नई दिल्ली: राजधानी में दिल्ली पुलिस द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है, जिसके चलते पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ अपराधियों की धरपकड़ पर विशेष जोर दिया जा रहा है. इसी कड़ी में रोहिणी जिले की अमन विहार पुलिस ने नशा तस्करी का भंडाफोड़ करते हुए ऑपरेशन प्रतिबंध के तहत एक महिला ड्रग सप्लायर को गिरफ्तार किया. महिला के कब्जे से 50 ग्राम स्मैक जब्त की गई है.
इस संबंध में रोहिणी जिले के डीसीपी डॉ गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि अमन विहार एसएचओ के नेतृत्व में टीम नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री में शामिल लोगों के बारे में जानकारी विकसित कर रही थी. इस बीच 20 जून को सुबह पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि एक महिला अमन विहार के लाल बिल्डिंग स्कूल के पास किसी को स्मैक देने के लिए आने वाली है. इसके बाद एसआई मनीष कुमार, महिला हेड कॉन्स्टेबल उषा, कॉन्स्टेबल अमन दहिया और कॉन्स्टेबल गौरव की एक टीम गठित की गई. कुछ देर बाद वहां एक महिला स्मैक की डिलीवरी के लिए पहुंची. इस दौरान उसे 50 ग्राम स्मैक के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया गया.
पूछताछ में महिला ने खुलासा बताया कि वह सुल्तानपुरी, अमन विहार और मंगोलपुरी के इलाके में छोटे ड्रग्स सप्लायर्स को ड्रग्स की सप्लाई करती है, जो इसे ड्रग एडिक्ट्स को बेचते हैं. आरोपी महिला के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है. पुलिस के मुताबिक वह पिछले एक साल से ड्रग्स सप्लाई कर रही थी, लेकिन पकड़ में नहीं आ रही थी. फिलहाल पुलिस उसके साथ काम करने वाले अन्य नशा तस्करों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
वहीं एक अन्य मामले में रोहिणी जिले स्पेशल स्टाफ की टीम ने ऑपरेशन पराक्रम के तहत एक शातिर ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो हुंडई क्रेटा कार भी बरामद की गई है. आरोपी की पहचान शाहबाद डेरी निवासी इसरार उर्फ निशार के रूप में हुई है.
डीसीपी गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि, क्षेत्र में स्ट्रीट क्राइम पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से स्पेशल स्टाफ कि टीम को रोहिणी में संदिग्ध और आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया था. 19 जून को स्पेशल स्टाफ कि टीम को एक ऑटो लिफ्टर के मूवमेंट को लेकर गुप्त सूचना मिली. इसके बाद स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एएसआई लाल सिंह, हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र कुमार और मंजीत की एक टीम गठित की गई और टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया था, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
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