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आजादपुर मंडी में अज्ञात वाहन ने मजदूर को कुचला, अन्य मजदूरों ने किया काम ठप्प

मंडी कर्मचारियों का आरोप है कि हर रोज बिना पासिंग किए पैसे लेकर इस तरह से एंट्री और आउटिंग मंडी के ही कर्मचारी करवाते हैं. जिसकी वजह से मजदूर को मौत के घाट उतारने वाले वाहन चालक को नहीं पकड़ा जा सका.

आजादपुर मंडी में मजदूर की कुचलकर मौत etv bharat
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Published : Aug 2, 2019, 4:41 PM IST

नई दिल्ली: आजादपुर मंडी के गेट पर एक अज्ञात वाहन ने एक मजदूर को कुचल दिया, मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई. मंडी के दूसरे मजदूरों का आरोप है कि मंडी में आने वाले सभी वाहनों के नंबर नोट होते हैं, लेकिन जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ उसे बिना जांच के ही जाने दिया गया.

आजादपुर मंडी में अज्ञात वाहन ने मजदूर को कुचला

मंडी कर्मचारियों का आरोप है कि हर रोज बिना पासिंग किए पैसे लेकर इस तरह से एंट्री और आउटिंग मंडी के ही कर्मचारी करवाते हैं. जिसकी वजह से मजदूर को मौत के घाट उतारने वाले वाहन चालक को नहीं पकड़ा जा सका.

मृतक यूपी का रहने वाला था
55 साल का मूलचंद मूल रूप से यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला था और यहां मजदूरी करता था. रात करीब 12 बजे मजदूरी करते हुए वह पानी की टंकी की तरफ पानी पीने के लिए गया तो तेज रफ्तार से आ रही एक लोडेड गाड़ी ने उसे कुचल दिया जिसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.

जिस गाड़ी से मूलचंद की मौत हुई वो गाड़ी मौके से फरार हो चुकी थी इसलिए किसी को इसकी ख़बर नहीं लगी. जबकि मंडी में आने और जाने के बाद पासिंग होती है किसी भी तरह की पासिंग गाड़ी कि नहीं की गई थी इसलिए गाड़ी का नंबर भी नहीं मिल सका है. हादसे के बाद मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया.

मजदूरों ने लगाया सुरक्षा ना होने का आरोप
विरोध प्रदर्शन कर रहे मजदूरों का कहना है कि मजदूरों की सेफ्टी के लिए यहां कोई इंतजाम नहीं है. बड़ी संख्या में यहां चोर और क्रिमिनल भी घूमते हैं. यहां काम करने वाले मजदूर कई बार मांग कर चुके हैं कि मजदूरों के लाइसेंस या बिल्ले बनाये जाए ताकि उनकी एक पहचान हो सके, लेकिन भी तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया.
यहां पर कई व्यापारी मजदूरों के समर्थन में आए हैं. व्यापारियों का भी कहना है कि एपीएमसी ने वादा किया था कि किसी मजदूर के साथ कोई घटना होती है तो वो उसकी आर्थिक मदद भी करेंगे लेकिन एपीएमसी इस वादे का पालन नहीं कर रही है.

मजदूर मूलचंद के शव को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया, यहां मजदूरों ने पुलिस पर सहयोग ना करने का आरोप लगाया. अन्य मजदूरों ने बताया कि मृतक की 4 बेटियां हैं, और उसकी मौत के बाद परिवार के सिर पर कमाने वाला का साया छिन गया है. मजूदरों ने पुलिस और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.

नई दिल्ली: आजादपुर मंडी के गेट पर एक अज्ञात वाहन ने एक मजदूर को कुचल दिया, मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई. मंडी के दूसरे मजदूरों का आरोप है कि मंडी में आने वाले सभी वाहनों के नंबर नोट होते हैं, लेकिन जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ उसे बिना जांच के ही जाने दिया गया.

आजादपुर मंडी में अज्ञात वाहन ने मजदूर को कुचला

मंडी कर्मचारियों का आरोप है कि हर रोज बिना पासिंग किए पैसे लेकर इस तरह से एंट्री और आउटिंग मंडी के ही कर्मचारी करवाते हैं. जिसकी वजह से मजदूर को मौत के घाट उतारने वाले वाहन चालक को नहीं पकड़ा जा सका.

मृतक यूपी का रहने वाला था
55 साल का मूलचंद मूल रूप से यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला था और यहां मजदूरी करता था. रात करीब 12 बजे मजदूरी करते हुए वह पानी की टंकी की तरफ पानी पीने के लिए गया तो तेज रफ्तार से आ रही एक लोडेड गाड़ी ने उसे कुचल दिया जिसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.

जिस गाड़ी से मूलचंद की मौत हुई वो गाड़ी मौके से फरार हो चुकी थी इसलिए किसी को इसकी ख़बर नहीं लगी. जबकि मंडी में आने और जाने के बाद पासिंग होती है किसी भी तरह की पासिंग गाड़ी कि नहीं की गई थी इसलिए गाड़ी का नंबर भी नहीं मिल सका है. हादसे के बाद मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया.

