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दिल्ली: अवैध पटाखा फैक्ट्री पर पुलिस ने की छापेमारी, एक अरेस्ट - Narela Industrial Area factory

नरेला इंडस्ट्रियल एरिया के E-ब्लॉक में एक फैक्ट्री में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे. छापेमारी कर पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध पटाखे बरामद किए है. साथ ही पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और फैक्ट्री मालिक की तलाश में जुटी हुई है.

पटाखा फैक्ट्री
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Published : Oct 15, 2019, 7:05 AM IST

Updated : Oct 15, 2019, 7:22 AM IST

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में पटाखे बैन करने के बावजूद भी कोर्ट के नियमों की अवहेलना करते हुए बड़ी संख्या में अवैध पटाखों का कारोबार जारी है. दिल्ली के नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में भी नियमों को ताख पे रख कर पटाखों की अवैध फैक्ट्री चलाई जा रही थी. पुलिस ने इस फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में पटाखे पकड़े हैं.

पुलिस ने की फैक्ट्री पर छापेमारी

नरेला इंडस्ट्रियल एरिया के ई ब्लॉक में एक फैक्ट्री में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे. छापेमारी कर पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध पटाखे बरामद किए है. साथ ही पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और फैक्ट्री मालिक की तलाश में जुटी हुई है.


ऐसी ही एक फैक्ट्री में 2 साल पहला हुआ था हादसा
पत्थर के टुकड़ों में बारूद मिला कर इन पटाखों को बनाया जा रहा था. आपको बता दें कि इसी तरह के पटाखों की एक फैक्ट्री में 2 साल पहले बवाना एरिया में आग लगी थी और 17 लोग जिंदा जल गए थे. बवाना अग्निकांड के बाद भी पुलिस अवैध पटाखा फैक्ट्रियों पर लगाम नहीं लगा पा रही है.

फैक्ट्री के कमरों में भरे हुए थे पटाखे
बवाना अग्निकांड में जिस फैक्ट्री में 17 लोग जिंदा जले थे. उस फैक्ट्री में भी यही पटाखे बनाए जाते थे. बावजूद उसके पुलिस की नाक के नीचे नरेला की इस फैक्ट्री में पटाखों और बारूद का काम चलाया जा रहा था. फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में पटाखे पाए गए. कई कमरों में पटाखे भरे हुए थे और दिवाली के अवसर पर इन पटाखों की दिल्ली में खपत होनी थी.

कोर्ट के आदेशों के बावजूद हो रहा है कारोबार
नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में जिस फैक्ट्री में इस तरह के पटाखे का कारोबार चलाया जा रहा था. न्यायालय के सख्त आदेश के बावजूद भी इस तरह का कारोबार दिल्ली में अभी भी लगातार जारी है. इस कारोबार का मालिक पंजाबी बाग का व्यापारी बताया जा रहा है.

पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे हैं सवाल
इस मामले के सामने आने के बाद बवाना अग्निकांड में पीड़ित परिवार के पैरोकार संजीव ओझा ने सीधे तौर पर पुलिस के लाचार रवैये पर सवाल खड़े किए है. फिलहाल नरेला इंडस्ट्रियल एरिया पुलिस मामले की जांच में जुटी है. लेकिन अवैध पटाखा फैक्ट्री के इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते हैं कि आखिरकार उच्च न्यायालय के पटाखों पर बैन लगाने के बावजूद भी इतनी बड़ी अवैध पटाखा फैक्ट्री इलाके में कैसे चलाई जा रही थी.

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में पटाखे बैन करने के बावजूद भी कोर्ट के नियमों की अवहेलना करते हुए बड़ी संख्या में अवैध पटाखों का कारोबार जारी है. दिल्ली के नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में भी नियमों को ताख पे रख कर पटाखों की अवैध फैक्ट्री चलाई जा रही थी. पुलिस ने इस फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में पटाखे पकड़े हैं.

पुलिस ने की फैक्ट्री पर छापेमारी

नरेला इंडस्ट्रियल एरिया के ई ब्लॉक में एक फैक्ट्री में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे. छापेमारी कर पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध पटाखे बरामद किए है. साथ ही पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और फैक्ट्री मालिक की तलाश में जुटी हुई है.


ऐसी ही एक फैक्ट्री में 2 साल पहला हुआ था हादसा
पत्थर के टुकड़ों में बारूद मिला कर इन पटाखों को बनाया जा रहा था. आपको बता दें कि इसी तरह के पटाखों की एक फैक्ट्री में 2 साल पहले बवाना एरिया में आग लगी थी और 17 लोग जिंदा जल गए थे. बवाना अग्निकांड के बाद भी पुलिस अवैध पटाखा फैक्ट्रियों पर लगाम नहीं लगा पा रही है.

