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दिल्ली देहात का दिल जीतने मैदान में उतरे गुग्गन, हंस और लिलोठिया- कौन किस पर भारी? - niranjan mishra

उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट पर AAPऔर कांग्रेस दोनों स्थानीय मुद्दों को लेकर चुनावी मुकाबले की बात कर रहे हैं, तो वहीं हंसराज हंस की लोकप्रियता भी कम नहीं है. सवाल ये है कि इस सीट पर मुद्दे बाजी मारते हैं या स्टारडम काम आता है.

दिल्ली देहात का दिल जीतने मैदान में उतरे गुग्गन, हंस और लिलोठिया- कौन किस पर भारी?
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Published : Apr 27, 2019, 10:33 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी की सातों लोकसभा सीटों में सबसे ज्यादा चर्चित है, उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट. जहां बीजेपी ने स्टार चेहरे को उतारा है. कांग्रेस ने राजेश लिलोठिया को तो AAP ने स्थानीय गुग्गन सिंह रंगा को. चर्चा इस बात की है जहां AAPऔर कांग्रेस दोनों स्थानीय मुद्दों को लेकर चुनावी मुकाबले की बात कर रहे हैं, तो वहीं हंसराज हंस की लोकप्रियता भी कम नहीं है. सवाल ये है कि इस सीट पर मुद्दे बाजी मारते हैं या स्टारडम काम आता है.

ईटीवी भारत ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों से इस पर खास बातचीत की. उत्तर पश्चिमी दिल्ली से आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले अपने उम्मीदवार की घोषणा की थी. स्थानीय गुग्गन सिंह रंगा को पार्टी ने वहां से उम्मीदवार बनाया और रंगा ने उम्मीदवार बनते ही क्षेत्र में दौरे और चुनावी अभियान शुरू कर दिए.

कांग्रेस के स्थानीय नेता राजकुमार चौहान टिकट के दावेदारों में सबसे पहले नंबर पर थे, लेकिन किस्मत खुली दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया की. वहीं, बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद उदित राज को ही टिकट से वंचित कर दिया और भरोसा जताया मशहूर गायक हंसराज हंस पर.

राजेश लिलोठिया से खास बातचीत
ईटीवी भारत ने जब राजेश लिलोठिया से बातचीत की, तो उनका कहना था कि हंस राज हंस बड़े कलाकार हैं, अच्छा गाना गाते हैं, लेकिन क्षेत्र के लोगों को तय करना है कि उन्हें अच्छा गाना गाने वाला चाहिए या विकास करने वाला चाहिए. स्थानीय प्रतिनिधित्व के मुद्दे पर राजेश लिलोठिया ने कहा कि हंसराज हंस पंजाब से हैं और रंगा जी हरियाणा से हैं. उन्होंने कहा मैं अपने नाम के आगे अपने गांव का सरनेम लगाता हूं. लिलोठिया मेरा गांव है, जो नांगलोई में है और यह मेरी पार्लियामेंट्री कन्स्टिट्यूएन्सी है.

हम सब एक हैं और मजबूती से मैदान में है-लिलोठिया
गौरतलब है कि लिलोठिया को टिकट मिलने से पहले उत्तर पश्चिमी दिल्ली से टिकट के दावेदार रहे राजकुमार चौहान के समर्थकों ने राहुल गांधी के आवास के बाहर उनके समर्थन में प्रदर्शन किया था. इसे लेकर सवाल करने पर लिलोठिया ने कहा कि हम सब एकत्रित हैं और मजबूती के साथ मैदान में हैं. उन्होंने बताया कि उनका फोकस महिला सुरक्षा पर होगा, इसके लिए वे इंद्रा शक्ति एप लॉन्च करने जा रहे हैं, वहीं उन्होंने व्यापारियों के लिए कहा कि व्यापारियों को सीलिंग से मुक्ति दिलाएंगे. उदित राज के कांग्रेस ज्वाइन करने और लिलोठिया को समर्थन देने के मुद्दे पर उनका कहना था कि ये हमारे लिए खुशी की बात है कि उदित राज जी ने अपने समर्थकों और अपनी टीम से हमारा समर्थन देने को कहा है.

नॉर्थ वेस्ट सीट पर कड़ा मुकाबला, कौन किस पर भारी?

