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AISA का नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन, मोदी सरकार को बताया मुस्लिम विरोधी

नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ दिल्ली यूनिवर्सिटी में आइसा ने प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने सरकार को मुस्लिम विरोधी बताते हुए बिल को वापस लेने की मांग की.

AISA protest against CAB
आइसा का प्रदर्शन
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Published : Dec 12, 2019, 5:44 PM IST

नई दिल्ली: राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद आज दिल्ली यूनिवर्सिटी में ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन के छात्र कार्यकर्ताओं और नेताओं ने प्रदर्शन किया. उन्होंने केंद्र सरकार को मुस्लिम विरोधी बताया और सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग की.

नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ AISA का प्रदर्शन

डफली बजाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते आइसा के कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि नागरिकता संशोधन बिल को सरकार वापस ले. इस बिल के पास होने से नॉर्थ ईस्ट के राज्यों की जनता में काफी रोष है. संगठन के कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

citizenship amendment bill
CAB के खिलाफ गुस्सा

'मुस्लिम विरोधी है सरकार'

आइसा नेता ने कहा-

ये बिल पूरी तरह मुस्लिम विरोधी है. सरकार धर्म के आधार पर नागरिकता दे रही है. पहले सरकार एनआरसी में विफल हुई तो अब सदन में सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल को पास करा लिया. खुद ही अपनी वाहवाही कर रही है. साल 1935 और 1938 में वीर सावरकर और जिन्ना की विचारधारा की हार हुई थी, लेकिन मौजूदा सरकार उस समय में हुई उनकी हार को जीत में बदलने की कोशिश कर रही है.

नई दिल्ली: राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद आज दिल्ली यूनिवर्सिटी में ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन के छात्र कार्यकर्ताओं और नेताओं ने प्रदर्शन किया. उन्होंने केंद्र सरकार को मुस्लिम विरोधी बताया और सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग की.

नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ AISA का प्रदर्शन

डफली बजाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते आइसा के कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि नागरिकता संशोधन बिल को सरकार वापस ले. इस बिल के पास होने से नॉर्थ ईस्ट के राज्यों की जनता में काफी रोष है. संगठन के कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

citizenship amendment bill
CAB के खिलाफ गुस्सा

'मुस्लिम विरोधी है सरकार'

आइसा नेता ने कहा-

ये बिल पूरी तरह मुस्लिम विरोधी है. सरकार धर्म के आधार पर नागरिकता दे रही है. पहले सरकार एनआरसी में विफल हुई तो अब सदन में सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल को पास करा लिया. खुद ही अपनी वाहवाही कर रही है. साल 1935 और 1938 में वीर सावरकर और जिन्ना की विचारधारा की हार हुई थी, लेकिन मौजूदा सरकार उस समय में हुई उनकी हार को जीत में बदलने की कोशिश कर रही है.

Intro:नॉर्थ वेस्ट दिल्ली,

लोकेशन - दिल्ली विश्वविद्यालय ।

बाइट - आइसा छात्र संगठन का नेता प्रथम व छात्र कार्यकर्ता ।

स्टोरी - राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद आज दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकेल्टी गेट ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन के छात्र कार्यकर्ताओं और नेता द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ किया गया प्रदर्शन । इस प्रदर्शन में दिल्ली विश्वविद्यालय के आईसा संगठन के छात्र नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे । जिन्होंने सरकार से नागरिकता संशोधन बिल को वापस करने की मांग की साथ ही कहा कि केंद्र की सरकार मुस्लिम विरोधी सरकार है।


Body:डफली बजा कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते आईसा छात्र संगठन के कार्यकर्ता सरकार से मांग कर रहे हैं कि कल राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास हुआ है उसको सरकार वापस ले । नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में इस बिल के पास होने से वहां की जनता में काफी रोष है । संगठन के कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही है ।

सरकार पर मुस्लिम विरोधी होने का लगाया आरोप ।

आईसा छात्र संगठन के नेता ने आरोप लगाया कि जिस तरह से कल सरकार ने राज्यसभा में बिल को पास करा दिया यह बिल पूरी तरह मुस्लिम विरोधी है । सरकार धर्म के आधार पर नागरिकता दे रही है ।

एनआरसी बिल में विफल हुई तो एनसीबी पास कराया ।

पहले सरकार एनआरसी में विफल हुई तो अब सदन में सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल को पास करा लिया । खुद ही अपनी वाहवाही लूट रही है । साल 1935 और 1938 में वीर सावरकर ओर जिन्ना की विचारधारा की हार हुई थी । लेकिन मौजूदा सरकार उस समय में हुई उनकी हार को जीत में बदलने की कोशिश कर रही है ।


Conclusion:लेकिन सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल को राज्यसभा और लोकसभा के सपनों में पास तो करा लिया । क्या देश की जनता इस बिल के पास होने से खुश है । जिस तरह से विरोधी छात्र संगठन और विरोधी पार्टियां बिल को वापस लेने की सरकार से मांग कर रही है तो अब सरकार का अगला कदम इस बिल के पक्ष में क्या होगा ।
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