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ATM कार्ड का क्लोन बनाकर करता था लाखों की ठगी, हुआ गिरफ्तार - ATM कार्ड

राजधानी दिल्ली में उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में ATM कार्ड के क्लोन तैयार कर लोगों से ठगी करने वाले गैंग के एक सदस्य को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है.

प्रतिकाल्मक फोटो etv bharat
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Published : Sep 1, 2019, 12:58 AM IST

नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच ने बताया कि आरोपी ATM में कार्ड डालने वाली जगह पर स्किमिंग मशीन लगाकर और पिन वाली जगह पर खुफिया कैमरा लगाकर लोगों के कार्ड की जानकारी चुरा लेते थे.

क्लिक कर देखें वीडियो
इसके बाद क्लोन कार्ड तैयार कर वह लोगों के खाते में सेंध लगाते थे. ठगों के पास से स्किमिंग मशीन, दो ATM कार्ड, एक कट्टा, लैपटॉप आदि बरामद हुआ है.

पुलिस कर रही थी तलाश
दिल्ली क्राइम ब्रांच के DCP राजेश देव के अनुसार राजधानी में ATM के अंदर फ्रॉड की कई घटनाएं हुई थी. इस तरह के गैंग को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था. छानबीन के दौरान क्राइम ब्रांच को पता चला कि प्रवीण झरोदा गैंग इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा है.

इस जानकारी पर काम कर रहें चाणक्यपुरी क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि इस गैंग का सदस्य परवेश उर्फ जगप्रवेश द्वारका सेक्टर 18 के पास किसी से मिलने के लिए आएगा. शालीमार बाग और मोती नगर पुलिस को उसकी तलाश है.

तलाशी में बरामद हुआ मशीन और कट्टा
जानकारी पर इंस्पेक्टर ACP जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर रितेश कुमार और SI धीरज की टीम ने छापा मारकर उसे पकड़ लिया. उसके पास से एक देसी कट्टा, कारतूस, दो ATM कार्ड और स्किमिंग मशीन बरामद कर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

जेल में बंद गैंग के सरगना को भगाया
पूछताछ में उसने बताया कि उसके गैंग के सरगना प्रवीण डागर को उत्तरांचल पुलिस हिरासत से भगाने के लिए उसके पास मौजूद कार का इस्तेमाल किया था. आरोपी ने बताया कि बरामद की गई मशीन प्रवीण डागर की है.

प्रवीण उत्तर भारत में ATM फ्रॉड करने वाले बड़े गैंग का सरगना है. अब तक सैकड़ों ATM फ्रॉड के मामले में वह शामिल रहा है. बरामद की गई मशीन उसने चाइना से मंगवाया था.

ATM कार्ड क्लोनिंग मशीन बरामद
आरोपी से मिले जानकारी पर पुलिस ने द्वारका सेक्टर 16 में उसके साथियों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह कार से उन्हें टक्कर मार कर फरार हो गए. मौके पर मिले इनोवा कार में एक लैपटॉप और ATM कार्ड क्लोनिंग मशीन मिली. इस लैपटॉप के अंदर 100 से ज्यादा वीडियो मिले हैं जिसमें लोग अपना पिन नंबर डाल रहे हैं. पुलिस इस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है.

नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच ने बताया कि आरोपी ATM में कार्ड डालने वाली जगह पर स्किमिंग मशीन लगाकर और पिन वाली जगह पर खुफिया कैमरा लगाकर लोगों के कार्ड की जानकारी चुरा लेते थे.

क्लिक कर देखें वीडियो
इसके बाद क्लोन कार्ड तैयार कर वह लोगों के खाते में सेंध लगाते थे. ठगों के पास से स्किमिंग मशीन, दो ATM कार्ड, एक कट्टा, लैपटॉप आदि बरामद हुआ है.

पुलिस कर रही थी तलाश
दिल्ली क्राइम ब्रांच के DCP राजेश देव के अनुसार राजधानी में ATM के अंदर फ्रॉड की कई घटनाएं हुई थी. इस तरह के गैंग को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था. छानबीन के दौरान क्राइम ब्रांच को पता चला कि प्रवीण झरोदा गैंग इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा है.

इस जानकारी पर काम कर रहें चाणक्यपुरी क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि इस गैंग का सदस्य परवेश उर्फ जगप्रवेश द्वारका सेक्टर 18 के पास किसी से मिलने के लिए आएगा. शालीमार बाग और मोती नगर पुलिस को उसकी तलाश है.

