नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन के बीच गरीब और मजदूर तबके की समस्याओं का समाधान करने के लिए अब शासन और प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक संस्था के लोग भी बढ़-चढ़ कर आगे आ रहे हैं. और हर संभव मदद का प्रयास कर रहे हैं, जिससे कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए.
इसी फेहरिस्त में आरएसएस, सेवा भारती, सिंधी पंचायत समिति सरीखे कई सामाजिक संस्था के लोग दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-11 स्थित झुग्गी बस्ती कॉलोनी पहुंचें और वहां लोगों को राशन संबंधित जरूरी वस्तुएं मुहैया कराई.
सामाजिक संस्था के लोगों दिया राशन
देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच कोई व्यक्ति भूखा ना सोए इसके लिए शासन और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. इतना ही नहीं, इस बीच कई सामाजिक संस्थानों के लोग भी बढ़-चढ़ कर अपनी सहभागिता दिखाते हुए उन लोगों के बीच पहुंच रहे हैं, जो इस दौर में अपने लिए दो वक्त की रोटी जुटा पाने में समर्थ नहीं हैं.
इसी फेहरिस्त में राजधानी दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-11 में कुछ सामाजिक संस्था के लोग पहुंचें, और यहां बनी झुग्गी बस्ती कॉलोनी में जरूरतमंदों को सूखा राशन उपलब्ध कराया, ताकि इस आपदा भरी स्थिति में कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए. इस राशन में इन लोगों को आटा, दाल, चावल सरीखे वस्तुएं मुहैया कराया गया.
सोशल डिस्टेंसिंग का भी रखा ख्याल
झुग्गी बस्ती कॉलोनी में राशन मुहैया कराते समय सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा गया. इस दौरान ना सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग को व्यवस्थित तरीके से किया गया, बल्कि लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूक भी किया गया. ताकि लोग इसके महत्व को समझते हुए लॉकडाउन का जिम्मेदारी के साथ पालन करें.
कॉलोनी में बसे हिंदू शरणार्थी
गौरतलब है कि दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-11 स्थित इस बस्ती कॉलोनी में हिंदू शरणार्थी रह रहे हैं. और देशभर में जारी इस लॉकडाउन के बीच इन लोगों की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कई सामाजिक संस्था के लोग यहां पहुंचें और कोरोना महामारी के बीच कोई भुखमरी का मामला सामने ना आए इसलिए इन लोगों तक राशन संबंधित जरूरी वस्तुएं मुहैया कराई गई.
बहरहाल देशभर में लॉकडाउन लागू है. और इसी के तहत तमाम सिविक एजेंसियां और सामाजिक संस्था के लोग जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, जो वाकई में सराहनीय है. ऐसे में अब जरूरत है कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में हर कोई एकजुटता दिखाए, और लॉकडाउन का जिम्मेदारी के साथ पालन करें, ताकि इस वैश्विक महामारी को हराया जा सके.