हंसराज हंस गाना गाते रहे, उन्हें नहीं मानता चुनौती- गुग्गन सिंह रंगा
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुग्गन सिंह रंगा राजेश लिलोठिया और हंसराज हंस दोनों को ही चुनौती नहीं मानते हैं. रंगा का कहना है कि ये दोनों हमारे लोकसभा से बाहर के हैं. हंसराज हंस के बारे में ईटीवी भारत से बातचीत में गुग्गन सिंह रंगा ने कहा कि भले उनका चेहरा बड़ा है, वे गाना गाते हैं, पिक्चर बनाते हैं, लेकिन लोगों को मनोरंजन करने वाला नहीं चाहिए, उन्हें विकास करने वाला आदमी चाहिए. गुग्गन सिंह रंगा ने कहा कि मैं उन्हें चुनौती नहीं मानता, वे अपना गाना गाते रहें.

कांग्रेस की ज़मानत जब्त होगी-गुग्गन सिंह
वहीं कांग्रेस के बारे में गुग्गन सिंह रंगा का कहना था कि कांग्रेस धरातल पर है, उसकी जमानत जब्त होगी. कांग्रेस के उम्मीदवार राजेश लिलोठिया पर रंगा ने बयान दिया कि लिलोठिया जी के पास समय नहीं है, उनका कद कितना बड़ा है, यह तो वहां के लोग बता ही देंगे. स्थानीय मुद्दों के बारे में पूछने पर गुग्गन सिंह रंगा का कहना था कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली की एक बड़ी आबादी अभी भी खेती पर निर्भर है, लेकिन उनको खेती के लिए साधन नहीं मिल पाते. उन्होंने कहा कि हमारा फोकस पूर्ण राज्य के ऊपर होगा. क्षेत्र में शिक्षा का विकास हो और यहां पर अस्पतालों की कमी है, तो हम स्वास्थ्य व्यवस्था को भी प्राथमिकता में रखेंगे.

उत्तर पश्चिमी सीट एक मात्र आरक्षित सीट
गौरतलब है कि उत्तर पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र दिल्ली का एकमात्र आरक्षित सीट है. यहां से पिछली बार 2014 के में बीजेपी के टिकट पर उदित राज ने जीत दर्ज की थी. उन्हें लगभग साढे 46% मत मिले थे, वहीं करीब साढ़े 38 प्रतिशत मतों के साथ आम आदमी पार्टी की राखी बिड़लान दूसरे स्थान पर थीं.

2009 में यहां से करीब 57 % मतों से जीतकर सांसद बनीं कांग्रेस नेता कृष्णा तीरथ को 2014 में 13 % वोट भी नहीं मिल सके थे. लेकिन इस बार ना तो 2014 जैसी सियासी परिस्थितियां हैं और न ही 2014 वाला एक भी चेहरा मैदान में हैं. कुल मिलाकर इन दोनों नेताओं के अपने दावे हैं और अपनी दलीलें हैं. इन दोनों के साथ अच्छी बात ये है कि इनके साथ इनकी पार्टी का संगठन स्थानीय स्तर पर काम कर रहा है और दोनों चेहरे दिल्ली प्रदेश और अपने क्षेत्र के लिए नामचीन हैं.

बीजेपी के प्रत्याशी का चेहरा तो बड़ा है लेकिन उनकी चुनौती ये है कि वो अभी संगठन और क्षेत्र को समझने की ही कोशिश कर रहे हैं. देखना ये है कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली में बीजेपी का स्टारडम कमल खिलाता है या अपने गांव के नाम को सरनेम के रूप में लगाने वाले राजेश लिलोठिया दिल्ली देहात का दिल जीत पाते हैं या फिर गुग्गन सिंह रंगा का अनुभव और स्थानीय चेहरा आम आदमी पार्टी के सिर पर जीत का सेहरा सजा पाता है.

नई दिल्ली: राजधानी की सातों लोकसभा सीटों में सबसे ज्यादा चर्चित है, उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट. जहां बीजेपी ने स्टार चेहरे को उतारा है. कांग्रेस ने राजेश लिलोठिया को तो AAP ने स्थानीय गुग्गन सिंह रंगा को. चर्चा इस बात की है जहां AAPऔर कांग्रेस दोनों स्थानीय मुद्दों को लेकर चुनावी मुकाबले की बात कर रहे हैं, तो वहीं हंसराज हंस की लोकप्रियता भी कम नहीं है. सवाल ये है कि इस सीट पर मुद्दे बाजी मारते हैं या स्टारडम काम आता है.

