नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के किराड़ी विधानसभा में सत्य एंक्लेव स्थित जागृति पब्लिक स्कूल आठवीं कक्षा तक मान्यता प्राप्त है. कोरोना महामारी के दौरान भी यहां ऑनलाइन क्लासेज चल रही थीं. स्कूल के प्रिंसिपल वीके गांधी ने एमसीडी के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिवाली से पहले एमसीडी के कर्मचारी पैसा मांगने के लिए आए जब पैसा नहीं दिया, तो कुछ दिन बाद जागृति पब्लिक स्कूल को सील करने का नोटिस देने आ गए.
प्रिंसिपल का कहना है कि किराड़ी विधानसभा में इससे बड़े-बड़े स्कूल बने हुए हैं, उनको सील नहीं किया गया. वो भी अवैध रूप से बने हैं, बिना नक्शे के बनें हैं, जागृति को ही क्यों बार-बार टारगेट किया जाता है. पैसा नहीं दिया तो एमसीडी द्वारा नोटिस भेजा जाता है.
स्थानीय निवासी अरूण बताते हैं कि स्कूल को सील करने के लिए 50 से 60 लोग आए थे. शिक्षा के मंदिर को सील नहीं करना चाहिए, इस स्कूल को जल्द से जल्द खोल देना चाहिए. स्थानीय निवासी रीना देवी बताती हैं कि हमने अधिकारियों से पूछा आप स्कूल को क्यों सील कर रहे हो तो अधिकारियों ने जवाब दिया कि स्कूल का नक्शा पास नहीं है.