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2025 तक प्रदूषण मुक्त होगी यमुना, नरेला में सीवर पंपिग स्टेशन का होगा निर्माण

यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए केजरीवाल सरकार जिंदपुर और हिरंकी में 15 एमजीडी एसटीपी व दो एसपीएस का निर्माण करेगी. इस परियोजना से नरेला और बुराड़ी की 40 अनाधिकृत कॉलोनियों और 14 गांव के करीब 4.17 लाख लोगों को फायदा होगा.

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Published : Feb 22, 2023, 8:19 PM IST

नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार 2025 तक यमुना की सफाई पूरी करने दिल्ली के हर घर को 24 घंटे नल से साफ पानी देने और सभी अनाधिकृत कॉलोनियों के घरों को सीवर लाइन से जोड़ने को लेकर बेहद गंभीरता से काम कर रही है. इसी कड़ी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नरेला विधानसभा क्षेत्र के जिंदपुर में 22 एमजीडी क्षमता वाले सीवर पपिंग स्टेशन (एसपीएस) व 15 एमजीडी एसटीपी और हिरंकी में 9 एमजीडी एसपीएस के निर्माण की परियोजना को मंजूरी दी है. इस परियोजना से नरेला और बुराड़ी की 40 अनाधिकृत कॉलोनियों और 14 गांव के करीब 4.17 लाख लोगों को फायदा होगा. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने डीजेबी के अधिकारियों को परियोजना को उम्मीदों के अनुरूप बनाने और समयसीमा के अंदर गुणवत्ता पूर्ण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं.

जिंदपुर में 15 एमजीडी एसटीपी से शोधित पानी के दोबारा उपयोग पर दिया जाएगा जोर: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड की ओर से जिंदपुर में 15 एमजीडी क्षमता वाले एसटीपी का निर्माण किया जाएगा. आधुनिक तकनीक से लैस इस एसटीपी के चालू होने के बाद गंदे पानी के बायोलॉजिकल ऑक्सीडेशन डिमांड (बीओडी) स्तर को शोधित कर 10 तक लाया जाएगा. साथ ही इस एसटीपी से शोधित पानी के दोबारा उपयोग पर जोर दिया जाएगा.

12.45 एमजीडी सीवर का पानी यमुना में शोधित होकर गिरेगा: जिंदपुर में बनाए जाने वाले आधुनिक तकनीक से लैस एसटीपी के चालू होने के बाद गंदे पानी के बायोलॉजिकल ऑक्सीडेशन डिमांड (बीओडी) स्तर को शोधित कर 10 तक लाया जाएगा. इससे करीब 12.45 एमजीडी सीवर का पानी यमुना में शोधित होकर गिरेगा. दरअसल, सीवर के पानी की बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) 250 तक होती है. गंदे पानी को शोधित कर 10 तक लाया जाता है. इसके बाद नाले में डाल दिया जाता है.

जिंदपुर और हिरंकी में होगा दो सीवर पपिंग स्टेशन का निर्माण: केजरीवाल सरकार ने सीवर के पानी को पंप कर एसटीपी तक पहुंचाने के लिए जिंदपुर में 22 एमजीडी क्षमता वाले एसपीएस और हिरंकी में 9 एमजीडी एसपीएस बनाने का फैसला लिया है. जिन घरों से इंटरनल सीवर लाइन कनेक्टिड होगी, वहां से पानी को एसटीपी तक पहुंचे के लिए सीवेज पपिंग स्टेशन (एसपीएस) अहम भूमिका निभाएगा. एसपीएस में मोटर पंप के माध्यम सीवर को एसटीपी तक भेजा जाएगा.

इन अनाधिकृत कॉलोनियों और गांवों के लोगों को होगा फायदा: इब्राहिमपुर, मुखमेलपुर, कादीपुर, नंगलीपूना, कुशक-1, कुशाक-2, गढ़ी खसरू, जिंदपुर, अलीपुर, खेड़ा कलां, बुधपुर, हिरंकी, मोहम्मदपुर, रमजानपुर, कुशक-3, नरेला की शिव एनक्लेव, जिनदपूर एक्सटेंशन, जीतराम कॉलोनी, लक्ष्मण कॉलोनी, खेराकलां, स्वरूपनगर, सुल्लतानपुर डबास, बालाजी एनक्लेव, दुर्गा एनक्लेव, इब्राहिमपुर एक्सटेंशन, शास्त्री पार्क, कुशक एक्सटेंशन, प्रदीप विहार, कादीपूर एक्सटेंशन, दुर्गा एनक्लेव.

इसे भी पढ़ें: दिल्ली साइबर सेल ने 31 हजार से अधिक पीड़ितों के बचाये 164 करोड़ रुपये

उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने यमुना नदी को 2025 तक पूरा साफ करने का लक्ष्य रखा है. दिल्ली के 100 फीसदी घरों को भी सीवर लाइन से जोड़ने का प्लान है. हाल ही दिल्ली जल बोर्ड की बैठक में बुराड़ी और नरेला की इन 40 अनाधिकृत कॉलोनियों व 14 गांव में 217 किमी लंबी सीवरेज लाइन बिछाने की परियोजना को मंजूरी दी थी. सीवरेज सिस्टम न होने के कारण यहां गंदा पानी तालाबों-सेप्टिक टैंक और आखिर में यमुना नदी में गिरता है. ऐसे में इन इलाकों में सीवर लाइन बिछने और एसपीएस व एसटीपी के निर्माण के बाद लोगों को सीवर की समस्या से राहत मिलेगी. साथ ही यमुना तक एसटीपी से ट्रीटेड साफ पानी पहुंचेगा.

