नई दिल्ली: बवाना इलाके की आनंद विहार कॉलोनी में डीडीए ने कई घरों पर बुलडोजर चला उसे तोड़ दिया है. अब इस इलाके से हाइवे बनाने की योजना है, जिसके तहत डीडीए 25 मकानों का डेमोलिशन कर रही है.
लोगों का कहना है कि यह कॉलोनी 1984 में बसी थी, और तब से ही वे लोग इस इलाके में रह रहें हैं. अचानक उनके मकानों को तोड़ा जा रहा है.
'कोई मुआवज़ा नहीं'
लोगों के मुताबिक उनके आशियाने के बदले उन्हें ना तो मुआवजा मिल रहा है ना ही कोई आवासीय व्यवस्था. साथ ही उनके घर के मलबे को ट्रकों में भर कर ले जाया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि यहां से हाइवे निकाला जाना है. इसके लिए कॉलोनी के 25 मकानों को तोड़ा जा रहा है, इनमें से 15 मकानों को तोड़ भी दिया गया.
बता दें कि जब डीडीए इन लोगों के मकानों को जमींदोज़ कर रहा था, तभी उनमें से एक मकान में रहने वाले 50 वर्षीय सूर्य नारायण और उनकी पत्नी ने ख़ुदकुशी कर ली.
जिसमें सूर्य नारायण की तो मौत हो गई, लेकिन उसकी पत्नी को समय रहते आंबेडकर अस्पताल पहुंचा दिया गया, जहां उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.