नई दिल्ली: दिल्ली के वजीराबाद गांव में मकानों का नंबरीकरण का काम शुरू हो चुका है. पहले लोगों को मकानों के नंबर को लेकर काफी दुविधा रहती थी, एक ही गांव में कई मकान होते हैं. जिसकी वजह से लोगों को समय पर जरूरी डाक नहीं मिल पाती थी. जिससे लोगों की नौकरियां व कई जरूरी प्रतियोगी परीक्षा भी छूट जाने पर परेशानी होती है. इलाके के लोगों द्वारा लंबे समय से निगम पार्षद व संबंधित विभाग के अधिकारियीं से मांग की जा रही थी कि वजीराबाद गांव के मकानों का नंबरीकरण कराया जाए ताकि लोगों की सुविधा हो.
नंबरीकरण नहीं होने से होती थी परेशानी
तिमारपुर विधानसभा के तिमारपुर वार्ड के वजीराबाद गांव में कांग्रेस की स्थानीय निगम पार्षद अमर दाता सांगवान ने मकानों का नंबरीकरण का काम शुरू कराया है. जिससे इलाके के लोग काफी खुश हैं. लोगों का कहना है कि मकानों का नंबर एक बार तो जरूर बदलेगा लेकिन भविष्य में बार-बार परेशान नहीं होना पड़ेगा.
अब लोगों की डाक भी समय पर घर पहुंचेगी और साथ ही बच्चों की परीक्षाओं के रोल नंबर भी समय पर घर आएंगे. मकानों के नम्बर की जानकारी के अभाव में नए डाकिया कई बार घरों तक जरूरी दस्तावेज नहीं पहुंचा पाते और लोगों को खुद डाकखाने में अपने दस्तावेज लेने जाना पड़ता है.
काम लगभग हुआ पूरा
निगम पार्षद अमर लता सांगवान ने बताया कि वजीराबाद गांव में मकानों के नंबरीकरन को लेकर बड़ी समस्या थी. पहले ज्यादातर घरों के मकान नम्बर खसरे के आधार पर थे. जिससे एक खसरे में कई घर आते हैं और सभी का मकान नम्बर एक जैसा ही होता था. लोगों को अपने मकान नम्बर को लेकर काफी परेशानी होती थी और बार-बार मकानों के नम्बरीकरन की मांग की जा रही थी.
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अब गांव और कॉलोनियों में नंबरीकरण का काम लगभग पूरा हो चुका है. पूरे तिमारपुर वार्ड में गांव और कॉलोनियों के लोगों के सामने मकानों के नंबरीकरण को लेकर अब समस्या नहीं रहेगी. मकानों के नंबरीकरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक बार तो लोगों के अपने सभी दस्तावेज में मकानों के नंबर बदलने को लेकर दिक्कत आएगी लेकिन भविष्य में परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा.
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ज्यादातर गांव में है परेशानी
इसी तरह की परेशानियों से दिल्ली के और भी कई गांव के लोग परेशान हैं. जोकि अपने निगम पार्षद और संबंधित विभाग के अधिकारियों से कई बार मकानों के नंबरीकरण करने की मांग कर चुके हैं. लेकिन अभी तक वहां समस्या का निदान नहीं हुआ है.