नई दिल्ली: सुल्तानपुरी में पिछले एक दशक से अटके अंडरपास को स्थानीय लोगों के लिए शुरू कर दिया गया है. सोमवार को दिल्ली नगर निगम की महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय ने अंडरपास का उद्घाटन किया. इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी और आप कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. राजधानी में G20 शिखर सम्मेलन आयोजित होने में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं. विदेशी मेहमानों के सामने भारत की सुंदर और आकर्षित छवि प्रस्तुत करने के लिए निगम से लेकर लोक निर्माण विभाग, दिल्ली विकास प्राधिकरण के अधिकारी व कर्मचारी साफ-सफाई, सड़कों के सुंदरीकरण व हरियाली विकसित करने के लिए युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं.
इधर, इस अंडरपास के शुरू हो जाने से सुल्तानपुरी, रोहिणी और नांगलोई के निवासियों ने अब राहत की सांस ली है. आपको बता दें कि इस अंडरपास के शुरू हो जाने से आस पास के लोगों को ट्रैफिक जाम और लंबी दूरी तय करने से राहत मिल जाएगी. पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से दिल्ली के सुल्तानपुरी में लंबित पड़े अंडरपास को सोमवार को स्थानीय निवासियों को बड़ा तोहफा देते हुए दिल्ली नगर निगम की मेयर शैली ओबेरॉय ने इसका उद्घाटन किया. इस मौके पर स्थानीय निगम पार्षद दौलत पवार, बॉबी सहित आम आदमी पार्टी के तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे.
इस मौके पर मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने कहा कि ये अंडरपास का काम पिछले एक दशक से अटका हुआ था. लेकिन एमसीडी में आम आदमी पार्टी की सरकार आते ही इस काम को प्राथमिकता से लिया गया. नतीजतन इस अंडरपास को जनता को समर्पित किया गया. अंडरपास के शुरू हो जाने से आस पास के लोगों को ट्रैफिक जाम और लंबी दूरी तय करने से राहत मिल जाएगी. इस दौरान मेयर ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी की जनता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि हम दिल्ली के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं. साथ इस मौके पर उन्होंने कहा कि जल्द ही फ्लाईओवर का काम भी पूरा कर लिया जाएगा.
इस अंडरपास के बन जाने से लोगों को जाम की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी. जाम में फंसकर लोगों का समय व्यर्थ हो रहा था. यह कहा जा सकता है कि इस अंडरपास का बनने का सीधा फायदा सुल्तानपुरी, नांगलोई, रोहिणी और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को मिल पाएगा. सुल्तानपुरी से नांगलोई को जोड़ने वाला इंटर पास महिलाएं और बुजुर्गों के लिए फायदेमंद साबित होगा. क्योंकि जब इस अंडरपास का काम चल रहा था तो बुजुर्गों को ई-रिक्शा व अन्य वाहन से करीब एक किलोमीटर पहले उतरना पड़ता था. फिर पैदल नांगलोई की तरफ जाते थे. इससे उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. अब इस अंडरपास के शुरू होने से कोई भी सवारी सीधे नांगलोई मेट्रो स्टेशन के पास तक पहुंचेगी और उन्हें पैदल चलने की बड़ी समस्या सभी छुटकारा मिल जाएगा.
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