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मिड-डे मील: मुबारकपुर के सरकारी स्कूलों में बच्चों को दिए सूखा राशन - दिल्ली किराड़ी मुबारकपुर स्कूल मिड डे मील किट

किराड़ी विधानसभा के मुबारकपुर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय स्कूल में बच्चों को मिड डे मील के बदले सूखा राशन दिया जा रहा है. इसके लिए एक किट तैयार की गई है. इस किट को कक्षा 6 से कक्षा 8 में पढ़ने वाले बच्चों के परिजनों को स्कूल बुलाकर दिया गया. इस किट में गेहूं-चावल और दाल के अलावा रिफाइंड तेल भी है.

Mid-day meal kit given to children in government schools in Delhi
बच्चों को मिड डे मील के बदले सूखा राशन दिया
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Published : Jan 19, 2021, 1:10 PM IST

नई दिल्ली: मुबारकपुर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल अजय कुमार ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में बताया कि कोरोना महामारी की वजह से स्कूल बंद हैं. इसकी वजह से बच्चों को मिड डे मील नहीं दिया जा सका.

मिड डे मील के बदले चार महीने का सूखा राशन दिया जा रहा

मिड डे मील के बदले अभी तक बच्चों के खाते में पैसा दिया जा रहा था, लेकिन अब नई योजना बनाई गई है. इस योजना के तहत बच्चों को मिड डे मील के बदले चार महीने का सूखा राशन दिया जा रहा है. दो महीने का राशन बाद में देने की बात कही गई है.

बच्चों को मिड डे मील के बदले सूखा राशन दिया.

राशन में है गेहूं-चावल, छोले, दाल और रिफाइंड तेल

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल अजय कुमार ने बताया कि बच्चों को राशन देने के लिए एक किट तैयार की गई है. इसमें गेहूं-चावल, छोले, दाल और रिफाइंड तेल है. इस किट को बच्चों के परिजनों को स्कूल बुलाकर उन्हें दिया जा रहा है. शुरुआत में 4 महीने का राशन एक साथ दिया जा रहा है. इस किट को बांटने के बाद आगे भी 2 महीने का राशन दिया जाएगा.

कोरोना काल की वजह से मिड डे मील नहीं मिल पाया

प्रिंसिपल बताते हैं कि कक्षा 6 से 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले 1036 बच्चों को 4 महीने का राशन दिया जाएगा. हमारी कोशिश हमेशा रही है कि हमारे स्कूल में बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराई जाए. कोरोना काल की वजह से जिन बच्चों को मिड डे मील नहीं मिल पाया. उनके लिए सरकार ने नई योजना के तहत मिड डे मील के बदले सूखा राशन देने की व्यवस्था की है .

सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही सारे काम किए जा रहे

कोऑर्डिनेटर राजू अतुला कहते हैं कि आज स्कूल में जो मिड डे मील बंट रहा है, उसकी क्वालिटी कैसी है और बांटने का तरीका क्या है. दिल्ली सरकार तो बहुत सारी योजना स्कूलों तक पहुंचा रही है, लेकिन स्कूल में रख-रखाव और बांटने की प्रक्रिया सही है या नहीं है. इसकी जांच करने मैं आज यहां आया हूं. जांच में सब कुछ सही पाया गया. सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही सारे काम किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें:-सुरक्षा के साथ शिक्षा शुरू, 10 महीने बाद खुले दिल्ली के स्कूल बरत रहे सावधानी

राजू अतुला कहते हैं कि दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं बच्चों के हित में लागू की गई हैं. इनमें निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण, निशुल्क नोटबुक, निशुल्क वर्दी, जर्सी-जूते व जुराब के लिए नकद राशि, कन्या प्रोत्साहन राशि, मेधावी छात्रवृत्ति, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के विद्यार्थी के लिए छात्रवृत्ति, निशुल्क मिड डे मील व्यवस्था, अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति, अन्य पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति आदि शामिल है.

नई दिल्ली: मुबारकपुर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल अजय कुमार ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में बताया कि कोरोना महामारी की वजह से स्कूल बंद हैं. इसकी वजह से बच्चों को मिड डे मील नहीं दिया जा सका.

मिड डे मील के बदले चार महीने का सूखा राशन दिया जा रहा

मिड डे मील के बदले अभी तक बच्चों के खाते में पैसा दिया जा रहा था, लेकिन अब नई योजना बनाई गई है. इस योजना के तहत बच्चों को मिड डे मील के बदले चार महीने का सूखा राशन दिया जा रहा है. दो महीने का राशन बाद में देने की बात कही गई है.

बच्चों को मिड डे मील के बदले सूखा राशन दिया.

राशन में है गेहूं-चावल, छोले, दाल और रिफाइंड तेल

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल अजय कुमार ने बताया कि बच्चों को राशन देने के लिए एक किट तैयार की गई है. इसमें गेहूं-चावल, छोले, दाल और रिफाइंड तेल है. इस किट को बच्चों के परिजनों को स्कूल बुलाकर उन्हें दिया जा रहा है. शुरुआत में 4 महीने का राशन एक साथ दिया जा रहा है. इस किट को बांटने के बाद आगे भी 2 महीने का राशन दिया जाएगा.

कोरोना काल की वजह से मिड डे मील नहीं मिल पाया

प्रिंसिपल बताते हैं कि कक्षा 6 से 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले 1036 बच्चों को 4 महीने का राशन दिया जाएगा. हमारी कोशिश हमेशा रही है कि हमारे स्कूल में बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराई जाए. कोरोना काल की वजह से जिन बच्चों को मिड डे मील नहीं मिल पाया. उनके लिए सरकार ने नई योजना के तहत मिड डे मील के बदले सूखा राशन देने की व्यवस्था की है .

सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही सारे काम किए जा रहे

कोऑर्डिनेटर राजू अतुला कहते हैं कि आज स्कूल में जो मिड डे मील बंट रहा है, उसकी क्वालिटी कैसी है और बांटने का तरीका क्या है. दिल्ली सरकार तो बहुत सारी योजना स्कूलों तक पहुंचा रही है, लेकिन स्कूल में रख-रखाव और बांटने की प्रक्रिया सही है या नहीं है. इसकी जांच करने मैं आज यहां आया हूं. जांच में सब कुछ सही पाया गया. सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही सारे काम किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें:-सुरक्षा के साथ शिक्षा शुरू, 10 महीने बाद खुले दिल्ली के स्कूल बरत रहे सावधानी

राजू अतुला कहते हैं कि दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं बच्चों के हित में लागू की गई हैं. इनमें निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण, निशुल्क नोटबुक, निशुल्क वर्दी, जर्सी-जूते व जुराब के लिए नकद राशि, कन्या प्रोत्साहन राशि, मेधावी छात्रवृत्ति, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के विद्यार्थी के लिए छात्रवृत्ति, निशुल्क मिड डे मील व्यवस्था, अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति, अन्य पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति आदि शामिल है.

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