नई दिल्ली: किराड़ी के प्रताप विहार पार्ट 1 में नोबेल कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए विश फाउंडेशन इंडिया आर्गेनाइजेशन ने आशा वर्करों को बुलाकर उन्हें सैनिटाइजर और मास्क वितरित किए. साथ ही दिल्ली सरकार के छपे हुए कैलेंडर भी दिए और आने वाली 8 तारीख को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जिन आशा वर्करों ने कोरोना के रोकथाम के लिए घर-घर जाकर लोगों की सेवा की, उन सभी महिलाओं को सम्मान दिया जाएगा.
एक आशा वर्कर ने कहा जब कोरोना चरम सीमा पर था, तो हम लोग घरों पर जा जाकर उनका इलाज करते थे, उनको दवाइयां देते थे. मन में हमारे भी डर बना रहता था, क्योंकि कोरोना की दवाई नहीं आई थी और आज दवाई आ चुकी है. कोरोना का ग्राफ भी कम हो रहा है, फिर दिल्ली के लोगों ने लापरवाही शुरू कर दी है. आज फिर मास्क लगाए बिना, सोशल डिस्टेंसिंग न करते हुए लोग नजर आ रहे हैं.
8 फरवरी को महिला दिवस
लोग सरकार के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. जिसकी वजह से फिर कोरोना का ग्राफ बढ़ रहा है. एक आशा वर्कर ने और कहा हम 36 आशा वर्कर हैं आज इस मीटिंग में और हम सभी महिलाओं ने समाज के लिए अच्छा काम किया है. 8 फरवरी को महिला दिवस है, हम लोग अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं. इसलिए आज समाज को और सरकार की सभी योजनाओं में हम आशा वर्करों का महत्वपूर्ण भूमिका है.
वहीं प्रताप विहार RWA के महासचिव प्रकाश जोशी ने बताया कि आशा वर्करों को बुलाकर इनको सैनिटाइजर और मास्क वितरित किए. कोरोना काल में आशा वर्करों ने लोगों के घर-घर तक दवाइयां पहुंचाई और कोरोना से बचने के उपाय भी बताएं इसलिए इन आशा वर्करों को बुलाकर उनको मान सम्मान दिया गया.
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विश फाउंडेशन इंडिया के सामुदायिक कोऑर्डिनेटर मुकेश कुमार कहते हैं कि हमारी 7 साल पुरानी संस्था है, जो मोहल्ला क्लीनिक के साथ भी काम करती है. दिल्ली सरकार के साथ मिलकर सभी विषय पर काम करते हैं, कोरोना की रोकथाम के लिए भी आशा वर्करों को बुलाकर लोगों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कॉलोनियों में जागरूकता अभियान चलाया जाएं, इसलिए आज आशा वर्कर को बुलाया गया, क्योंकि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है.