फैक्ट्री के कमरों में भरे हुए थे पटाखे
बवाना अग्निकांड में जिस फैक्ट्री में 17 लोग जिंदा जले थे. उस फैक्ट्री में भी यही पटाखे बनाए जाते थे. बावजूद उसके पुलिस की नाक के नीचे नरेला की इस फैक्ट्री में पटाखों और बारूद का काम चलाया जा रहा था. फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में पटाखे पाए गए. कई कमरों में पटाखे भरे हुए थे और दिवाली के अवसर पर इन पटाखों की दिल्ली में खपत होनी थी.

कोर्ट के आदेशों के बावजूद हो रहा है कारोबार
नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में जिस फैक्ट्री में इस तरह के पटाखे का कारोबार चलाया जा रहा था. न्यायालय के सख्त आदेश के बावजूद भी इस तरह का कारोबार दिल्ली में अभी भी लगातार जारी है. इस कारोबार का मालिक पंजाबी बाग का व्यापारी बताया जा रहा है.

पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे हैं सवाल
इस मामले के सामने आने के बाद बवाना अग्निकांड में पीड़ित परिवार के पैरोकार संजीव ओझा ने सीधे तौर पर पुलिस के लाचार रवैये पर सवाल खड़े किए है. फिलहाल नरेला इंडस्ट्रियल एरिया पुलिस मामले की जांच में जुटी है. लेकिन अवैध पटाखा फैक्ट्री के इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते हैं कि आखिरकार उच्च न्यायालय के पटाखों पर बैन लगाने के बावजूद भी इतनी बड़ी अवैध पटाखा फैक्ट्री इलाके में कैसे चलाई जा रही थी.

Intro:एक्सक्लुसिव:--


बवाना की तरह दिल्ली के नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में भी नियमों को ताख पे रख कर चल रही थी पटाखों की अवैध फैक्ट्री...पुलिस की बड़ी लापरवाही की वजह से अवैध पटाखा फैक्ट्री चलाने में फैक्ट्री मालिक हो रहा था कामयाब...फिलहाल पुलिस ने फैक्ट्री में की छापेमारी नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में ई ब्लॉक में चलाई जा रही थी पटाखों की अवैध फैक्ट्री... बवाना अग्निकांड के बाद भी अवैध पटाखा फैक्ट्रियों पर नहीं लगाई जा पा रही है लगाम ...छापामारी कर पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध पटाखे किए बरामद...एक व्यक्ति को पुकिस ने गुरफ्तार किया फैक्ट्री मालिक की तलाश में जुटी पुलिस....
Body:देश की राजधानी दिल्ली में पटाखे बंद करने के बावजूद भी कोर्ट के नियमों की अवहेलना करते हुए बड़ी संख्या में अवैध पटाखों का कारोबार जारी है..जिससे पुकिस कि जार्याशैली पर भी सवाल खड़े होते है ...दिल्ली के नरेला में पुलिस ने एक फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में पटाखे पकड़े हैं.. पत्थर के टुकड़ों में बारूद मिला कर इन पटाखों को यहां अवैध तरीके से सभु नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए बनाया जा रहा था ... आपको बता दें कि इसी तरह के पटाखों की एक फैक्ट्री में 2 साल पहले बवाना एरिया में आग लगी थी और 17 लोग जिंदा जल गए थे...जिस फैक्ट्री में 17 लोग जिंदा जले थे उस फैक्ट्री में भी यही पटाखे बनाए जाते थे ...बावजूद उसके पुलिस की नाक के नीचे इस फैक्ट्री में इन पटाखों और बारूद का काम जारी था...यहां पटाखे बड़ी मात्रा में थे कई कमरों में यह पटाखे भरे हुए थे और दिवाली के अवसर पर यह पटाखे दिल्ली में खपत होने थे। न्यायालय के सख्त आदेश के बावजूद भी इस तरह का कारोबार दिल्ली में अभी भी लगातार जारी है...नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में जिस फैक्ट्री में इस तरह के पटाखे का कारोबार चलाया जा रहा था इस कारोबार का मालिक पंजाबी बाग का व्यापारी बताया जा रहा है...इस मामले के सामने आने के बाद बवाना अग्निकांड में पीड़ित परिवार के पैरोकार संजीव ओझा ने सीधे तौर पर पुकिस के लाचार रवैये पर सवाल खड़े किए ....

बाईट--संजीव ओझा( पीड़ित पक्ष पैरोकार)
Conclusion:फिलहाल नरेला इंडस्ट्रियल एरिया पुलिस मामले की जांच में जुटी है... लेकिन अवैध पटाखा फैक्ट्री के इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते हैं कि आखिरकार बवाना अग्निकांड होने पर और साथ ही साथ उच्च न्यायालय की पटाखों पर बैन लगाने के बावजूद भी इतनी बड़ी अवैध पटाखा फैक्ट्री इलाके में कैसे चलाई जा रही थी जिसकी पुलिस को कानों कान भनक तक नहीं लगी.. या फिर पुलिस सब कुछ जानते हुए भी आंख मूंदे बैठी थी....
Last Updated : Oct 15, 2019, 7:22 AM IST
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