इसे भी पढ़ें: दिल्ली में बाइक टैक्सी पर प्रतिबंध, लोगों ने कहा- चारपहिया में वक्त और पैसा दोनों होंगे बर्बाद

नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार 2025 तक यमुना की सफाई पूरी करने दिल्ली के हर घर को 24 घंटे नल से साफ पानी देने और सभी अनाधिकृत कॉलोनियों के घरों को सीवर लाइन से जोड़ने को लेकर बेहद गंभीरता से काम कर रही है. इसी कड़ी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नरेला विधानसभा क्षेत्र के जिंदपुर में 22 एमजीडी क्षमता वाले सीवर पपिंग स्टेशन (एसपीएस) व 15 एमजीडी एसटीपी और हिरंकी में 9 एमजीडी एसपीएस के निर्माण की परियोजना को मंजूरी दी है. इस परियोजना से नरेला और बुराड़ी की 40 अनाधिकृत कॉलोनियों और 14 गांव के करीब 4.17 लाख लोगों को फायदा होगा. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने डीजेबी के अधिकारियों को परियोजना को उम्मीदों के अनुरूप बनाने और समयसीमा के अंदर गुणवत्ता पूर्ण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं.

जिंदपुर में 15 एमजीडी एसटीपी से शोधित पानी के दोबारा उपयोग पर दिया जाएगा जोर: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड की ओर से जिंदपुर में 15 एमजीडी क्षमता वाले एसटीपी का निर्माण किया जाएगा. आधुनिक तकनीक से लैस इस एसटीपी के चालू होने के बाद गंदे पानी के बायोलॉजिकल ऑक्सीडेशन डिमांड (बीओडी) स्तर को शोधित कर 10 तक लाया जाएगा. साथ ही इस एसटीपी से शोधित पानी के दोबारा उपयोग पर जोर दिया जाएगा.

12.45 एमजीडी सीवर का पानी यमुना में शोधित होकर गिरेगा: जिंदपुर में बनाए जाने वाले आधुनिक तकनीक से लैस एसटीपी के चालू होने के बाद गंदे पानी के बायोलॉजिकल ऑक्सीडेशन डिमांड (बीओडी) स्तर को शोधित कर 10 तक लाया जाएगा. इससे करीब 12.45 एमजीडी सीवर का पानी यमुना में शोधित होकर गिरेगा. दरअसल, सीवर के पानी की बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) 250 तक होती है. गंदे पानी को शोधित कर 10 तक लाया जाता है. इसके बाद नाले में डाल दिया जाता है.

जिंदपुर और हिरंकी में होगा दो सीवर पपिंग स्टेशन का निर्माण: केजरीवाल सरकार ने सीवर के पानी को पंप कर एसटीपी तक पहुंचाने के लिए जिंदपुर में 22 एमजीडी क्षमता वाले एसपीएस और हिरंकी में 9 एमजीडी एसपीएस बनाने का फैसला लिया है. जिन घरों से इंटरनल सीवर लाइन कनेक्टिड होगी, वहां से पानी को एसटीपी तक पहुंचे के लिए सीवेज पपिंग स्टेशन (एसपीएस) अहम भूमिका निभाएगा. एसपीएस में मोटर पंप के माध्यम सीवर को एसटीपी तक भेजा जाएगा.

इन अनाधिकृत कॉलोनियों और गांवों के लोगों को होगा फायदा: इब्राहिमपुर, मुखमेलपुर, कादीपुर, नंगलीपूना, कुशक-1, कुशाक-2, गढ़ी खसरू, जिंदपुर, अलीपुर, खेड़ा कलां, बुधपुर, हिरंकी, मोहम्मदपुर, रमजानपुर, कुशक-3, नरेला की शिव एनक्लेव, जिनदपूर एक्सटेंशन, जीतराम कॉलोनी, लक्ष्मण कॉलोनी, खेराकलां, स्वरूपनगर, सुल्लतानपुर डबास, बालाजी एनक्लेव, दुर्गा एनक्लेव, इब्राहिमपुर एक्सटेंशन, शास्त्री पार्क, कुशक एक्सटेंशन, प्रदीप विहार, कादीपूर एक्सटेंशन, दुर्गा एनक्लेव.

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उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने यमुना नदी को 2025 तक पूरा साफ करने का लक्ष्य रखा है. दिल्ली के 100 फीसदी घरों को भी सीवर लाइन से जोड़ने का प्लान है. हाल ही दिल्ली जल बोर्ड की बैठक में बुराड़ी और नरेला की इन 40 अनाधिकृत कॉलोनियों व 14 गांव में 217 किमी लंबी सीवरेज लाइन बिछाने की परियोजना को मंजूरी दी थी. सीवरेज सिस्टम न होने के कारण यहां गंदा पानी तालाबों-सेप्टिक टैंक और आखिर में यमुना नदी में गिरता है. ऐसे में इन इलाकों में सीवर लाइन बिछने और एसपीएस व एसटीपी के निर्माण के बाद लोगों को सीवर की समस्या से राहत मिलेगी. साथ ही यमुना तक एसटीपी से ट्रीटेड साफ पानी पहुंचेगा.

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