नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच ने बताया कि आरोपी ATM में कार्ड डालने वाली जगह पर स्किमिंग मशीन लगाकर और पिन वाली जगह पर खुफिया कैमरा लगाकर लोगों के कार्ड की जानकारी चुरा लेते थे.
पुलिस कर रही थी तलाश
दिल्ली क्राइम ब्रांच के DCP राजेश देव के अनुसार राजधानी में ATM के अंदर फ्रॉड की कई घटनाएं हुई थी. इस तरह के गैंग को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था. छानबीन के दौरान क्राइम ब्रांच को पता चला कि प्रवीण झरोदा गैंग इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा है.
इस जानकारी पर काम कर रहें चाणक्यपुरी क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि इस गैंग का सदस्य परवेश उर्फ जगप्रवेश द्वारका सेक्टर 18 के पास किसी से मिलने के लिए आएगा. शालीमार बाग और मोती नगर पुलिस को उसकी तलाश है.
तलाशी में बरामद हुआ मशीन और कट्टा
जानकारी पर इंस्पेक्टर ACP जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर रितेश कुमार और SI धीरज की टीम ने छापा मारकर उसे पकड़ लिया. उसके पास से एक देसी कट्टा, कारतूस, दो ATM कार्ड और स्किमिंग मशीन बरामद कर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
जेल में बंद गैंग के सरगना को भगाया
पूछताछ में उसने बताया कि उसके गैंग के सरगना प्रवीण डागर को उत्तरांचल पुलिस हिरासत से भगाने के लिए उसके पास मौजूद कार का इस्तेमाल किया था. आरोपी ने बताया कि बरामद की गई मशीन प्रवीण डागर की है.
प्रवीण उत्तर भारत में ATM फ्रॉड करने वाले बड़े गैंग का सरगना है. अब तक सैकड़ों ATM फ्रॉड के मामले में वह शामिल रहा है. बरामद की गई मशीन उसने चाइना से मंगवाया था.
ATM कार्ड क्लोनिंग मशीन बरामद
आरोपी से मिले जानकारी पर पुलिस ने द्वारका सेक्टर 16 में उसके साथियों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह कार से उन्हें टक्कर मार कर फरार हो गए. मौके पर मिले इनोवा कार में एक लैपटॉप और ATM कार्ड क्लोनिंग मशीन मिली. इस लैपटॉप के अंदर 100 से ज्यादा वीडियो मिले हैं जिसमें लोग अपना पिन नंबर डाल रहे हैं. पुलिस इस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है.