नई दिल्ली: दिल्ली के किराड़ी के चंदन विहार इलाके में खाली पड़े भूखंडों में जमे पानी में डूबने से 8 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई थी. इसके बाद स्थानीय लोग खाली पड़े प्लॉटों के मालिकों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि जमीन खरीदने के लिए पैसा है, लेकिन इन खाली भूखंडों में जहां पानी भरा हुआ है इनमें मलबा डलवाने के लिए पैसा नहीं है.
मालिकों पर कार्रवाई की मांग
वहीं, किराड़ी की एनजीओ आदर्श परिवार ने एनएचआरसी, डीसीपीसीआर, डीसीपी रोहिणी, एमसीडी रोहिणी, डीएम रोशनी को लेटर और मिल के माध्यम से इन खाली पड़े भूखंडों के मालिकों पर केस और पीड़ित परिवार को मुआवजे की मांग की है.
पीड़ित परिवार को मुआवजा
आदर्श परिवार एनजीओ के संस्थापक राजू अतुला कहते हैं. चंदन विहार इलाके में खाली पड़े भूखंडों में जमा पानी होने की वजह से इसमें एक 8 वर्षीय बच्चे की डूबने से मौत हो गई थी. 22 जनवरी को यह घटना घटी. उसके बाद आज तक खाली पड़े प्लॉटों के मालिक पर कोई FIR नहीं हुई, और न अभी तक इस पीड़ित परिवार को मुआवजा मिला और न कोई अधिकारी पूछने आया. इतने दिन बीतने के बाद मैंने सोचा इस पीड़ित परिवार को जिसके घर का चिराग बुझ गया है, उसे मुआवजा दिलवाने का प्रयास करूं. इन खाली पड़े प्लॉटों के मालिक पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई करनी जरूरी है. इसलिए मैंने DM, DCP, MCD, DCPCR, NHRC को मेल किया और लेटर लिखकर कार्रवाई करने की मांग की.
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MCD के अधिकारी को लेकर नाराजगी
राजू अतुला कहते हैं खाली पड़े प्लॉटों में 10 से 12 फुट पानी भरा हुआ है. इसमें 3 से 4 बच्चे पहले गिर चुके थे. समय रहते उन्हें बचा लिया गया, जिसकी खबर मीडिया ने कई बार प्रमुखता से दिखायी, लेकिन MCD के अधिकारी सोये हुए हैं. अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने आगे कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले. साथ ही जितने खाली प्लॉट पड़े हैं, उन सभी के मालिकों पर F.I.R दर्ज हो. इसके अलावा एक कमेटी का गठन हो, ताकि भविष्य में ऐसा कोई और हादसा न हो. इसके लिए मैंने NHRC, DCPCR, DM, MCD को शिकायत किया है और एक कमेटी का गठन करके कार्रवाई करने की मांग की है. अब देखना यह है कि विभाग कब तक कार्रवाई करता है.