स्थित वाल्मीकि मंदिर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और केंद्रीय मंत्री विजय गोयल के नेतृत्व में वाल्मीकि समाज ने धरना दिया.
इस दौरान लोगों ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के विरोध में नारे भी लगाए. वहीं धरने को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से केजरीवाल ने हंसराज हंस का अपमान किया है. वह ना सिर्फ हंसराज हंस का अपमान है बल्कि पूरे वाल्मीकि समाज का अपमान है. यह कोई चुनाव का मुद्दा नहीं बल्कि उससे भी बड़ा मुद्दा है. कैसे केजरीवाल ने एक सूफी गायक जो किसी जात पात से नहीं जुड़ता, जो दिल से दिल को जोड़ने का काम करता है, उसका अपमान किया है. यह पूरे सूफी गायन जगत का अपमान है.
गाना गाने से कोई धर्म नहीं बदलता
रमन सिंह आगे कहा कि सूफी गायन करने से किसी का धर्म नहीं बदलता. केजरीवाल सिर्फ राजनीतिक षड्यंत्र करके समाज को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं. केजरीवाल के इस कृत्य का विरोध दिल्ली सहित पूरे देश में हो रहा है और आगामी लोकसभा चुनाव में जनता इसका जवाब अपने वोट के माध्यम से देगी.
एससी-एसटी कमिशन में करेंगे शिकायत
वहीं धरने को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा कि एक वीडियो को काट छांट कर इस प्रकार से दिखाया गया है कि मानों हंसराज हंस ने इस्लाम कबूल कर लिया है. इससे ज्यादा गिरी हुई राजनीति केजरीवाल नहीं कर सकते. हंसराज हंस बचपन से ही वाल्मीकि हैं. उनके पास एससी का सर्टिफिकेट भी है. वह सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रह चुके हैं. केजरीवाल द्वारा हंसराज हंस पर की गई टिप्पणी से वाल्मीकि समाज के लोगों में गुस्सा व्यापत है. हम इस पूरे मामले की शिकायत एससी-एसटी कमिशन में करेंगे और चुनाव आयोग में भी.