नई दिल्ली: सूफी गायक हंसराज हंस ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भरा. इस सीट पर आज आखिरी वक्त तक बीजेपी ने अपनी सूची जारी नहीं की थी.
बीजेपी के मौजूदा सांसद डॉ. उदित राज को शायद बीजेपी नाराज नहीं करना चाहती थी और उन्हें टिकट भी नहीं देना चाहती थी, इसलिए इस सीट का फैसला सबसे आखिर में हुआ. नामांकन के अंतिम दिन दोपहर में हंसराज हंस ने अपना पर्चा भरा.
नुक्कड़ नाटक का आयोजन
हंसराज हंस के इंतजार में काफी देर तक बीजेपी कार्यकर्ता कड़ी धूप में बैठे रहे. जब हंसराज हंस रोहिणी में मंच पर नहीं पहुंचे तो कार्यकर्ता वहां से उठ-उठ कर जाने लगे, आधे से ज्यादा कुर्सियां खाली हो गई. कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए रोहिणी जिला की ओर से नुक्कड़ नाटक भी कराए गए.
'प्रधानमंत्री से प्ररेरित होकर राजनीति में आया'
हंसराज हंस दोपहर तक कार्यकर्ताओं के बीच नहीं आए और अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए सीधे कंझावला पहुंचे. जहां उन्होंने पहले अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. हंसराज हंस का कहना है कि वह गायकी में भी फकीर थे और अब राजनीति में भी फकीर बनेंगे. हंसराज हंस से पूछा गया कि उनका राजनीति में आने का कैसे विचार बना तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी प्रेरणा हैं.