ETV Bharat / state

नरेला विधानसभा: 5 सालों में हालात बद से बदतर, नेताओं से नाराज जनता - कांग्रेस

नरेला विधानसभा इलाके की जनता सभी पार्टियों के जनप्रतिनिधियों से खासी नाराज है. अब जनता का कहना है कि मजबूरी में किसी ना किसी को वोट तो करना है लेकिन इस बार वोट उसे दिया जाएगा जो इलाके में काम करेगा. नहीं तो चुनाव का बहिष्कार करने से इन्हें कोई परेशानी नहीं है.

Narela Assembly
पब्लिक पूछती है
author img

By

Published : Jan 28, 2020, 12:36 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी में विधानसभा चुनाव के लिए अब मात्र 10 दिनों का ही समय बचा है. जिसके लिए प्रत्याशी अपनी विधानसभा क्षेत्रों में घूम-घूम कर लोगों से काम के आधार पर वोट मांग रहे हैं. लेकिन नरेला विधानसभा की मेट्रो विहार स्लम कॉलोनी में न तो कोई काम हुआ है और न ही कोई प्रतिनिधि चुनाव के अलावा यहां पर नजर आता है.

पब्लिक पूछती है

नरेला विधानसभा के मेट्रो विहार इलाके में करीब 18000 वोटर रहते है. जिसमें से 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के विधायक को इन लोगों ने दिल खोलकर करीब साढे 14000 वोट दिए थे. लेकिन मेट्रो विहार की जनता का आरोप है कि 5 साल बीत गए जीतने के बाद विधायक यहां पर दिखाई भी नहीं दिए. साथ ही लोगों का कहना है कि पिछले 5 सालों में इलाके के हालात बद से बदतर हो गए. कोई भी जनप्रतिनिधि इलाके में काम कराने के लिए नहीं आता. केवल चुनाव के दौरान ही लोगों से वोट मांगने के लिए आते हैं.

निगम चुनाव में उतारा आजाद उम्मीदवार...
2017 के निगम चुनाव में सरकार की नीतियों से परेशान होकर इन लोगों ने अपना निगम प्रत्याशी खड़ा किया. लोगों की उम्मीदों को उस समय बड़ा झटका लगा जब निगम प्रत्याशी कुछ समय बाद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई. जबकि पहले से ही आम आदमी पार्टी के विधायक द्वारा इलाके में कोई काम नहीं कराया जा रहा था और निगम पार्षद भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई.

पूर्व कांग्रेस विधायक ने कराए थे काम...
मेट्रो विहार की जनता का आरोप है कि 10 साल पहले कांग्रेस के पूर्व विधायक जसवंत राणा ने इलाके में काम कराए थे. उसके बाद आज तक इलाके में कोई काम नहीं कराया गया. यदि काम कराए गए होते तो आज इलाके के हालात कुछ और होते और लोग नर्क में रहने को मजबूर नहीं होते. लोगों को केवल वोट बैंक समझा जाता है, चुनाव के समय ही नेता वोट मांगने के लिए आते हैं. उसके बाद तो शक्ल तक नहीं दिखाते.

नहीं चाहिए फ्री की बिजली पानी...
इलाके के लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार लोगों को फ्री में बिजली पानी दे रही है. लेकिन यहां तो पाइप लाइन होने का बावजूद भी पानी नही आता. इलाके की जनता को बिजली पानी की जरूरत नहीं है. यदि कुछ करना है तो सरकार लोगों अच्छा रोजगार दे, जिससे घर का गुजारा अच्छे से चल सके और बिजली पानी का बिल भी चुकाया जा सके.

नई दिल्ली: राजधानी में विधानसभा चुनाव के लिए अब मात्र 10 दिनों का ही समय बचा है. जिसके लिए प्रत्याशी अपनी विधानसभा क्षेत्रों में घूम-घूम कर लोगों से काम के आधार पर वोट मांग रहे हैं. लेकिन नरेला विधानसभा की मेट्रो विहार स्लम कॉलोनी में न तो कोई काम हुआ है और न ही कोई प्रतिनिधि चुनाव के अलावा यहां पर नजर आता है.

पब्लिक पूछती है

नरेला विधानसभा के मेट्रो विहार इलाके में करीब 18000 वोटर रहते है. जिसमें से 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के विधायक को इन लोगों ने दिल खोलकर करीब साढे 14000 वोट दिए थे. लेकिन मेट्रो विहार की जनता का आरोप है कि 5 साल बीत गए जीतने के बाद विधायक यहां पर दिखाई भी नहीं दिए. साथ ही लोगों का कहना है कि पिछले 5 सालों में इलाके के हालात बद से बदतर हो गए. कोई भी जनप्रतिनिधि इलाके में काम कराने के लिए नहीं आता. केवल चुनाव के दौरान ही लोगों से वोट मांगने के लिए आते हैं.

