नई दिल्ली : दिल्ली के कंझावला मामले की गुत्थी सुलझने बजाय उलझती जा रही है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अंजली की सहेली निधि को चश्मदीद गवाह बनाया है. निधि का गांजा कनेक्शन भी सामने आया है. अंजलि की हत्या और उसकी दोस्त निधि के ड्रग्स केस दोनों मामले में दीपक नाम के एक शख्स का जिक्र किया गया है. इस पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पूछा है कि दोनों केस में दीपक नाम का व्यक्ति एक ही तो नहीं है?
उन्होंने कहा कि निधि पर दो साल पहले गांजा तस्करी की एफआईआर यूपी में दर्ज हुई थी, जिसमें निधि ने पुलिस को बताया था कि वह दीपक नाम के व्यक्ति के लिए गांजा तस्करी करती थी. अब अंजलि की हत्या मामले में भी एक आरोपी का नाम दीपक है. क्या ये दोनों दीपक एक हैं? क्या निधि अंजलि के हत्यारों को पहले से जानती थी? स्वाति मालीवाल ने कहा कि इस मामले की जांच प्रमुखता से होनी चाहिए. उन्होंने अंजलि की मौत मामले में सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की. स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस ने निधि का फोन तक जब्त नहीं किया है. उन्होंने कहा कि जब मैंने सवाल उठाया तब जाकर पुलिस ने उससे पूछताछ की.
गांजा कनेक्शन मामले में आगरा जीआरपी ने निधि को छह दिसंबर 2020 में गांजा तस्करी में गिरफ्तार किया था. यह जानकारी मिलने पर आगरा कैंट जीआरपी ने निधि की कुंडली खंगाली है. इसमें निधि का नाम, पता और पिता का नाम समान है. इसके साथ ही उसकी फोटो से भी मिलान किया है. फिलहाल दिल्ली पुलिस की 18 टीमें पूरे मामले की जांच में जुटी है.
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