ईटीवी भारत ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों से इस पर खास बातचीत की. उत्तर पश्चिमी दिल्ली से आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले अपने उम्मीदवार की घोषणा की थी. स्थानीय गुग्गन सिंह रंगा को पार्टी ने वहां से उम्मीदवार बनाया और रंगा ने उम्मीदवार बनते ही क्षेत्र में दौरे और चुनावी अभियान शुरू कर दिए.

कांग्रेस के स्थानीय नेता राजकुमार चौहान टिकट के दावेदारों में सबसे पहले नंबर पर थे, लेकिन किस्मत खुली दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया की. वहीं, बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद उदित राज को ही टिकट से वंचित कर दिया और भरोसा जताया मशहूर गायक हंसराज हंस पर.

राजेश लिलोठिया से खास बातचीत
ईटीवी भारत ने जब राजेश लिलोठिया से बातचीत की, तो उनका कहना था कि हंस राज हंस बड़े कलाकार हैं, अच्छा गाना गाते हैं, लेकिन क्षेत्र के लोगों को तय करना है कि उन्हें अच्छा गाना गाने वाला चाहिए या विकास करने वाला चाहिए. स्थानीय प्रतिनिधित्व के मुद्दे पर राजेश लिलोठिया ने कहा कि हंसराज हंस पंजाब से हैं और रंगा जी हरियाणा से हैं. उन्होंने कहा मैं अपने नाम के आगे अपने गांव का सरनेम लगाता हूं. लिलोठिया मेरा गांव है, जो नांगलोई में है और यह मेरी पार्लियामेंट्री कन्स्टिट्यूएन्सी है.

हम सब एक हैं और मजबूती से मैदान में है-लिलोठिया
गौरतलब है कि लिलोठिया को टिकट मिलने से पहले उत्तर पश्चिमी दिल्ली से टिकट के दावेदार रहे राजकुमार चौहान के समर्थकों ने राहुल गांधी के आवास के बाहर उनके समर्थन में प्रदर्शन किया था. इसे लेकर सवाल करने पर लिलोठिया ने कहा कि हम सब एकत्रित हैं और मजबूती के साथ मैदान में हैं. उन्होंने बताया कि उनका फोकस महिला सुरक्षा पर होगा, इसके लिए वे इंद्रा शक्ति एप लॉन्च करने जा रहे हैं, वहीं उन्होंने व्यापारियों के लिए कहा कि व्यापारियों को सीलिंग से मुक्ति दिलाएंगे. उदित राज के कांग्रेस ज्वाइन करने और लिलोठिया को समर्थन देने के मुद्दे पर उनका कहना था कि ये हमारे लिए खुशी की बात है कि उदित राज जी ने अपने समर्थकों और अपनी टीम से हमारा समर्थन देने को कहा है.

नॉर्थ वेस्ट सीट पर कड़ा मुकाबला, कौन किस पर भारी?

हंसराज हंस गाना गाते रहे, उन्हें नहीं मानता चुनौती- गुग्गन सिंह रंगा
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुग्गन सिंह रंगा राजेश लिलोठिया और हंसराज हंस दोनों को ही चुनौती नहीं मानते हैं. रंगा का कहना है कि ये दोनों हमारे लोकसभा से बाहर के हैं. हंसराज हंस के बारे में ईटीवी भारत से बातचीत में गुग्गन सिंह रंगा ने कहा कि भले उनका चेहरा बड़ा है, वे गाना गाते हैं, पिक्चर बनाते हैं, लेकिन लोगों को मनोरंजन करने वाला नहीं चाहिए, उन्हें विकास करने वाला आदमी चाहिए. गुग्गन सिंह रंगा ने कहा कि मैं उन्हें चुनौती नहीं मानता, वे अपना गाना गाते रहें.

कांग्रेस की ज़मानत जब्त होगी-गुग्गन सिंह
वहीं कांग्रेस के बारे में गुग्गन सिंह रंगा का कहना था कि कांग्रेस धरातल पर है, उसकी जमानत जब्त होगी. कांग्रेस के उम्मीदवार राजेश लिलोठिया पर रंगा ने बयान दिया कि लिलोठिया जी के पास समय नहीं है, उनका कद कितना बड़ा है, यह तो वहां के लोग बता ही देंगे. स्थानीय मुद्दों के बारे में पूछने पर गुग्गन सिंह रंगा का कहना था कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली की एक बड़ी आबादी अभी भी खेती पर निर्भर है, लेकिन उनको खेती के लिए साधन नहीं मिल पाते. उन्होंने कहा कि हमारा फोकस पूर्ण राज्य के ऊपर होगा. क्षेत्र में शिक्षा का विकास हो और यहां पर अस्पतालों की कमी है, तो हम स्वास्थ्य व्यवस्था को भी प्राथमिकता में रखेंगे.

