नई दिल्लीः दिल्ली के मंगोलपुरी थाने पर 14 साल के बच्चे की हत्या को लेकर परिजनों ने थाने का घेराव किया. बीती 11 मई को घर से खेलने के लिए नवीन निकला था, आज करीब 3 महीने बाद परिजनों को हत्या की सूचना मिली है.
बताया जा रहा है कि बच्चे की हत्या, उसके नाबालिग दोस्त ने ही कर दी थी. वहीं परिजन शव का दाह संस्कार तक नहीं कर सके. इस वारदात के बाद परिजनों ने मंगोलपुरी थाना पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. मृतक की बहन ने बताया कि बीती 11 मई को नवीन घर से खेलने के लिए घर से बाहर निकला और फिर कभी वापस नहीं आया. लेकिन आज करीब 3 महीने बाद उसके परिवार को दिल्ली के शाहबाद डेयरी थाना पुलिस ने फोन कर हत्या की खबर दी है.
थाने पहुंचने पर पुलिस ने बताया कि उसके दोस्त ने नवीन की गला दबाकर और पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद पुलिस ने नवीन के परिवार को काफी तलाशने की कोशिश की. लेकिन जब उसके परिवार का पता नहीं चला तो आखिरकार पुलिस ने ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया.
मंगोलपुरी थाने में दर्ज थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
इस बाबत मृतक नवीन के परिजनों ने मंगोलपुरी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने करीब 17 मई तक उनकी शिकायत दर्ज नहीं की थी. हालांकि मंगोलपुरी थाना पुलिस ने धारा 363 के तहत मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी थी.
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
परिजनों ने बताया कि शाहबाद डेयरी थाना पुलिस ने उन्हें जानकारी दी थी कि उन्होंने मृतक की पहचान के लिए इश्तिहार दे दी थी. साथ ही मंगोलपुरी सहित आसपास के सभी थानों को भी जानकारी भेज दी थी. इसलिए मृतक नवीन के परिजन मंगोलपुरी थाना पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि अगर मंगोलपुरी थाना पुलिस सही समय पर कार्रवाई करती तो उन्हें कम से कम अपने बच्चे के शव को दाह संस्कार करने का मौका तो मिल जाता.
बरहाल इस मामले में शाहाबाद बेरी थाना पुलिस ने मृतक के ही नाबालिक दोस्त को हत्या के आरोप में पकड़ लिया है. साथ ही आगे की तफ्तीश शुरू कर दी है. पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी ने अपने दोस्त की हत्या इसलिए की थी, क्योंकि वह उसे काफी परेशान करता था.
पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
आरोपी ने पहले गमछे से नवीन का गला दबाया. उसके बाद पत्थर से उसका सिर कुचल दिया और मौके से फरार हो गया. पुलिस मामले की गहनता से जांच करते हुए लोकल इनपुट के सहारे आखिरकार हत्यारे तक पहुंच गई. अब परिवार प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगा रहा है और लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है.