नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना के मामले बढ़ने की वजह से दिल्ली सरकार ने लाॅकडाउन लगाया है. जिसके चलते दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों का कामकाज बंद हो गया है. ऐसे में रोजमर्रा की जिंदगी जीने वाले दिहाड़ी मजदूर ज्यादातर या तो गांव चले गए या फिर कर्जा लेकर परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं. किराड़ी विधानसभा के प्रेम नगर 2 में इन दिहाड़ी मजदूरों और असहाय लोगों को केले के व्यापारी धर्मपाल गुप्ता ने सूखा राशन वितरण किया. इस सूखे राशन में 5 किलो बासमती चावल, आंटा,नमक, तेल, मसाला आदि दिया गया है.
पिछले बार भी की थी मदद
धर्मपाल गुप्ता ने कहा पिछले साल भी उन्होंने लॉकडाउन के दौरान लोगों को राशन दिया था और इस बार भी दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये वो लोग हैं, जिनका काम छूट गया है. जो लोग मकान का किराया नहीं दे पा रहे हैं या फिर विधवा और विकलांग हैं.
दाने-दाने को मोहताज मजदूर
दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूर ने कहा कि काम नहीं होने के कारण एक वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो पा रही है. उनका परिवार दाने-दाने को मोहताज हो चुका है. परिवार का पेट पालने के लिए मुबारकपुर स्कूल में हंगर रिलीफ सेंटर में खाना लेने गया था लेकिन स्कूल के स्टाफ ने मना कर दिया. उन्होंने कहा कि महिला को भेजो तभी खाना मिलेगा. एक महिला 2 किलोमीटर दूर अपने बच्चे को छोड़कर कैसे जाएगी इसलिए खाना छोड़ दिया. आज पता चला धर्मपाल गुप्ता सूखा राशन बांट रहे हैं तो अपने परिवार के लिए राशन लेने आया और इन्होंनें हमें राशन दिया.
पिछली बार भी झेली थी मुसीबत
एक और मजदूर ने कहा पिछले साल भी लॉकडाउन की वजह से रोजी-रोटी छिन गई थी और हमें गांव जाना पड़ा था. इस बार भी लॉकडाउन की वजह से भूखे मरने की नौबत आ गई है. जैसे हमें पता चला धर्मपाल गुप्ता राशन बांट रहे हैं तो मैं अगर नगर से चलकर दुर्गा चौक धर्मपाल गुप्ता जी के पास आया हूं.