उत्तर पश्चिमी सीट एक मात्र आरक्षित सीट
गौरतलब है कि उत्तर पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र दिल्ली का एकमात्र आरक्षित सीट है. यहां से पिछली बार 2014 के में बीजेपी के टिकट पर उदित राज ने जीत दर्ज की थी. उन्हें लगभग साढे 46% मत मिले थे, वहीं करीब साढ़े 38 प्रतिशत मतों के साथ आम आदमी पार्टी की राखी बिड़लान दूसरे स्थान पर थीं.

2009 में यहां से करीब 57 % मतों से जीतकर सांसद बनीं कांग्रेस नेता कृष्णा तीरथ को 2014 में 13 % वोट भी नहीं मिल सके थे. लेकिन इस बार ना तो 2014 जैसी सियासी परिस्थितियां हैं और न ही 2014 वाला एक भी चेहरा मैदान में हैं. कुल मिलाकर इन दोनों नेताओं के अपने दावे हैं और अपनी दलीलें हैं. इन दोनों के साथ अच्छी बात ये है कि इनके साथ इनकी पार्टी का संगठन स्थानीय स्तर पर काम कर रहा है और दोनों चेहरे दिल्ली प्रदेश और अपने क्षेत्र के लिए नामचीन हैं.

बीजेपी के प्रत्याशी का चेहरा तो बड़ा है लेकिन उनकी चुनौती ये है कि वो अभी संगठन और क्षेत्र को समझने की ही कोशिश कर रहे हैं. देखना ये है कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली में बीजेपी का स्टारडम कमल खिलाता है या अपने गांव के नाम को सरनेम के रूप में लगाने वाले राजेश लिलोठिया दिल्ली देहात का दिल जीत पाते हैं या फिर गुग्गन सिंह रंगा का अनुभव और स्थानीय चेहरा आम आदमी पार्टी के सिर पर जीत का सेहरा सजा पाता है.

Intro:दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में हाल में सबसे ज्यादा चर्चित रहा उत्तर-पश्चिम लोकसभा, जहां से भाजपा के मौजूदा सांसद उदित राज ने दल बदल लिया, वहीं उनकी जगह पर भाजपा ने एक स्टार गायक को मैदान में उतारा. लेकिन क्या उत्तर पश्चिम का दिल्ली देहात स्टार गायक को कबूल करेगा या स्थानीय नेतृत्व का मुद्दा स्टारडम पर हावी हो जाएगा. इसे लेकर ईटीवी भारत ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों से बातचीत की.


Body:नई दिल्ली: उत्तर पश्चिमी दिल्ली से आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले अपने उम्मीदवार की घोषणा की थी. स्थानीय गुग्गन सिंह रंगा को पार्टी ने वहां से उम्मीदवार बनाया और रंगा ने उम्मीदवार बनते हैं क्षेत्र में दौरे और चुनावी अभियान शुरू कर दिए. कांग्रेस के स्थानीय नेता राजकुमार चौहान टिकट के दावेदारों में सबसे पहले नंबर पर थे, लेकिन किस्मत खुली दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया की. वहीं, भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद को ही टिकट से वंचित कर दिया और भरोसा जताया मशहूर गायक हंसराज हंस पर.

आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुग्गन सिंह रंगा इन दोनों ही नेताओं को अपनी चुनौती नहीं मानते हैं. रंगा का कहना है कि ये दोनों हमारे लोकसभा से बाहर के हैं. हंसराज हंस के बारे में ईटीवी भारत से बातचीत में गुग्गन सिंह रंगा ने कहा कि भले उनका चेहरा बड़ा है, वे गाना गाते हैं, पिक्चर बनाते हैं, लेकिन लोगों को मनोरंजन करने वाला नहीं चाहिए, उन्हें विकास करने वाला आदमी चाहिए. गुग्गन सिंह रंगा ने कहा कि मैं उन्हें चुनौती नहीं मानता, वे अपना गाना गाते रहें.