निगम चुनाव में उतारा आजाद उम्मीदवार...
2017 के निगम चुनाव में सरकार की नीतियों से परेशान होकर इन लोगों ने अपना निगम प्रत्याशी खड़ा किया. लोगों की उम्मीदों को उस समय बड़ा झटका लगा जब निगम प्रत्याशी कुछ समय बाद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई. जबकि पहले से ही आम आदमी पार्टी के विधायक द्वारा इलाके में कोई काम नहीं कराया जा रहा था और निगम पार्षद भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई.

पूर्व कांग्रेस विधायक ने कराए थे काम...
मेट्रो विहार की जनता का आरोप है कि 10 साल पहले कांग्रेस के पूर्व विधायक जसवंत राणा ने इलाके में काम कराए थे. उसके बाद आज तक इलाके में कोई काम नहीं कराया गया. यदि काम कराए गए होते तो आज इलाके के हालात कुछ और होते और लोग नर्क में रहने को मजबूर नहीं होते. लोगों को केवल वोट बैंक समझा जाता है, चुनाव के समय ही नेता वोट मांगने के लिए आते हैं. उसके बाद तो शक्ल तक नहीं दिखाते.

नहीं चाहिए फ्री की बिजली पानी...
इलाके के लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार लोगों को फ्री में बिजली पानी दे रही है. लेकिन यहां तो पाइप लाइन होने का बावजूद भी पानी नही आता. इलाके की जनता को बिजली पानी की जरूरत नहीं है. यदि कुछ करना है तो सरकार लोगों अच्छा रोजगार दे, जिससे घर का गुजारा अच्छे से चल सके और बिजली पानी का बिल भी चुकाया जा सके.

Intro:नॉर्थ वेस्ट दिल्ली
स्टोरी .. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अब मात्र 10 दिनों का ही समय बचा है । जिसके लिए प्रत्याशी अपनी विधानसभा क्षेत्रों में घूम-घूम कर लोगों से काम के आधार पर वोट मांग रहे हैं । लेकिन नरेला विधानसभा की मेट्रो विहार स्लम कॉलोनी में न तो कोई काम हुआ है और न ही कोई प्रतिनिधि चुनाव के अलावा यहां पर नजर आता है ।

Body:यह नरेला विधानसभा का मेट्रो विहार इलाका है । यहां करीब 18000 वोटर रहते है । जिसमें से 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के विधायक को इन लोगों ने दिल खोलकर करीब साढे 14000 वोट दिए थे । लेकिन उसके बाद 5 साल बीत गए जीतने के बाद विधायक यहां पर दिखाई भी नहीं दिए । ऐसा मेट्रो विहार की जनता का आरोप है । साथ ही लोगों और कहना है कि पिछले 5 सालों में इलाके के हालात बद से बदतर हो गए । कोई भी जनप्रतिनिधि इलाके में काम कराने के लिए नहीं आता । केवल चुनाव के दौरान ही लोगों से वोट मांगने के लिए आते हैं ।

निगम चुनाव में उतारा आजाद उम्मीदवार...
2017 के निगम चुनाव में सरकार की नीतियों से परेशान होकर इन लोगों ने अपना निगम प्रत्याशी भी खड़ी की । लेकिन निगम प्रत्याशी कुछ समय बाद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई और इन लोगों की उम्मीदों को उस समय बड़ा झटका लगा । जब पहले से ही आम आदमी पार्टी के विधायक द्वारा इलाके में कोई काम नहीं कराया जा रहा था और निगम पार्षद भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई ।

पूर्व कांग्रेस विधायक ने कराए थे काम...
मेट्रो विहार की जनता का आरोप है कि 10 साल पहले कांग्रेस के पूर्व विधायक जसवंत राणा ने इलाके में काम कर आए थे । उसके बाद आज तक इलाके में कोई काम नहीं कराया गया । यदि काम कराए गए होते तो आज इलाके के हालात कुछ और होते और हम लोग नर्क में रहने को मजबूर नहीं होते । हम लोगों को केवल वोट बैंक समझा जाता है चुनाव के समय ही नेता वोट मांगने के लिए आते हैं । उसके बाद तो शक्ल तक नहीं दिखाते ।

नहीं चाहिए फ्री की बिजली पानी...
इलाके के लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार लोगों को फ्री में बिजली पानी दे रही है । लेकिन यहां तो पाइप लाइन होने का बावजूद भी पानी नही आता । इलाके की जनता को बिजली पानी की जरूरत नहीं है । यदि कुछ करना है तो सरकार लोगों अच्छा रोजगार दे जिससे घर का गुजारा अच्छे से चल सके और बिजली पानी का बिल भी चुकाया जा सके ।

Conclusion:इलाके की जनता सभी पार्टियों के जनप्रतिनिधियों से खासी नाराज है और इसी बात से नाराज होकर निगम चुनाव में अपना प्रतिनिधि भी खड़ा किया । लेकिन वह भी ने धोखा देकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गया । अब इनका कहना है कि मजबूरी में किसी ना किसी को वोट तो करना है लेकिन इस बार वोट उसे दिया जाएगा जो इलाके में काम करेगा । नहीं तो चुनाव का बहिष्कार करने से इन्हें कोई परेशानी नहीं है ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.