नई दिल्ली: सालों से लगे गंदगी के अंबार से बादली विधानसभा के भलस्वा वार्ड के अंतर्गत आने वाले जहांगीरपुरी इलाके के लोग परेशान हैं. यहां सड़क की किनारे ही कूड़े का ढेर लगा हुआ हुआ है. इसके कारण लोगों को घरों से निकलने में भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं. बरसात के दिनों में हाल और बेहाल हो जाता है जब पानी भी कूड़े के साथ मिल जाता है.
शिकायत के बाद भी नहीं कोई हल
बात दें कि स्थानीय लोगों ने कई बार बादली विधायक और स्थानीय निगम पार्षद सहित निगम के अधिकारियों से इस मुसीबत की कई बार शिकायत की. लेकिन इसके बावजूद भी पिछले कई सालों से समस्या का समाधान होता नजर नहीं आ रहा है. अब स्थानीय जनता आगामी निगम चुनाव का इंतजार कर रही है कि जब निगम पार्षद के लिए प्रतिनिधि वोट मांगने आएंगे तो उन्हें मुद्दे याद दिला कर फूलों के हार की जगह जूतों की माला पहनाई जाएगी.
सुनिए स्थानीय लोगों की समस्याएं
- सालों से लगा है गंदगी का अंबार
स्थानीय जनता ने बताया कि भलस्वा वार्ड के जहांगीरपुरी इलाके में बीते 30 सालों से कूड़े घर में गंदगी होने की वजह से आसपास के इलाके में रहने वाले लोगों का जीना दुर्भर हो गया हैं. बरसात के दिनों में पानी के साथ बहकर कूड़ा लोगों के घरों में घुस जाता है.
- कोई भी सुनने को तैयार नहीं
पहले यहां पर छोटा कूड़ा घर था लेकिन धीरे-धीरे ये बड़े कूड़े घर मे तब्दील कर दिया गया. इलाके के लोग बच्चों के भविष्य को देखते हुए कूड़ा घर को हटाने के लिए न जाने कितनी बार सभी नेताओं ओर अधिकारियों को पत्र भी लिख चुके है. लेकिन कोई भी जनता की समस्या सुनने को तैयार नहीं है. चुनाव के दौरान सभी जनप्रतिनिधि बड़े-बड़े वादे करते हैं. लेकिन कोई भी वादा पूरा करता नजर नहीं आता.
- पार्षद जोन चैयरमेन होते हुए भी शिकायतों को कर रहे अनसुना
स्थानीय लोगों ने कई बार पत्र भी लिखा. लेकिन उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने कुछ कूड़ा घरों को संज्ञान लेते हुए बंद करा दिया. भलस्वा वार्ड में बने हुए कूड़ा घर बंद करने के लिए पिछले कई सालों से लगातार हो रही शिकायतों के बाद भी स्थानीय निगम पार्षद कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं. जबकि खुद भलस्वा वार्ड से भाजपा के निगम पार्षद सुरेंद्र खर्ब सिविल लाइन जोन के चेयरमैन भी है. उसके बावजूद भी निगम पार्षद जनता की समस्या को अनसुना कर रहे हैं.
- जूतों की माला पहनाकर करेंगे स्वागत
आगामी निगम चुनाव को देखते हुए स्थानीय जनता ने मन बना लिया है कि इस बार निगम चुनाव के लिए जो भी प्रतिनिधि जनता से वोट मांगने के लिए आएगा उसका फूलों की माला से नहीं जूतों का हार पहनाकर स्वागत करेंगे. क्योंकि चुनाव के दौरान सभी जनप्रतिनिधि बड़े-बड़े वादे कर जनता को बेवकूफ बनाते हैं और उनसे वोट मांगते हैं. चुनाव पूरा होने के बाद कोई भी जनप्रतिनिधि जनता की ओर ध्यान भी नहीं देता.