नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में रविवार को आचार्य श्री महाप्रज्ञ की 14वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनिश्री कमलकुमार मुख्य वक्ता के रूप पर शामिल हुए. इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि, विधानसभा में मुनिश्री का आना यहां के वातावरण को शुद्ध करता है. उन्होंने ही डॉ. अब्दुल कलाम को मिसाइल बनाने की प्रेरणा दी थी.
विधानसभा में आयोजित इस कार्यक्रम का विषय 'मूल्यपरक शिक्षा में आचार्य महाप्रज्ञ जी का योगदान' था. इस विषय पर जैन संमाज के कई लोगों ने अपने अमूल्य विचार रखे. कार्यक्रम में मुनिश्री कमलकुमार और आचार्य श्री महाश्रमण जी आज्ञानुवर्ती मुख्य वक्ता थे. इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने बताया कि, 'आचार्य श्री महाप्रज्ञ, जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ के दसवें संत थे. वे एक संत, दार्शनिक, योगी, लेखक, कवि और वक्ता भी थे. उनकी तपस्या के आंशिक दर्शन व नमन के अंशमात्र से ही मैं अपना जीवन धन्य समझता हूं और उनकी शिक्षाओं से श्रेष्ठ विश्व का निर्माण हो सकता है. उनके 14वें परिनिर्वाण दिवस पर मैं उन्हें श्रद्धा के साथ स्मरण करता हूं.'
इस अवसर पर उपस्थित बौद्धिक परिषद को आशीर्वचन प्रदान करते हुए आचार्यश्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती उग्र विहारी, तपोमूर्ति मुनिश्री कमल कुमार जी ने आचार्य श्री महाप्रज्ञ के जीवन दर्शन व अवदानों से सदन का परिचय कराया. उनका स्मरण करते हुए मुनिश्री ने कहा कि, दिल्ली विधानसभा का वातावरण बहुत ही सात्विक महसूस हो रहा है, क्योंकि यहां के अध्यक्ष रामनिवास गोयल तीनों गुरूओं के पक्के भक्त हैं. दिल्ली की सड़कों पर आचार्यश्री महाश्रमण के साथ पदयात्रा में हजारों लोगों ने प्रेरणा लेकर नशा त्यागा. इसके बाद मंच पर बैठे मिथिलेश गोयल, टीके जैन, केसी जैन व सुखराज सेठिया आदि लोगों के वक्तव्य के बाद उन्हें प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया. वहीं महिला मंडल दिल्ली ने अणुव्रत गीत से मंगलाचरण, प्रमोद घोडावत ने विषय प्रवर्तन, शांतिलाल पटावरी ने आभार ज्ञापन किया. कार्यक्रम का संचालन बाबुलाल दुगड ने किया.