नई दिल्ली: उत्तरी आउटर दिल्ली में पैसे के लेन-देन को लेकर मामूली कहासुनी के बाद अपने साले की हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस की स्पेशल स्टाफ टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने पूछताछ में अपने गुनाह को कबूल किया है और पूरी वारतात का खुलासा किया है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 1 अप्रैल को कंझावला निवासी करण की अधजली अवस्था में लाश नरेला इंडस्ट्रियल एरिया स्थित सुनसान फ्लैट से मिली थी. परिजनों के अनुसार करण को उसके जीजा पन्ना ने फोन कर बुलाया था. मृतक करण का परिवार शुरुआती दौर से ही उसके जीजा पन्नालाल पर शक जता रहा था. जिस पर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर आरएस मीणा के नेतृत्व में एसआई जयबीर की टीम गठित की गई. जांच में मालूम हुआ कि पन्ना पहले यूपी की तरफ गया था लेकिन शुक्रवार को वह वापस बवाना आ गया. कांस्टेबल हनुमान की सूचना पर पुलिस ने बवाना इलाके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
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पैसे के लेन-देन का मामला
पूछताछ के दौरान आरोपी पन्नालाल ने बताया कि अपनी पत्नी की मौत के बाद उसने साले करण से उन्नतीस हजार उधार लिए थे, जिसको वह वापस नहीं कर पा रहा था. इसको लेकर के करण कई बार पन्नालाल से पूरे परिवार के सामने भला-बुरा बोल चुका था. जिससे पन्नालाल को अपनी बेइज्जती महसूस हुई. इसके अलावा आरोपी की पत्नी की मौत के बाद मृतक सारी संपत्ति अपने भांजे के नाम करने का दबाव बना रहा था. जिसके लिए वह तैयार नहीं था.
शराब पिलाकर की हत्या
आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि इन्हीं सब चीजों का बदला लेने के लिए पन्नालाल ने अपने साले की हत्या की वारदात की प्लानिंग रची. इसके लिए पन्नालाल ने नरेला अनाज मंडी के पास से एक कुल्हाड़ी खरीदी और फिर 31 मार्च को शराब पीने के लिए करण को राजीव रतन के फ्लैट में बुलाया, जहां उसने कुल्हाड़ी से करण की हत्या कर दी. इसके बाद कपड़ों में आग लगा दी. आरोपी पहले भारतीय खाद्य निगम में कार्यरत था और बाद में वीआरएस ले लिया था.