नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के आई पी कॉलेज पर क्रांतिकारी युवा संगठन के छात्राएं प्रिंसिपल पूनम कुमारिया के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन करने पहुंची. इस दौरान पुलिस ने 50 से ज्यादा प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें डिटेन कर लिया और सिविल लाइन थाने भिजवा दिया है. दरअसल, कॉलेज की छात्राएं का आरोप है कि इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वुमन के वार्षिक फेस्ट में बाहरी छात्रों ने जबरन कॉलेज में घुसकर उनके साथ अभद्रता की है.
इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन: विमेंस आई पी कॉलेज पर प्रदर्शन करने के लिए क्रांतिकारी युवा संगठन और आइसा छात्र संगठन के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में पहुंचे. इस दौरान करीब 50 छात्राओं की भीड़ पुलिस और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाथों में पोस्टर बैनर लेकर पहुंची. प्रदर्शनकारी छात्राओं का कहना है कि जब तक कॉलेज की प्रिंसिपल पूनम कुमारी अपना इस्तीफा नहीं देगी, तब तक छात्र हित में इसी तरह के प्रदर्शन जारी रहेंगे.
पुलिस और IP कॉलेज के प्रिंसिपल को नोटिस: प्रदर्शनकारी छात्राओं ने दिल्ली पुलिस पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं के पीछे पुलिस भी जिम्मेदार है, क्योंकि पुलिस कॉलेजों में फेस्ट कार्यक्रम के दौरान सिक्योरिटी देने में नाकाम रहती है. इससे पहले दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने फेस्ट के दौरान छात्राओं के साथ अभद्रता के मामले पर संज्ञान लिया था. उन्होंने मामले में दिल्ली पुलिस और कॉलेज के प्रिंसिपल को नोटिस जारी किया था.
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गौरतलब है कि महिला कॉलेजों में फेस्ट के दौरान छात्राओं से छेड़छाड़ और बदसलूकी का विरोध करने के बाबत 28 मार्च से लगातार प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शन में दिल्ली के अलग-अलग महिला कॉलेजों की छात्राएं और छात्र इकट्ठा होकर कॉलेज प्रशासन और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. बहरहाल, कॉलेज में लड़कियाें के साथ छेड़खानी होना दिल्ली की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा कर रहा है.
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