नई दिल्ली: मोदी सरकार से कथित तौर पर अडानी ग्रुप को सहायता पहुंचाने के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पुरजोर तरीके से आक्रामक है. अडानी मुद्दे को लेकर कांग्रेस सोमवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसी क्रम में दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में भी मोदी सरकार और अडानी ग्रुप के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. दिल्ली के कंझावला इलाके में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार को घेरते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
दरअसल, सोमवार को मोदी सरकार खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हो रहे विरोध प्रदर्शन की फेहरिस्त में उत्तर पश्चिम जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय पर भी कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुट हुए और अपना आक्रोश व्यक्त किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. किराड़ी जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ डीएम के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा. इस ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस ने अडानी ग्रुप के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग की.
प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार अडानी समूह को सरकारी निवेश के माध्यम से फायदा पहुंचा रही है. आज जब अडानी ग्रुप धड़ाम से नीचे गिर रहा है, तो उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के अपने करीबी चुनिंदा अरबपतियों को फायदा पहुंचाने की नीति से पूरा देश, विशेषकर मध्यम वर्ग चिंतित है. मोदी सरकार ने अडाणी समूह में LIC और SBI जैसे सरकारी संस्थानों से बेहद जोखिम भरे लेन-देन और निवेश करवाए हैं.
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प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अडानी की वजह से LIC के करोड़ों पॉलिसी धारक और SBI के करोड़ों खाताधारकों पर प्रभाव पड़ा है. बावजूद इसके अडानी ग्रुप के खिलाफ कोई कार्रवाई ना होना मोदी सरकार की मंशा को भी जग जाहिर कर रहा है. इसलिए बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओ ने डीएम के माध्यम से इस मुद्दे पर निष्पक्ष जांच की मांग की.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने शुरू से ही मोदी सरकार पर कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों पर सरकारी नीतियों के तहत फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया जाता रहा है. हिंडनबर्ग रिसर्च के खुलासे के बाद गौतम अडानी के नेतृत्व वाले समूह पर फर्जी लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद अडानी समूह के शेयर की कीमतों में भारी गिरावट आई है. जब से हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर खुलासा किया है तब से कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टी मोदी सरकार पर हमलावर है.
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