नई दिल्ली: आजादपुर मंडी के गेट पर एक अज्ञात वाहन ने एक मजदूर को कुचल दिया, मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई. मंडी के दूसरे मजदूरों का आरोप है कि मंडी में आने वाले सभी वाहनों के नंबर नोट होते हैं, लेकिन जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ उसे बिना जांच के ही जाने दिया गया.
मंडी कर्मचारियों का आरोप है कि हर रोज बिना पासिंग किए पैसे लेकर इस तरह से एंट्री और आउटिंग मंडी के ही कर्मचारी करवाते हैं. जिसकी वजह से मजदूर को मौत के घाट उतारने वाले वाहन चालक को नहीं पकड़ा जा सका.
मृतक यूपी का रहने वाला था
55 साल का मूलचंद मूल रूप से यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला था और यहां मजदूरी करता था. रात करीब 12 बजे मजदूरी करते हुए वह पानी की टंकी की तरफ पानी पीने के लिए गया तो तेज रफ्तार से आ रही एक लोडेड गाड़ी ने उसे कुचल दिया जिसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.
जिस गाड़ी से मूलचंद की मौत हुई वो गाड़ी मौके से फरार हो चुकी थी इसलिए किसी को इसकी ख़बर नहीं लगी. जबकि मंडी में आने और जाने के बाद पासिंग होती है किसी भी तरह की पासिंग गाड़ी कि नहीं की गई थी इसलिए गाड़ी का नंबर भी नहीं मिल सका है. हादसे के बाद मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया.
मजदूरों ने लगाया सुरक्षा ना होने का आरोप
विरोध प्रदर्शन कर रहे मजदूरों का कहना है कि मजदूरों की सेफ्टी के लिए यहां कोई इंतजाम नहीं है. बड़ी संख्या में यहां चोर और क्रिमिनल भी घूमते हैं. यहां काम करने वाले मजदूर कई बार मांग कर चुके हैं कि मजदूरों के लाइसेंस या बिल्ले बनाये जाए ताकि उनकी एक पहचान हो सके, लेकिन भी तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया.
यहां पर कई व्यापारी मजदूरों के समर्थन में आए हैं. व्यापारियों का भी कहना है कि एपीएमसी ने वादा किया था कि किसी मजदूर के साथ कोई घटना होती है तो वो उसकी आर्थिक मदद भी करेंगे लेकिन एपीएमसी इस वादे का पालन नहीं कर रही है.
मजदूर मूलचंद के शव को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया, यहां मजदूरों ने पुलिस पर सहयोग ना करने का आरोप लगाया. अन्य मजदूरों ने बताया कि मृतक की 4 बेटियां हैं, और उसकी मौत के बाद परिवार के सिर पर कमाने वाला का साया छिन गया है. मजूदरों ने पुलिस और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.