वहीं कांग्रेस के बारे में गुग्गन सिंह रंगा का कहना था कि कांग्रेस धरातल पर है, उसकी जमानत जब्त होगी. कांग्रेस के उम्मीदवार लिलोठिया के बारे में रंगा ने कहा कि लिलोठिया जी के पास समय नहीं है, उनका कद कितना बड़ा है, यह तो वहां के लोग बता ही देंगे. स्थानीय मुद्दों के बारे में पूछने पर गुग्गन सिंह रंगा का कहना था कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली की एक बड़ी आबादी अभी भी खेती पर निर्भर है, लेकिन उनको खेती के लिए साधन नहीं मिल पाते. उन्होंने कहा कि हमारा फोकस पूर्ण राज्य के ऊपर होगा. क्षेत्र में शिक्षा का विकास हो और यहां पर हॉस्पिटल्स की कमी है, तो हम स्वास्थ्य व्यवस्था को भी प्राथमिकता में रखेंगे.

ईटीवी भारत ने जब राजेश लिलोठिया से बातचीत की, तो उनका कहना था कि हंस राज हंस बड़े-बड़े कलाकार हैं, अच्छा गाना गाते हैं, लेकिन क्षेत्र के लोगों को तय करना है कि उन्हें अच्छा गाना गाने वाला चाहिए या विकास करने वाला चाहिए. स्थानीय प्रतिनिधित्व के मुद्दे पर राजेश लिलोठिया ने कहा कि हंसराज हंस पंजाब से हैं और रंगा जी हरियाणा से हैं. उन्होंने कहा मैं अपने नाम के आगे अपने गांव का सरनेम लगाता हूं. लिलोठि मेरा गांव है, जो नांगलोई में है और यह मेरी पार्लियामेंट्री कन्स्टिट्यूएन्सी है.

गौरतलब है कि लिलोठिया को टिकट मिलने से पहले उत्तर पश्चिमी दिल्ली से टिकट के दावेदार रहे राजकुमार चौहान के समर्थकों ने राहुल गांधी के आवास के बाहर उनके समर्थन में प्रदर्शन किया था. इसे लेकर सवाल करने पर लिलोठिया ने कहा कि हम सब एकत्रित हैं और मजबूती के साथ मैदान में हैं. उन्होंने बताया कि उनका फोकस महिला सुरक्षा पर होगा, इसके लिए वे इंद्रा शक्ति एप लॉन्च करने जा रहे हैं, वहीं उन्होंने व्यापारियों के लिए कहा कि व्यापारियों को सीलिंग से मुक्ति दिलाएंगे. उदित राज के कांग्रेस ज्वाइन करने और लिलोठिया को समर्थन देने के मुद्दे पर इनका कहना था कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि उदित राज जी ने अपने समर्थकों और अपनी टीम से हमारा समर्थन देने को कहा है.

गौरतलब है कि उत्तर पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र दिल्ली का एकमात्र आरक्षित सीट है. यहां से पिछली बार यानि 2014 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर उदित राज ने जीत दर्ज की थी. उन्हें लगभग साढे 46 प्रतिशत मत मिले थे, वही करीब साढ़े 38 प्रतिशत मतों के साथ आम आदमी पार्टी की राखी बिड़लान दूसरे स्थान पर थीं. 2009 में यहां से करीब 57 प्रतिशत मतों से जीतकर सांसद बनीं कांग्रेस नेता कृष्णा तीरथ को 2014 में 13 प्रतिशत वोट भी नहीं मिल सके थे. लेकिन इसबार न तो 2014 जैसी सियासी परिस्थितियां हैं और न ही 2014 वाले एक भी चेहरे मैदान में हैं.


Conclusion:कुल मिलाकर इन दोनों नेताओं के अपने दावे हैं और अपनी दलीलें हैं. इन दोनों के साथ अच्छी बात यह है कि इनके साथ इनकी पार्टी का संगठन स्थानीय स्तर पर काम कर रहा है और दोनों चेहरे दिल्ली प्रदेश और अपने क्षेत्र के लिए नामचीन हैं. भाजपा के प्रत्याशी का चेहरा तो बड़ा है लेकिन उनकी चुनौती यह है कि वे ऊपर से उतारे गए हैं और अभी संगठन और क्षेत्र को समझने की ही कोशिश कर रहे हैं. अब देखना यह है कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली में भाजपा का स्टारडम कमल खिलाता है या अपने गांव के नाम को सरनेम के रूप में लगाने वाले राजेश लिलोठिया दिल्ली देहात का दिल जीत पाते हैं या फिर गुग्गन सिंह रंगा का अनुभवी और स्थानीय चेहरा आम आदमी पार्टी के सर पर जीत का सेहरा सजा पाता है.
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