नई दिल्ली: बुराड़ी ग्राउंड में रुके किसान तरसिम सिंह ने बताया कि बारिश के चलते किसानों की हालत काफी बेकार हो गई है. जिन बिस्तरों को जमीन पर व ट्रॉलियों में बिछाकर सोते थे, वह भी बारिश के चलते गीले हो गए हैं. किसानों के कपड़े भी भीग गए हैं, अब इनके पास कपड़े भी नहीं है. जिसकी वजह से कपड़े पहनने और सोने की समस्या विकट है.
बारिश के चलते खाने की समस्या भी किसानों के सामने आ रही है, क्योंकि बारिश ने किसान आंदोलन में खलल डाल दिया. पहले तो दिल्ली की सर्दी थी और उसके बाद बारिश ने किसानों के हौसलों पर बार-बार पानी फेरने की कोशिश की. लेकिन उसके बाद भी किसान अपने अपने मोर्चे पर सरकार के सामने डटे हुए हैं.
26 जनवरी को लाखों ट्रैक्टरों से साथ निकलेंगे मार्च
किसानों ने कहा कि लगातार किसानों की सरकार से बातचीत हो रही है. लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल रहा है, जिसके चलते किसानों में सरकार के खिलाफ नाराजगी है. 26 जनवरी के दिन दिल्ली में पंजाब से किसान लाखों ट्रैक्टर के साथ आ रहे हैं. सभी ट्रैक्टरों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाकर दिल्ली में मार्च निकाला जाएगा. जिससे दिल्ली को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा.
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दिल्ली में लगातार बढ़ती सर्दी और बारिश भी किसानों के हौसले को पस्त नहीं कर सकी है. हालांकि बारिश की वजह से इनके आंदोलन में रुकावट जरूर आई है. लेकिन उसका भी विकल्प किसानों ने तलाश लिया है. टेंपरेरी टिन शेड लगाकर खाने-पीने का जुगाड़ किया जा रहा है, ताकि आंदोलन को किसी तरह से आगे बढ़ाया जा सके.