तलाशी में बरामद हुआ मशीन और कट्टा
जानकारी पर इंस्पेक्टर ACP जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर रितेश कुमार और SI धीरज की टीम ने छापा मारकर उसे पकड़ लिया. उसके पास से एक देसी कट्टा, कारतूस, दो ATM कार्ड और स्किमिंग मशीन बरामद कर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

जेल में बंद गैंग के सरगना को भगाया
पूछताछ में उसने बताया कि उसके गैंग के सरगना प्रवीण डागर को उत्तरांचल पुलिस हिरासत से भगाने के लिए उसके पास मौजूद कार का इस्तेमाल किया था. आरोपी ने बताया कि बरामद की गई मशीन प्रवीण डागर की है.

प्रवीण उत्तर भारत में ATM फ्रॉड करने वाले बड़े गैंग का सरगना है. अब तक सैकड़ों ATM फ्रॉड के मामले में वह शामिल रहा है. बरामद की गई मशीन उसने चाइना से मंगवाया था.

ATM कार्ड क्लोनिंग मशीन बरामद
आरोपी से मिले जानकारी पर पुलिस ने द्वारका सेक्टर 16 में उसके साथियों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह कार से उन्हें टक्कर मार कर फरार हो गए. मौके पर मिले इनोवा कार में एक लैपटॉप और ATM कार्ड क्लोनिंग मशीन मिली. इस लैपटॉप के अंदर 100 से ज्यादा वीडियो मिले हैं जिसमें लोग अपना पिन नंबर डाल रहे हैं. पुलिस इस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है.

Intro:नई दिल्ली
उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में एटीएम कार्ड के क्लोन तैयार कर लोगों से ठगी करने वाले गैंग के एक सदस्य को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी एटीएम में कार्ड डालने वाली जगह पर स्किमिंग मशीन लगाकर एवं पिन वाली जगह पर खुफिया कैमरा लगाकर लोगों के कार्ड की जानकारी चुरा लेते थे. इसके बाद क्लोन कार्ड तैयार कर वह लोगों के खाते में सेंध लगाते थे. प्रवेश के पास से स्किमिंग मशीन, दो एटीएम कार्ड, एक कट्टा, लैपटॉप आदि बरामद हुआ है.


Body:डीसीपी राजेश देव के अनुसार राजधानी में एटीएम के अंदर फ्रॉड की कई घटनाएं हुई थी. इस तरह के गैंग को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था. छानबीन के दौरान क्राइम ब्रांच को पता चला कि प्रवीण झरोदा गैंग इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा है. इस जानकारी पर काम कर रही चाणक्यपुरी क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि इस गैंग का सदस्य परवेश उर्फ जगप्रवेश द्वारका सेक्टर 18 के पास किसी से मिलने के लिए आएगा. शालीमार बाग और मोती नगर पुलिस को उसकी तलाश है.


तलाशी में बरामद हुई मशीन और कट्टा
इस जानकारी पर इंस्पेक्टर एसीपी जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर रितेश कुमार और एसआई धीरज की टीम ने छापा मारकर उसे पकड़ लिया. उसके पास से एक देसी कट्टा, कारतूस, दो एटीएम कार्ड एवं स्किमिंग मशीन भी बरामद हुई. इसे लेकर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि शालीमार बाग पुलिस में हत्या प्रयास का मामला उसके खिलाफ दर्ज है जबकि मोती नगर में उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज है.


जेल में बंद गैंग के सरगना को भगाया
पूछताछ में उसने बताया कि उसके पास मौजूद कार उसके गैंग के सरगना प्रवीण डागर को भगाने में इस्तेमाल की गई गाड़ी है. उसे उत्तरांचल पुलिस के हिरासत से उन्होंने भगाया था. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बरामद की गई मशीन प्रवीण डागर की है. प्रवीण उत्तर भारत में एटीएम फ्रॉड करने वाले बड़े गैंग का सरगना है. अब तक सैकड़ों एटीएम फ्रॉड के मामले में वह शामिल रहा है. बरामद की गई मशीन उसने चाइना से मंगवाई थी.





Conclusion:लैपटॉप से बरामद हुए वीडियो
उससे मिली जानकारी पर पुलिस ने द्वारका सेक्टर 16 में उसके साथियों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह इनोवा कार से उन्हें टक्कर मार कर फरार हो गए. मौके से मिली इनोवा कार में एक लैपटॉप और एटीएम कार्ड क्लोनिंग मशीन बरामद हुई. कार में मिले इस लैपटॉप के अंदर 100 से ज्यादा वीडियो मिले हैं जिसमें लोग अपना पिन नंबर डाल रहे हैं. पुलिस इस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है.
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