मजदूरों ने लगाया सुरक्षा ना होने का आरोप
विरोध प्रदर्शन कर रहे मजदूरों का कहना है कि मजदूरों की सेफ्टी के लिए यहां कोई इंतजाम नहीं है. बड़ी संख्या में यहां चोर और क्रिमिनल भी घूमते हैं. यहां काम करने वाले मजदूर कई बार मांग कर चुके हैं कि मजदूरों के लाइसेंस या बिल्ले बनाये जाए ताकि उनकी एक पहचान हो सके, लेकिन भी तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया.
यहां पर कई व्यापारी मजदूरों के समर्थन में आए हैं. व्यापारियों का भी कहना है कि एपीएमसी ने वादा किया था कि किसी मजदूर के साथ कोई घटना होती है तो वो उसकी आर्थिक मदद भी करेंगे लेकिन एपीएमसी इस वादे का पालन नहीं कर रही है.

मजदूर मूलचंद के शव को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया, यहां मजदूरों ने पुलिस पर सहयोग ना करने का आरोप लगाया. अन्य मजदूरों ने बताया कि मृतक की 4 बेटियां हैं, और उसकी मौत के बाद परिवार के सिर पर कमाने वाला का साया छिन गया है. मजूदरों ने पुलिस और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.

Intro:Northwest delhi,

Location - ajadpur mandi..

बाईट - मंडी मज़दूर यूनियन का प्रधान ।
बाईट - अब्दुला मंडी व्यापारी ।
बाईट - चंदरदीप सैनी मजदूर ।

स्टोरी -- नॉर्थ -- वेस्ट दिल्ली की आजादपुर मंडी बाजार गेट के पास सैकड़ों मजदूर मजदूरों ने किया प्रदर्शन। बीती रात एक मजदूर को अज्ञात वाहन ने कुचला जिस में मजदूर की मौत हो गई। जिस वाहन से हादसा हुआ उसकी पहचान नहीं हो पाई है। मजदूरों का आरोप है कि मंडी में आने वाली और मंडी से जाने वाली गाड़ियों की पासिंग होती है उनके नंबर नोट होते हैं बाकायदा उनका एक टेक्स भी लगता है लेकिन हादसे के बाद वह गाड़ी जो की बड़ी गाड़ी थी बिना पासिंग के ही गेट पर तैनात पांच से छह सुरक्षाकर्मियों ने वैसे ही निकाल दी। इनका आरोप है कि हर रोज बिना पासिंग किए पैसे लेकर इस तरह से इंट्री और आउटिंग या मंडी के कर्मचारी करवाते हैं। इस कारण इस रफ्तार से गाड़ी चला कर मजदूर को मौत के घाट उतारने वाले वाहन चालक को नहीं पकड़ा जा सका।Body:55 साल का मूलचंद मूल रूप से यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला था और यहां मजदूरी करता था। रात करीब 12:00 बजे मजदूरी करते हुए वह पानी की टंकी की तरफ पानी पीने के लिए गया तो तेज रफ्तार से आ रही एक लोडेड गाड़ी ने उसे कुचल दिया जिसे अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई । जिस गाड़ी से मूलचंद की मौत हुई वह गाड़ी मौके से फरार हो गई गाड़ी। आजादपुर मंडी के गेट से बाहर निकल कर गई जबकि मंडी में आने और जाने के बाद पासिंग होती है किसी भी तरह की पासिंग गाड़ी कि नहीं की गई थी इसलिए गाड़ी के नंबर भी नहीं मिल सके जिससे पता लगाया जा सके कि किस गाड़ी ने इतना बड़ा हादसा किया है। इसी से नाराज होकर मजदूरों ने इकट्ठे होकर प्रदर्शन किया और विरोध जता रहे हैं।

यहां जमा मजदूरों का कहना है कि मजदूरों की सेफ्टी के लिए कोई इंतजाम नहीं है। बड़ी संख्या में यहां चोर और क्रिमिनल भी घूमते हैं । मजदूर और क्रिमिनल की कोई पहचान नहीं होती । यहां के मजदूर कई बार यह मांग कर चुके हैं कि यहां मजदूरी करने वाले लोगों के लाइसेंस या और बिल्ले बनाये जाए ताकि उनकी एक पहचान हो जिससे बाहर से आने वाले आवारा शख्स और मजदूर के बीच की पहचान हो सके लेकिन एपीएमसी अभी तक ऐसा नहीं कर पाई । यहां पर कई व्यापारी मजदूरों के समर्थन में आए हैं। व्यापारियों का भी कहना है कि एपीएमसी ने वायदा किया था कि किसी मजदूर के साथ कोई घटना होती है तो वह उसकी आर्थिक मदद भी करेंगे लेकिन एपीएमसी इस वायदे का पालन नहीं कर रही है।
Conclusion:मृतक मजदूर मूलचंद के शव को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया है यहां मजदूरों का आरोप है कि पुलिस भी सहयोग नहीं कर रही है क्योंकि मरने वाला एक गरीब मजदूर है। मजदूर की चार बेटियां है सभी की शादी होनी है लेकिन अब उन बेटियों के सिर से पिता का साया छूट गया और मंडी प्रशासन की तरफ से भी कोई मदद नहीं मिली है । अब देखने वाली बात होगी कि दिल्ली पुलिस हादसा करने वाले वाहन को पकड़ पाती है या नहीं या मजदूर की मौत में पुलिस ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा कर उस मजदूर को न्याय नहीं दिलवाती है या मजदूर को भी न्याय दिलाकर अपनी साख को बचाती है ये देखने वाली बात होगी ।
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